-स्टार्ट हुई यूपी बोर्ड एग्जाम की कॉपियों की जांच, पहले ही दिन 50 फीसद टीचर्स रहे नदारद

- दो सेंटर्स पर नहीं स्टार्ट हो सकी चेकिंग

GORAKHPUR : साल भर मेहनत और टेंशन के बीच स्टूडेंट्स बोर्ड एग्जाम में शामिल हुए। बोर्ड का टेरर हावी होने के बाद भी स्टूडेंट्स ने यूपी बोर्ड का एग्जाम दिया और काफी अच्छा परफॉर्म भी किया। मगर उनकी उम्मीद और हकीकत में कितना फर्क है, इसकी आजमाइश और इनकी मेहनत को परखने का वक्त आ चुका है। स्टूडेंट्स ने सालभर में क्या पढ़ा और बोर्ड एग्जाम में क्या लिखा इसकी टेस्टिंग स्टार्ट हो चुकी है। यूपी बोर्ड एग्जाम में फ्राइडे से कॉपियों को जांचने का सिलसिला स्टार्ट हो गया। इसके लिए सिटी में बनाए गए सभी पांच सेंटर्स पर टीचर्स स्टूडेंट्स की मेहनत का फल देने में लगे हुए हैं।

एमजी और नेहरू इंटर कॉलेज में नहीं हुई चेकिंग

बोर्ड कॉपियों की चेकिंग के पहले ही दिन पांच में से एमजी इंटर कॉलेज और नेहरू इंटर कॉलेज दो सेंटर्स पर कॉपियों की चेकिंग नहीं हो सकी। सोर्सेज की मानें तो इन दोनों ही सेंटर्स पर लिस्ट नहीं पहुंच सकी थी, जिसकी वजह से टीचर्स पहुंचने के बाद भी कॉपियों की चेकिंग नहीं हो सकी। इस दौरान दोनों ही सेंटर्स पर टीचर्स ने हंगामा किया। वहीं जिन तीन सेंटर्स पर कॉपियों की चेकिंग स्टार्ट हुई, उसमें भी महज भ्0 फीसद टीचर्स ही कॉपियों को जांचने के लिए पहुंचे।

फ् हजार टीचर्स की हुई है तैनाती

यूपी बोर्ड की कॉपियों की चेकिंग का सिलसिला फ्राइडे से स्टार्ट हो गया। इसमें जिले के फ्भ्ख् स्कूल्स के करीब फ् हजार टीचर्सको कॉपी जांचने के लिए तैनात किया गया है। सिटी के भ् स्कूल्स में कॉपियों की चेकिंग की जानी है। डीआईओएस एएन मौर्य की मानें तो राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज, महात्मा गांधी इंटरमीडिएट कॉलेज, सेंट एंड्रयूज इंटर कॉलेज, एमएसआई इंटर कॉलेज और नेहरू इंटर कॉलेज में कॉपियों की चेकिंग के लिए सेंटर बनाया गया है। इसके लिए सुबह क्0 से शाम भ् बजे तक का वक्त तय किया गया है। कॉपियों की चेकिंग ख्भ् अप्रैल तक करा ली जाएगी।

8.भ् लाख कॉपियों की होनी है चेकिंग

प्रदेश के कई जिलों से करीब साढ़े आठ लाख कॉपियां चेकिंग के लिए पहुंची हैं। हाईस्कूल की करीब पांच लाख और इंटरमीडिएट की लगभग साढ़े तीन लाख कापियां जांचने के लिए आई हैं। हाईस्कूल की कॉपियों को जांचने के लिए म्0 टीचर्स की तैनाती की गई है, जबकि इंटरमीडिएट के लिए ब्0 टीचर्स को जिम्मेदारी दी गई है। डीआइओएस की माने तो टीचर्स की स्कूलवाइज लिस्ट पहले ही जारी कर दी गई थी। इसके साथ ही प्रिंसिपल्स और प्रबंधकों को भी डायरेक्शन दे दिया गया है।