डीआईओएस ने खंगाला सीसी कैमरे का फुटेज,

-सूरज प्रसाद इंटर कॉलेज पर हाईस्कूल की कापी मिली संदिग्ध, केंद्र व्यवस्थापक से स्पष्टीकरण

यूपी बोर्ड की परीक्षा में सूरज प्रसाद इंटर कालेज (कठिरावं) केंद्र पर मंगलवार को फ‌र्स्ट शिफ्ट में हाईस्कूल की एक कापी संदिग्ध मिली। इस उत्तर पुस्तिका पर केंद्राध्यक्ष का मुहर, व कक्ष संख्या पांच के कक्ष निरीक्षक का हस्ताक्षर भी था। हालांकि रोल नंबर में एक अंक गलत कर अंकित किया गया था। इसे देखते हुए डीआईओएस ने हाईस्कूल के विज्ञान के संबंधित परीक्षार्थी को तत्काल रेस्टीकेट कर दिया। इतना ही नहीं केंद्राध्यक्ष व संबंधित कक्ष निरीक्षक को भी कार्यमुक्त कर दिया था। साथ ही इस मामले में केंद्राध्यक्ष तीन दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

अफवाह पर हलकान रही टीम

फ‌र्स्ट शिफ्ट की परीक्षा में डीआईओएस डॉ। ओपी राय को सूचना मिली कि सूरज प्रसाद इंटर कालेज के एक परिचारक के गढ़खरा स्थित आवास पर बोर्ड की कापी लिखी जा रही है। गढ़खरा से दूर होने के कारण उन्होंने मंडलीय वैज्ञानिक सोमारू प्रधान को तत्काल परिचारक के घर पहुंचने का निर्देश दिया। इस बीच उन्होंने एसडीएम को भी सूचना दे दी। हालांकि परिचारक के घर पर कापी लिखने की बात अफवाह निकली।

दूसरी कापी देकर लिखवाया

इस बीच डीआईओएस व मंडलीय मनोवैज्ञानिक के नेतृत्व में गठित दोनों सचल दस्ता सूरज प्रसाद इंटर कालेज पहुंच गया। इस दौरान उन्होंने जिस परीक्षार्थी की कापी घर पर लिखवाने की बात कही जा रही थी। उस परीक्षार्थी कापी देखी। कापी में अच्छी राइटिंग में सभी सवाल का उत्तर लिखा गया था। इसे देखते हुए उन्हें शक हुआ और उन्होंने उस परीक्षार्थी को दूसरी कापी देकर सवाल हल करने का निर्देश दिया। छात्रा ने पहली कापी की भांति दूसरी कापी में भी उसी प्रश्नों का उत्तर लिख दिया। इतना ही नहीं सीसी फुटेज में भी उक्त छात्रा चुपचाप परीक्षा देते देखी गई।

परीक्षार्थी के पास मॅडराते दिखे कक्ष निरीक्षक

हालांकि इसी केंद्र पर स्टोर के पास हाईस्कूल की एक संदिग्ध कॉपी मिली। इस पर कक्ष संख्या, कक्ष निरीक्षक के सिग्नेचर रोल नंबर भी लिखे गए थे। रोल नंबर में एक अंक गलत था। वहीं कक्ष निरीक्षक का सिग्नेचर हुबहूब मिल रही थी। हालांकि संदिग्ध कॉपी में सवाल गलत किए गए थे। जबकि परीक्षार्थी के पास मिली कापी में ज्यादातर सवाल के जवाब सही थे। इतना ही नहीं सीसी फुटेज में संबंधित परीक्षार्थी के आसपास कई बार कक्ष निरीक्षक भी मॅडराते हुए दिखे। इसे देखते हुए डीआईओएस ने परीक्षार्थी को रेस्टीकेट व कक्ष निरीक्षक को कार्यमुक्त कर दिया। डीआईओएस ने बताया कि परीक्षा के दौरान केंद्र से दो-तीन बार परिचारक आते-जाते दिखे हैं।