- तीन सेंटर पर रहा पूर्ण बहिष्कार, एक सेंटर पर आवंटित कर दी गई थी कॉपियां

- शासन तक हो गई है मूल्यांकन के बहिष्कार की गूंज, शासन ने जारी किए है आलाधिकारियों को नोटिस

<- तीन सेंटर पर रहा पूर्ण बहिष्कार, एक सेंटर पर आवंटित कर दी गई थी कॉपियां

- शासन तक हो गई है मूल्यांकन के बहिष्कार की गूंज, शासन ने जारी किए है आलाधिकारियों को नोटिस

Meerut : Meerut : यूपी बोर्ड मूल्यांकन के दूसरे दिन भी टीचर्स ने शासन द्वारा अपनी मांगों को पूरा न करने पर बहिष्कार किया। मूल्यांकन को लेकर यूपी लेवल पर शिक्षक संघ ने तीन दिन का बहिष्कार करने की सूचना से शासन में भी इसकी गूंज हो गई है। मूल्यांकन में लेट लतीफी न हो जाए इसकी चिंता में शासन ने आलाधिकारियों पर दवाब बनाना शुरू कर दिया है।

तीन सेंटर पर रहा पूर्ण बहिष्कार

मेरठ में जीआईसी, एसडी ब्वॉयज लालकुर्ती, डीएन इंटर कॉलेज और बीएवी इंटर कॉलेज चार मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं। मेरठ मंडल में लगभग क्क् लाख कॉपियों का मूल्यांकन होना है। जिनमें हाईस्कूल व इंटर दोनों की ही कॉपियां शामिल हैं। टीचर्स ने दूसरे दिन भी मूल्यांकन का बहिष्कार किया। वहीं एसडी ब्वॉयज लालकुर्ती में मूल्यांकन के लिए हिंदी की 7ख् कॉपियां डीएचई को मूल्यांकन के लिए आवंटित कर दी गई थी। स्कूल के प्रिंसीपल बीबी सिंह ने बताया कि सेंटर पर केवल कॉपियों का आवंटन हुआ था, लेकिन सभी डीएचई ने कॉपियां वापस लौटा दी थी। इसलिए सेंटर पर मूल्यांकन शुरू नहीं हो पाया है।

शासन ने दवाब बनाना किया शुरू मूल्यांकन के बहिष्कार की खबर मिलते ही शासन में हड़कंप मच गया है। कहीं मूल्यांकन में देरी न हो जाए, इसकी चिंता शासन को हो गई है। सूत्रों की मानें तो शासन ने यूपी के क्क् जेडी और ख्ख् डीआईओएस मूल्यांकन सही समय पर पूर्ण करवाने के लिए सख्ती बरतते हुए नोटिस भी जारी कर दिया है। जिनमें मेरठ के जेडी को शामिल करने की बात सामने आई है। यह भी बताया जा रहा है इस संबंध में डीआईओएस को भी सख्त आदेश दिए गए हैं।

नया सेशन करेगा मूल्यांकन की गोपनियता भंग

एक अप्रैल से स्कूलों का नया सेशन भी शुरू होना है। ऊपर से मेरठ में चार नामी स्कूलों को मूल्यांकन सेंटर बनाया गया है। सेंटरों पर एडमिशन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। एडमिशन के लिए स्टूडेंट्स के साथ उनके अभिभावक भी सेंटरों पर प्रवेश करेंगे। जबकि बोर्ड का नियम तो यह है कि मूल्यांकन के दौरान बिल्कुल गोपनियता बरती जाए। वहीं दूसरी ओर इसबार नए सेशन की शुरुआत में क्भ् दिन बाहरी लोगों का प्रवेश चारों सेंटरों पर होगा। जिससे बोर्ड के नियम का खुले आम उल्लंघन होगा और दूसरा मूल्यांकन की गोपनियता भी पूर्ण रुप से भंग होने की आशंका है।

इस संबंध में जानकारी है कि शासन ने मूल्यांकन प्रक्रिया समय से बनाने के लिए आदेश दिए हैं। लेकिन अभी नोटिस या कुछ ऐसा नही मिला है।

महेंद्र देव, जेडी

विभाग की तरफ से पूरा प्रयास है समय से मूल्यांकन हो। शिक्षकों के बहिष्कार के संबंध में अपने स्तर से हम जो समस्या सुलझा सकते हैं उसे सुलझाया जाता है। लेकिन शासन की नीतियों के विरूद्ध शिक्षकों का बहिष्कार जिसपर शासन लेवल से ही सॉल्युशन हो सकता है। इस संबंध में भी हमारा प्रयास रहेगा कि शासन को सूचित किया जाए।

एके मिश्रा, डीआईओएस