-यूपी बोर्ड एग्जाम में

-नकल रोकने को पांच जोन व 19 सेक्टर में बांटा जिला

-डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन संग सेंटर हेड की मीटिंग में हुई तय

VARANASI

डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन व शिक्षा विभाग ने यूपी बोर्ड के दसवीं व बारहवीं का एग्जाम नकल विहीन कराने के लिए कमर कस लिया है। इसके तहत डिस्ट्रिक्ट को पांच जोन व 19 सेक्टर में बांटा गया है। मजिस्ट्रेट की निगरानी में परीक्षा कराई जाएगी। नकल की शिकायत पर सेंटर हेड के खिलाफ कार्रवाई होगी। यह डिसीजन परीक्षा की तैयारियों के लिए बुधवार को कमिश्नर सभागार में सीडीओ गौरांग राठी की अध्यक्षता में सेंटर हेड की मीटिंग हुई।

एग्जाम का होगा मॉक ड्रिल

बैठक में सीडीओ ने कहा कि परीक्षा वॉयस रिकार्डरयुक्त सीसी कैमरे की निगरानी में ही होगी। यही नहीं सभी सेंटर्स की परीक्षा का फुटेज भी सुरक्षित रखना है। इसके लिए हार्ड डिस्क या सीडी, डीवीडी का उपयोग कर सकते हैं। उन्होंने किसी भी प्रकार की चूक से बचने के लिए सभी सेंटर को मॉक ड्रिल करने का भी निर्देश दिया ताकि परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को समय से कापी-पेपर बंट सके।

संसाधनों का होगा वेरीफिकेशन

प्रिंसिपल की मीटिंग में एडीएम सिटी विनय कुमार सिंह ने डीआईओएस से परीक्षा से पहले सेंटर्स का एक बार फिर भौतिक वेरीफिकेशन कराने का सुझाव दिया ताकि यदि कोई कमी हो तो समय रहते दूर किया जा सके। बता दें कि इसके पहले वेरीफिकेशन में कई सेंटर्स पर कमी मिली थी।

जांचकर खोलें पैकेट

डीआईओएस डॉ। वीपी सिंह ने सेंटर हेड से परीक्षा से पहले पेपर व कापियों की संख्या का मिलान कर लेने का सुझाव दिया। कहा कि भली-भांति से सुनिश्चित होने के बाद ही पेपर का पैकेट खोला जाए। जल्दीबाजी में दूसरे दिन की परीक्षा का प्रश्नपत्र खुलने का खतरा बना रहता है। उन्होंने पर्याप्त सुरक्षा के बीच पेपर को सुरक्षित रखने का भी निर्देश दिया। मीटिंग में एसोसिएट डीआईओएस शिवपूजन द्विवेदी सहित अन्य ऑफिसर्स मौजूद रहे।

मोबाइल फोन पर रहेगा बैन

एग्जाम के दौरान कक्ष निरीक्षकों के लिए मोबाइल फोन प्रतिबंधित रहेगा। सेंटर हेड को छोड़कर किसी के पास मोबाइल मिला तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यही नहीं परीक्षा के दौरान इंटरनेट भी बंद रखने की हिदायत दी गई है। सेंटर हेड भी अपने मोबाइल फोन का इंटरनेट बंद रखेंगे।

कैमरे व कापी पर उठा सवाल

मीटिंग में प्रिंसिपल्स ने एक रूम में डबल कैमरा लगवाने के औचित्व पर सवाल भी उठाया। प्रिंसिपल डॉ। चारूचंद्र राम त्रिपाठी ने कहा कि सभी कक्षों में पहले ही एक कैमरा लगे हुए है। अब वॉयस रिकार्डर भी लगवाए जा चुके हैं। ऐसे में अब एक कक्ष में डबल कैमरा क्यों। इस पर डीआइओएस ने एक बार फिर बोर्ड से बात करने का आश्वासन दिया। वहीं कॉपियों के सीरियल नंबर पर आर्य महिला इंटर कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ। प्रतिभा यादव ने सवाल उठाया। इस पर डीआईओएस ने सभी सेंटर्स से कापियों का मिलान कर राजकीय क्वींस इंटर कॉलेज में लिखित शिकायत दर्ज कराने का सुझाव दिया है।