-7 फरवरी से शुरू हो रहे हैं बोर्ड एग्जाम, अधूरे कोर्स से टेंशन में हैं स्टूडेंट

-जबकि, 146 दिन में महज 40 परसेंट ही हुई पढ़ाई

हॉफ कॉलम- दिन चलीं क्लासेज, स्कूल एक्स्ट्रा क्लासेज चलाने की कर रहे बात

फैक्ट एंड फिगर

-7 फरवरी से शुरू हो रहे है बोर्ड एग्जाम

-40 प्रतिशत ही कोर्स हो पाया है पूरा

220-डे लगनी चाहिए क्लासेस

22-दिन होगे एग्जाम

138-कार्य दिवस हो चुके है पूरे

107-दिन एग्जाम के लिए शेष

74- दिन और लगेंगी क्लासेज

93-हजार स्टूडेंट्स हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के होंगे बोर्ड एग्जाम में शामिल

BAREILLY :

जाति-धर्म की राजनीति में बढ़ रहे राजकीय अवकाश शिक्षा व्यवस्था पर भारी पड़ने लगे हैं। यूपी बोर्ड के एग्जाम 7 फरवरी से शुरू होने वाले हैं। अभी तक महज 40 परसेंट ही कोर्स पूरा हो सका है। एग्जाम के कुल 107 दिन बचे हैं.लिहाजा, 60 परसेंट कोर्स पूरा कर पाना संभव होता नहीं दिख रहा है। क्योंकि इन दिनों में 74 दिन ही पढ़ाई होगी। बाकी दिन छुट्टियों में निकल जाएंगे। ऐसे में, स्टूडेंट्स की टेंशन बढ़ती जा रही है।

220 दिन लगनी होती हैं क्लासेज

यूपी बोर्ड के सिलेबस के लिए 220 दिन क्लासेज लगना अनिवार्य होता है। यदि इन दिनों लगातार टीचर पढ़ाते रहें। तभी कोर्स पूरा कर पाना संभव होता है, लेकिन आए दिन किसी न किसी बहाने हो रही छुट्टियों और टीचर्स पर डाले जा रहे एक्स्ट्रा बोझ के चलते क्लासेज पूरी नहीं हो पा रही हैं, जिसका ताजा उदाहरण है कि इस साल अब तक महज 40 परसेंट ही कोर्स पूरा हो सका है। अब कोर्स पूरा कराने के लिए महज 74 दिन ही शेष बचे हैं, जिसमें दिसम्बर और जनवरी का आधे से अधिक समय तो प्रैक्टिकल में ही गुजर जाएगा। इसके साथ जनवरी में प्री बोर्ड के चलते पढ़ाई हो पाना मुश्किल होगा। किसी तरह कोर्स पूरा हो भी गया तो बच्चों के तैयारी का समय नहीं मिलेगा।

रिकॉर्ड में उलझे टीचर

टीचर्स की माने तो एक तरफ जहां कोर्स पूरा करने का प्रेशर हैं तो वहीं विभाग की तरफ से रिकॉर्ड पूरा करने का प्रेशर अलग से है। ऐसे में विभाग कभी 21 बिन्दुओं पर जानकारी मांग रहा है, उसे पूरा करके किसी तरह फ्री हो पाओ तब तक तीन वर्ष का पूरा रिकॉर्ड मांग लिया। उसे पूरा करने के बाद अब बोर्ड ने 15 वर्ष तक के सभी बच्चों का रिकॉर्ड मांग लिया है। 15 वर्ष तक के बच्चों का रिकॉर्ड पूरा करके फ्री नहीं हो पाएंगे इसके बाद स्कॉलरशिप के फार्म का भी काम पूरा करना है। जबकि कुछ स्कूलों के शिक्षकों की कमी के चलते कोर्स तो पूरा हो ही नहीं पाएगा।

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टीचर्स कुछ बोलने को तैयार नहीं

बोर्ड एग्जाम की डेट शीट जारी होने के बाद कम समय में स्टूडेंट्स का कोर्स पूरा करना टीचर्स के लिए चैलेंज बना हुआ है। कई स्कूल में तो एक साथ कई कई चेप्टर पढ़ाए जा रहे हैं तो कई स्कूल टीचर्स इस बारे में कुछ बोलने से कतराते रहे। लेकिन उन्होंने ने भी इस बात को स्वीकार किया कि कोर्स कम समय में पूरा करना चुनौती बना हुआ है। कुछ स्कूल तो इसे पूरा कराने के लिए एक्सट्रा क्लासेस कराएंगे लेकिन जहां पर स्टॉफ की कमी हैं वहां पर कोर्स पूरा कराना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी होगा।

लगाई जाएंगी एक्स्ट्रा क्लासेज

डीआईओएस डॉ। अचल कुमार मिश्रा ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से शैक्षिक कैलेंडर जारी कर दिया गया है, लेकिन स्कूलों में तय समय में पढाई पूरी होने में प्रॉब्लम आ रही है। इसके लिए स्कूल्स को एक्स्ट्रा क्लासेज लगाने के निर्देश दिए है। एक्स्ट्रा क्लासेज लगाकर कोर्स पूरा कराने के साथ प्री बोर्ड भी कराया जाएगा ताकि स्टूडेंट्स को प्रॉब्लम न हो।