- बिहार में आए दिन होते हैं पुलिस टीम पर हमले

- कई घटनाओं में हो चुकी है पुलिस पदाधिकारियों की मौत

- एनआईए के डीएसपी की हत्या से सबक लेकर करना होगा काम

PATNA : यूपी में एनआईए डीएसपी की हत्या ने पूरे देश में पुलिस अधिकारियों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा कर दिया है। पुलिस पर हमलों की बात करें तो बिहार में आए दिन कहीं नक्सली हमले होते हैं तो कहीं भीड़ का निशाना बनना पड़ता है। वर्ष ख्0क्भ् में कई बड़ी घटनाएं हुई हैं जिसमें हाजीपुर में दारोगा की मौत हुई। कई पुलिस वाले नक्सली हमलों का शिकार हुए हैं। ऐसे में बिहार पुलिस को यूपी की घटना से सबक लेकर सुरक्षा के साथ सावधानी से काम करना होगा।

पुलिस पर हमलों में कई हुए शहीद

फ्0 जनवरी ख्0क्म्-मुंगेर में नक्सली हमले में अवर निरीक्षक भवेश कुमार शहीद।

क्9 नवम्बर ख्0क्भ्-वैशाली के लालगंज में भीड़ के हमले में इंस्पेक्टर अजीत कुमार की मौत।

फ्0 नवम्बर ख्0क्फ् - मुंगेर जिले में साहेबगंज-पटना इंटरसिटी पर नक्सलियों ने हमला कर बिहार सैन्य पुलिस के तीन जवानों को शहीद कर दिया था।

क्8 जुलाई ख्0क्फ्-औरंगाबाद के गोह थाना क्षेत्र में माओवादियों ने आधुनिक हथियारों से हमला कर तीन जवानों को शहीद कर दिया।

क्0 जुलाई ख्0क्ख्-गया के डुमरिया बल्थर पहाड़ी इलाके में नक्सलियों के हमले से एक सीआरपीएफ जवान शहीद।

ख्0 सितंबर ख्0क्फ्-जमुई में नक्सलियों को पकड़ने गए एसटीएफ टीम के एक जवान को गोली मारकर शहीद कर दिया।

बदमाशों की गोली से बाल बाल बचे थे एएसपी

9 अक्टूबर ख्0क्भ् को बदमाशों ने राजधानी में फुलवारी शरीफ के एएसपी को गोली मारकर मौत के घाट उतारने का प्रयास किया था। अपर पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार और उनके बॉडीगार्ड सुरेश दास नाइट व अन्य पुलिस कर्मी नाइट पेट्रोलिंग पर निकले थे। प्रशिक्षु आईपीएस राकेश कुमार रात करीब क्ख् बजे राजधानी के कोतवाली तिराहे से इनकम टैक्स की तरफ जा रहे थे। इसी बीच बाइक सवार दो बदमाशों को पकड़ने में बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। इस घटना में एएसपी और उनके बॉडीगार्ड को गोली लगी। दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए पटना मेडिकल कॉलेज में इलाज के बाद डॉक्टरों ने उनकी जान बचाई।

हमलों में बाल बाल बची जान

9 मार्च ख्0क्म्-गोपालगंज में अपराधियों ने पुलिस टीम पर किया हमला चार जवान गंभीर।

ख्भ् मार्च ख्0क्भ्-गया के शेखपुरा में शराब के लिए छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर हमला

क्9 नवम्बर ख्0क्भ्-बेगूसराय के चकिया आउट में जांच करने गई पुलिस टीम पर हमला।

ख्फ् मार्च ख्0क्म्-शेखपुरा में शराब कारोबारियों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला।

ख्9 खर्च ख्0क्म्-रोहतास के अगरेर में पत्थर खनन माफियाओं के हमले में आधा र्जन जवान गंभीर।

पुलिस एसोसिएशन कई बार उठा चुका है सुरक्षा का मामला

पुलिस एसोसिएशन बिहार में बढ़ती पुलिस पर हमलों की घटनाओं और आए दिन शहीद होते पुलिस वालों पर चिंता व्यक्त करते हुए कई बार मामला मुख्यमंत्री से लेकर डीजीपी तक उठाया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंज्य कुमार सिंह ने कई बार इस गंभीर मुद्दे को सरकार और पुलिस के आला अधिकारियों के समक्ष रखा है। उनका कहना है कि पुलिस को ऐसी योजना पर काम करने की जरूरत है जिससे पुलिस की सुरक्षा बढ़ाई जा सके। उनका कहना है कि वैशाली में इंस्पेक्टर के शहीद होने से लेकर जब भी घटना होती है आवाज उठाई जाती है। पुलिस अधिकारियों से इस मामले में आश्वासन भी मिला है।

यूपी की घटना से सबक लेना चाहिए

बिहार पुलिस एसोसिएशन के उपाध्यक्ष जियाउल इस्लाम का कहना है कि बिहार में ऐसी घटनाएं आए दिन होती हैं। पुलिस को हमेशा दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में बिहार पुलिस को इस घटना से सबक लेने की जरूरत है। सुरक्षा को लेकर विशेष तैयारी की जरूरत है।

अपराधियों के पास से आधुनिक हथियार भी चिंता की बात

बिहार में अपराधियों के पास से आधुनिक हथियार बरामद होना भी चिंता का विषय है। जो हथियार पुलिस के पास है कहीं कहीं उससे भी आधुनिक हथियार बदमाशों के पास से बरामद हो रहा है। वर्ष ख्0क्भ्-क्म् में पुलिस ने कई बड़ी घटनाओं में बदमाशों से आधुनिक हथियार बरामद किया है। इसमें एके ब्7 जैसे आधुनिक हथियार और पेन गन भी शामिल है। यह पुलस के लिए चिंता की बात है।