ALLAHABAD: यूपी बोर्ड में एनसीईआरटी का सिलेबस अपनाने की तैयारी तेजी से चल रही है। एनसीईआरटी पैटर्न पर बुक्स को पब्लिस करने के लिए यूपी बोर्ड में प्रकाशकों को टेंडर देने का कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है। बोर्ड की मंशा स्टूडेंट्स की सहूलित को ध्यान में रखते हुए किताबों के रेट कम करने पर अधिक फोकस है। इसके लिए बोर्ड की ओर से कई जरूरी कदम उठाए जा रहे है। जिससे किताबों के छपने के बाद स्टूडेंट्स को किताबों को कम रेट पर उपलब्ध कराया जा सके। इस बारे में बोर्ड के अधिकारी कहते है कि बोर्ड की कवायद के अनुसार मार्केट में अभी के मुकाबले एनसीईआरटी पैटर्न के सिलेबस के किताबों का रेट पचास प्रतिशत तक कम हो जाएगा। जिससे स्टूडेंट्स पर मंहगी किताबों को खरीदने के बोझ से मुक्ति मिल जाएगी।

 

बोर्ड ने उठाए है कई कदम

किताबों के रेट को नियंत्रित रखने के लिए बोर्ड कई प्लानिंग पर काम कर रहा है। बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि एनसीईआरटी किताबों की छपाई के लिए डिस्ट्रीब्यूटर्स को जो प्रिंट देता है। उसके लिए 10 प्रतिशत तक चार्ज लेता है। इसके साथ ही किताबों की छपाई पर निगरानी रखने लिए भी एक्सप‌र्ट्स की टीम को रखता है। ऐसे में किताबों का रेट बढ़ जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए यूपी बोर्ड डिस्ट्रिब्यूटर्स को प्रिंटिंग का टेंडर देते समय 10 प्रतिशत के चार्ज को खत्म करने की तैयारी में है। बोर्ड के अधिकारियों की माने तो बोर्ड इसी प्रकार के चार्ज को कम करके किताबों के रेट को नियंत्रित करने की तैयारी में है। इसके साथ ही बोर्ड की तरफ से किताबों के कंटेंट को वेबसाइट पर भी डालने की तैयारी चल रही है।

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