- डीआईओएस की चल रही नेताओं से खींचतान

- कई कालेजों की दोबारा जांच होने से आशंका हुई प्रबल

<- डीआईओएस की चल रही नेताओं से खींचतान

- कई कालेजों की दोबारा जांच होने से आशंका हुई प्रबल

KAUSHAMBI(5Dec,JNN): KAUSHAMBI(5Dec,JNN): यूपी बोर्ड परीक्षा ख्0क्भ् के लिए निर्धारित किए गए सेंटर्स की सूची में इजाफा हो सकता है। डीआईओएस को नेताओं ने चौतरफा घेर रखा है। शासन स्तर से भी अब दबाव बनने लगा है। इससे डीआइओएस कार्यालय की व्यवस्था गड़बड़ाने लगी है। यूपी बोर्ड परीक्षा ख्0क्भ् को सकुशल संपन्न कराने के लिए जनपद के 79 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। पहले जारी की गई सूची में 7ख् परीक्षा केंद्र ही थे। सूची जारी होने के बाद हड़कंप मचा। प्रत्यावेदन आए। जांच कराने के बाद पहली सूची में शामिल रहे क्9 विद्यालयों को काटकर कुल 79 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इतना सबकुछ होने के बाद भी कालेज प्रबंधक संतुष्ट नहीं हुए और वह अपने-अपने कालेजों को परीक्षा केंद्र बनवाने के लिए प्रयास में जुट गए। नेताओं ने भी डीआईओएस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। नेताओं ने परीक्षा केंद्र बनवाने के लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद व लखनऊ का चक्कर काटना शुरू किया। प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारियों की भी दखलंदाजी शुरू हो गई। इससे डीआईओएस की परेशानी बढ़ गई। हाल ही में कई कालेजों की जांच कराई गई है। इससे शिक्षा जगत में चर्चा शुरू हो गई है कि परीक्षा केंद्रों की सूची में इजाफा हो सकता है। इसकी प्रबल आशंका को देखते हुए अन्य लोग भी दौड़ में शामिल हो गए हैं।

अवमानना से बचने की तेज हुई कोशिश

परीक्षा केंद्रों के निर्धारण की धीमी प्रगति पर डीआइओएस को कोर्ट की अवमानना करने पर कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। फ्0 नवंबर तक परीक्षा केंद्रों की सूची फाइनल करनी थी, लेकिन अभी तक सूची फाइनल नहीं हो सकी। इससे अधिकारी अवमानना की कार्रवाई के दायरे में आ गए हैं। इससे बचने के लिए डीआइओएस ने परीक्षा केंद्रों की सूची फाइनल करने की प्रक्रिया तेज कर दी है।

कक्ष निरीक्षक जमा करें पासबुक की छायाप्रति

जिला विद्यालय निरीक्षक राजशेखर सिंह ने शुक्रवार को बताया कि माध्यमिक शिक्षा परिषद ने निर्देश दिया है कि वर्ष ख्0क्ब् की बोर्ड परीक्षा में लगे कक्ष निरीक्षकों का पारिश्रमिक का भुगतान अब सीधे खाते में किया जाएगा। इसलिए जल्द से जल्द केंद्र व्यवस्थापक कक्ष निरीक्षकों की पास बुक की छाया प्रति व पारिश्रमिक का बिल जमा करें।