- आर्चरी टारगेट जलने के बाद भी स्टेडियम की ओर से कोई एफआईआर दर्ज नहीं

- अब यूपी आर्चरी एसोसिएशन इस पूरे प्रकरण की कराएगा एफआईआर

Meerut : कैलाश प्रकाश स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में टारगेट जलने के प्रकरण को अभी तक ब्8 घंटे बीत चुके हैं, लेकिन कैलाश प्रकाश स्पो‌र्ट्स स्टेडियम की ओर से अभी तक आर्चरी टारगेट जलाने की एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई है। इस बात जानकारी मिलने पर अब यूपी आर्चरी एसोसिएशन मैदान पर कूद पड़ा है। एसोसिएशन की ओर से साफ कर दिया गया है कि अगर स्टेडियम जांच नहीं करना चाहता तो हम एफआईआर दर्ज कराएंगे। साथ ही स्पो‌र्ट्स डायरेक्टर की लेवल की जांच कराएंगे।

ब्8 घंटे बीते, एफआईआर दर्ज नहीं

एक लापरवाही तब हुई जब स्टेडियम के आर्चरी टारगेट जलने से नहीं रोके गए थे। अब दूसरी लापरवाही ये हो रही है कि इस घटना के बारे में कोई एफआईआर दर्ज नहीं कराई जा रही है। ताज्जुब की बात तो ये है इस घटना पर अफसोस स्टेडियम में मौजूद हर कोई अधिकारी जता रहा है, लेकिन प्रकरण हुआ कैसे? इसकी पुलिस जांच कराने को कोई तैयार नहीं है। इस बारे में कोई बात करने को भी तैयार नहीं है।

आर्चरी एसोसिएशन आया सामने

स्टेडियम की ओर से कोई कार्रवाई न किए जाने पर यूपी आर्चरी एसोसिएशन मैदान में कूद गया है। एसोसिएशन के सचिव के अनुसार इस पूरे प्रकरण पर उन्होंने आरएसओ बात की है। सचिव का का कहना है प्रथम दृष्टया जिम्मेदारी आरएसओ की है। ये काफी गलत बात है कि अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। अब निर्णय हुआ है कि एसोसिएशन की ओर मैं सिविल लाइन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराऊंगा। अगर उसके बाद भी बात नहीं बनती है तो अपर लेवल पर बात की जाएगी।

झूठ बोल रहे थे आरएसओ

बुधवार को आरएसओ का साफ कहना था कि उन्होंने इस पूरे प्रकरण की रिपोर्ट यूपी स्पो‌र्ट्स डायरेक्ट्रेट के डायरेक्टर को कर दी है। जबकि ऐसा आरएसओ ने बिल्कुल भी नहीं किया। बुधवार को यूपी स्पो‌र्ट्स डायरेक्ट्रेट के डायरेक्टर ने मामले के संज्ञान में मामला न आने की बात कही थी। जबकि गुरुवार को जब आई नेक्स्ट रिपोर्टर से बात हुई तो उन्होंने कहा उन्हें मीडिया रिपो‌र्ट्स पढ़ने के बाद पूरे मामले की जानकारी मिली। यानी आरएसओ ने गुरुवार शाम तक भी डायरेक्ट्रेट को इस बात की कोई सूचना नहीं दी थी।

मामले को दबाने के लिए बनाई जांच समिति

इस पूरे प्रकरण पर लगातार आरोप आरएसओ पर ही लगे हैं। आर्चरी टारगेट में आग लगाने से लेकर खिलाडि़यों के साथ अभद्र व्यवहार से लेकर गाली देने तक आरोप हैं। ऐसे में आरएसओ के द्वारा आग कैसी लगी इस बारे में पता लगाने के लिए जांच समिति बनाने की बात सामने आई है। प्राप्त जानकारी के अुनसार इस समिति में बॉक्सिंग कोच अभिषेक और उप क्रीड़ा अधिकारी नवीन त्यागी को शामिल किया गया है। स्टेडियम के अन्य कर्मचारियों की मानें तो मामले को पूरी तरह से दबाने के लिए इस जांच समिति को आगे कर दिया गया। जब इस बारे में आरएसओ आरएन सिंह से बात की करने के लिए शाम 7:भ्ब् पर फोन किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। उसके बाद 7:भ्म् पर एसएमएस किया तो उसका भी कोई जवाब नहीं दिया।

ऑफिशियल स्टैंड

ये मामला मेरे सामने आज ही मीडिया रिपो‌र्ट्स के माध्यम से आया है। जो भी मेरठ के कैलाश प्रकाश स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में हुआ वो काफी गलत है। इसकी पूरी जांच कराई जाएगी।

- डॉ। आरपी सिंह, डायरेक्टर, यूपी स्पो‌र्ट्स डायरेक्ट्रेट

अभी तक एफआईआर नहीं हुई है तो काफी गंभीर बात है। एफआईआर होनी चाहिए। अगर बच्चे उनके साथ हुई अभद्रता की शिकायत लेकर आते हैं तो इंक्वायरी की जाएगी।

- भूपेंद्र सिंह, मंडल कमिश्नर

स्टेडियम ऑफिशियल की ओर से एफआईआर अभी तक नहीं कराई गई है। अब एसोसिएशन की ओर से एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। ये नुकसान काफी बड़ा है।

- अजय गुप्ता, सचिव, यूपी आर्चरी एसोसिएशन