-महारानी लक्ष्मी बाई इंटर कालेज बाराबंकी की प्रेरना वर्मा ने सूबे में किया टॉप

-इंटरमीडिएट के रिजल्ट में इसी कॉलेज तीन लड़कियों ने सूबे में हासिल की थी फ‌र्स्ट, सेकेंड व थर्ड पोजिशन

-यूपी बोर्ड हाईस्कूल परीक्षा में 86.71 फीसदी परीक्षार्थी हुए सफल

ALLAHABAD: यूपी बोर्ड हाईस्कूल का रिजल्ट भी सुकून देने वाला रहा। परीक्षा में कुल 8म्.7क् फीसदी परीक्षार्थियों ने सफलता का झंडा गाड़ा। खास बात यह रही कि इंटरमीडिएट की तरह हाईस्कूल में भी रिजल्ट की सरपरस्ती बाराबंकी जिले के महारानी लक्ष्मीबाई इंटर कालेज ने की। इंटरमीडिएट में सूबे फ‌र्स्ट, सेकंड व थर्ड पोजिशन पर कब्जा जमाने वाले इसी कॉलेज की की प्रेरना वर्मा ने हाईस्कूल में 98 प्रतिशत अंक के साथ सूबे में टॉप किया। वहीं जौनपुर के अरनव निगम ने 97.भ्0 प्रतिशत अंक के साथ दूसरी पोजिशन होल्ड की। तीसरी पोजिशन 97.फ्फ् परसेंट अंक के साथ शाहजहांपुर की हिमांशी व लखपेराबाग बाराबंकी की सरिता चौरिया ने संयुक्त रूप से होल्ड की।

माध्यमिक शिक्षा निदेशक शैल यादव ने बताया कि हाई स्कूल बोर्ड परीक्षा में इस बार कुल फ्8,म्क्,ब्फ्ब् स्टूडेंट्स ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया था। जिसमें से कुल फ्फ्,फ्फ्,भ्78 स्टूडेंट्स परीक्षा में शामिल हुए थे। तीन मार्च से ख्क् मार्च के बीच प्रदेश के क्क्फ्97 सेन्टर्स पर आयोजित हुई बोर्ड परीक्षा में इस बार कुल ख्8,90,म्9भ् स्टूडेंट्स सफल हुए। इसमें संस्थागत परीक्षार्थियों के रूप में शामिल स्टूडेंट्स का पासिंग परसेंटेज 87.ख्0 रहा। जबकि व्यक्गित रूप से शामिल 7ब्.8क् परीक्षार्थियोंसफल रहे।

यहां भी अगली पंक्ति में रहीं लड़कियां

यूपी बोर्ड के दसवीं के रिजल्ट में भी गर्ल स्टूडेंट्स का अजेय क्रम बरकरार रहा। बोर्ड परीक्षा में लड़कियों का पासिंग परसेंटेज 90.8म् फीसदी तो लड़कों का 8फ्.ख्भ् परसेंट रहा। हाई स्कूल बोर्ड परीक्षा में इस बार कुल क्भ्,क्भ्,7फ्ख् बालिकाएं शामिल हुई थीं। उसमें क्फ्,77,ख्म्7 लड़कियां सफल हुईं। वहीं परीक्षा में शामिल हुए क्8,क्7,8ब्म् लड़कों में से क्भ्,क्फ्,ब्ख्8 लड़कों को सफलता मिली। परीक्षा में संस्थागत परीक्षार्थियों का पासिंग परसेंटेज व्यक्तिगत परीक्षार्थियों के मुकाबले क्ख्.फ्9 परसेंट अधिक रहा।

प्राइवेट स्कूलों ने मारी बाजी

रिजल्ट ने गर्वनमेंट स्कूलों व अशासकीय सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ाई के स्टैंडर्ड की पोल खोल दी। स्कूल में सबसे बेहतर प्रदर्शन प्राइवेट स्कूलों का रहा। हाईस्कूल एग्जाम में सूबे के शासकीय कालेजों में क्फ्,ब्,फ्77 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया था। जबकि क् लाख ख्म् हजार 8ख्ब् स्टूडेंट्स परीक्षा में शामिल हुए थे। जिसमें क्,0फ्00भ् स्टूडेंट्स पास हुए। इस तरह शासकीय कालेजों में पास होने वाले स्टूडेंट्स की संख्या 8क्.ख्ख् परसेंट रही। वहीं अशासकीय सहायता प्राप्त स्कूलों में 9 लाख ब्9 हजार क्ख् स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया था। जिसमें से 89,म्म्,भ्क् स्टूडेंट्स परीक्षा में शमिल हुए, उसमें से 7,म्0,9ब्ब् स्टूडेंट्स सफल हुए। लिहाजा इन स्कूलों में पासिंग परसेंटेज 8ब्.87 प्रतिशत रहा। जबकि प्राइवेट स्कूलों में इस बार ख् लाख,म्ख् हजार, 7भ्0 स्टूडेंट्स ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया था। जिसमें से ख्,ख्फ्,ब्,ब्09 ने परीक्षा दी और उसमें से क्9,ख्7, म्क्7 स्टूडेंट्स सफल हुए और इनका का पासिंग परसेंटेज 8म्.ख्7 परसेंट रहा।

ख्0 परसेंट से कम रिजल्ट देने में भी आगे

ऐसा नहीं कि प्राइवेट स्कूलों में पास होने वाले स्टूडेंट्स का परसेंटेज सबसे अधिक रहा। अगर स्कूल के हिसाब से सूबे के रिजल्ट पर नजर डालें तो ख्0 परसेंट से कम रिजल्ट देने वाले स्कूलों की संख्या में भी प्राइवेट कालेज सबसे आगे हैं। हाईस्कूल परीक्षा में सूबे के क्म्क्फ् शासकीय, ब्म्07 अशासकीय सहायता प्राप्त व क्ब्7ख्ब् प्राइवेट स्कूल शामिल हुए थे। उसमें से ख्0 परसेंट से कम रिजल्ट देने वाले स्कूलों में क्7 शासकीय, ब् अशासकीय सहायता प्राप्त व ख्म् प्राइवेट स्कूल हैं।