- नकलचियों पर नकेल कसने के लिए शुरू की गई रिकार्डिग पर लग रहा ग्रहण

- कई सेंटर इंचार्ज को उठानी पड़ रही मुश्किलें

ALLAHABAD: यूपी बोर्ड एग्जाम में नकलचियों पर नकेल कसने के लिए इस बार शुरू की गई वीडियो रिकार्डिग व्यवस्था पर आरंभ में ही ग्रहण लगने लगा है। एग्जाम शुरू हुए तीन दिन बीत चुके हैं लेकिन अभी तक सिर्फ फ्87 स्कूलों द्वारा रिकार्डिग जमा कराई गई है। जबकि इस बार एग्जाम के लिए कुल ब्म्7 सेंटर्स बनाए गए हैं। अभी भी कई ऐसे सेंटर्स हैं, जहां से एग्जाम के दौरान करायी गई वीडियो रिकार्डिग जमा ही नहीं हो पायी है। जिससे नकल विहीन परीक्षा की पूरी कवायद पर ही क्वैश्चन मार्क लग गया है।

सीडी तैयार कराने में हो रही दिक्कत

दो पालियों में हो रही यूपी बोर्ड एग्जाम की रिकार्डिग को मूल्यांकन केन्द्र पर जमा करने में स्कूलों की कई तरह की प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही है। डीआईओएस ऑफिस में सेंटर इंचार्ज द्वारा दर्ज कराई गई कंप्लेन के मुताबिक रिकार्डिग के बाद उसे सीडी में कन्वर्ट कराने में काफी दिक्कत हो रही है। कई ऐसे सेंटर्स हैं, जहां आस-पास के एरिया में सीडी में बदलने की व्यवस्था ही नहीं है। जहां है भी, वहां इसका खर्च ब्00 से 800 रुपए आ रहा है। ऐसे में एग्जाम के बाद रिकार्डिग की सीडी जमा करने में समस्या खड़ी हो गई है।

ब्8 घंटों के भीतर करना है जमा

यूपी बोर्ड एग्जाम में नकल रोकने के लिए पहली बार वीडियो रिकार्डिग कराने के निर्देश दिए गए थे। इन रिकार्डिग को ब्8 घंटे के भीतर जीआईसी में जमा करने के लिए सभी सेंटर इंचार्ज को आदेश दिया गया था। लेकिन लगातार आ रही दिक्कतों के कारण ये काम अभी तक सहीं ढंग से संचालित नहीं हो पा रहा है। जबकि इसके लिए कई सेन्टर्स इंचार्ज ने डीआईओएस ऑफिस में कंप्लेन भी की है।

ऐसी कंप्लेन आयी है, जिसको दूर करने के लिए ऑफिस में व्यवस्था की गई है। जहां सेंटर इंचार्ज रिकार्डिग को सीडी में कापी करा सकते हैं। इसके बाद भी अगर किसी सेन्टर इंचार्ज द्वारा रिकार्डिग कराने में आनाकानी की जाती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवा‌ई्र भी की जाएगी।

- महेन्द्र कुमार सिंह,डीआईओएस