उम्मीद नहीं, भरोसा था
कौन कहता है कि उम्मीद से ज्यादा नहीं मिलता है। अगर आप मेहनत करोगे तो उसी अकार्डिंग फल भी मिलेगा। ये सबित कर दिखाया है। डिस्ट्रिक्ट में सबसे ज्यादा नंबर लाने वाले चेतन स्वरूप मुदगल का। फतेहाबाद स्थित सरस्वती स्कूल में पढऩे वाले चेतन के टोटल माक्र्स 552 है। बचपन से इंजीनियरिंग का सपना देखने वाले चेतन स्वरूप का सबसे फेबरेट सब्जेक्ट मैथ है। सैटरडे को जब रिजल्ट आया। उससे हफ्ते भर पहले इंजीनियरिंग की कोचिंग करने कोटा चला गए। फोन पर बातचीत में चेतन ने बताया कि उसे उम्मीद थी कि उसका रिजल्ट बहुत अच्छा रहेगा। उसने जैसी उम्मीद की थी। वैसे ही रिजल्ट भी आया है। इसलिए रिजल्ट से पहले ही इंजीनियरिंग की तैयारी करने कोटा चला गया। उसने बताया कि उसको प्रेरणा अपने डैडी अजय शर्मा से मिलती है। चेतन ने बताया कि वे भी टीचर है, लेकिन अंग्र्रेजी पढ़ते है। उन्होंने बताया कि फैमिली में डैडी के अलावा उनकी मदर राधा शर्मा भी बहुत सपोर्ट करती थी।

हम पास हो गए

स्कोर ऑफ चेतन
सब्जेक्ट   नंबर
हिंदी      89
अंग्रजी   97
मैथ      94
सोशल साइंस 85
ड्राइंग     99
डिस्ट्रिक्ट में सबसे ज्यादा नंबर लाने वाले चेतन के टोटल माक्र्स 552 थे। अगर टोटल में एक नंबर कम 551 कर दिया जाए, तो ये स्कोर डिस्ट्रिक्ट के सेकंड नबंर के स्कोरर ओम स्वरूप का है। टोटल 551 नंबर लाने वाले ओम को न इंजीनियर बनना है और न ही डॉक्टर। उसकी फस्र्ट और लास्ट च्वाइस सीविल सर्विसेज में जाने की है। फैमिली में उसके डैडी श्याम सिंह टीचर है और मदर मुन्नी देवी हाउसवाइस है। क्रिकेट के शौकीन ओम का कहना है कि वो आईएएस अधिकारी बनकर सोशल वर्क करना चाहता है। स्टडी में उसके डैडी हमेशा प्रेरित करते है। साथ डैडी हमेशा पढ़ाई में सपोर्ट करते है। इसलिए आज इतने नंबर आए है।

हम पास हो गए

स्कोर ऑफ ओम
सब्जेक्ट    नंबर
हिंदी        90
इंगलिश     93
मैथ         96
साइंस      85
सोशल साइंस 90
बचपन से ही था होनहार
मेरे डैडी फार्मर है। मदर भी एजुकेट नहीं है। इसके चलते वे हमेशा मुझे पढ़ाई की वैल्यू समझाया करते थे। इसलिए मैं बिना कहे अपनी पढ़ाई पर ध्यान देता था। इसलिए मुझे उम्मीद थी कि मेरे अच्छे माक्र्स आएंगे। ये कहना है डिस्ट्रिक्ट में सबसे ज्यादा नंबर लाने वाले तीसरे स्टूडेंट अभिषेक शर्मा का। अभिषेक ने बताया कि उसे पढ़ाई को लेकर हमेशा फैमिली से सर्पोर्ट मिलता था। अब फरदर प्लानिंग इंजीनियरिंग सेक्टर में जाने की है। इसलिए 12वीं में भी पीसीएम स्ट्रीम लूंगा। वहीं, उसे पिता महेंद्र कुमार शर्मा का कहना था कि उनका सन शुरुआत से होनहार रहा है। उसे कभी पढ़ाई के लिए टोकने की जरूरत नहीं पढ़ती थी। स्कूल से आकर अपने आप पढ़ाई में जुट जाता था।

हम पास हो गए

स्कोर ऑफ अभिषेक
सब्जेक्ट     नंबर्स
हिंदी          87
इंगलिश       92
मैथ           99
साइंस         85
सोशल साइंस  96
ड्राइंग         96