-यूपी बोर्ड एग्जाम के लिए बनाए गए सेंटर्स की लिस्ट जारी होते ही शुरू हुआ विरोध

-पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर होने के बाद भी कई बडे़ विद्यालयों को नहीं बनाया गया सेंटर,

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यूपी बोर्ड एग्जाम के लिए बनाये गए सेंटर्स की लिस्ट जारी होते ही विरोध शुरू हो गया है। कारण कि इस लिस्ट में कई ऐसे स्कूल्स को शामिल किया गया है, जहां इंफ्रास्ट्रक्चर का नामोनिशान नहीं है। वहीं जिन विद्यालयों में पर्याप्त इंफ्रास्टक्चर है और वे वर्षो से सेंटर बनते आ रहे हैं उन विद्यालयों को सेंटर ही नहीं बनाया गया है। इनमें उदय प्रताप इंटर कॉलेज, सीएम ऐंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज, भारतीय शिक्षा मंदिर इंटर कॉलेज, कटिंग मेमोरियल इंटर कॉलेज के अलावा भी कई कई और विद्यालय हैं। इस बार आठ कमरे वाले विद्यालय को सेंटर बनाकर यूपी बोर्ड ने हंगामा मोल ले लिया है। ऐसे में लिस्ट को लेकर अब सवाल भी उठने लगा है। सड़क से संसद तक विरोध का एलान हो गया है।

तो ऑब्जेक्शन से बनेगी बात

बोर्ड ने सेंटर्स की लिस्ट जारी करने के साथ ही लोगों को ऑब्जेक्शन का भी मौका दिया है। इसके लिए पांच से 13 नवंबर तक आपत्ति दर्ज कराया जा सकता है। ऑब्जेक्शन पर विचार के बाद सेंटर्स की फाइनल लिस्ट 30 नवंबर तक जारी कर दी जाएगी। ऐसे में बड़े विद्यालयों को लिस्ट में शामिल कर लिया गया तो ठीक वरना हंगामा निश्चित है। बता दें कि दसवीं व बारहवीं का एग्जाम सात फरवरी-2019 से स्टार्ट हो रहा है।

बढ़ गए सेंटर, घट गए स्टूडेंट्स

यूपी बोर्ड ने दसवीं व 12वीं के 1,09,335 परीक्षार्थियों के लिए डिस्ट्रिक्ट में 150 एग्जाम सेंटर बनाया है। बोर्ड ने सेंटर्स की लिस्ट ऑनलाइन कर दी है। बता दें कि सन् 2018 में 1,16,296 परीक्षार्थियों के लिए 142 सेंटर्स बनाए गए थे। वहीं करेंट सेशन में 6,961 परीक्षार्थियों के कम होने के बावजूद बोर्ड ने परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ा दी है।

बोर्ड की ओर से जारी सेंटर्स लिस्ट में कई बड़े विद्यालय का नाम गायब है। जबकि ऐसे विद्यालयों को सेंटर्स बना दिया गया है जो मानक से दूर हैं। ऐसे में बड़े विद्यालयों को सेंटर नहीं बनाया गया तो विरोध होगा।

चेतनारायण सिंह, शिक्षक एमएलसी व प्रदेश अध्यक्ष, माध्यमिक शिक्षक संघ