- केंद्रों पर व्यवस्थापक, स्टेटिक मजिस्ट्रेट व कक्ष निरीक्षकों की कमी को पूरा करने में जुटे अफसर

- फोन न उठाने पर केंद्र व्यवस्थापकों को भेजा नोटिस, जवाब न देने पर होगी कार्रवाई

BARIELLY: यूपी बोर्ड परीक्षा केंद्रों पर केंद्र व्यवस्थापक, अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक, स्टेटिक मजिस्ट्रेट व कक्ष निरीक्षकों की कमी चल रही है। जिसे दूर करने के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग लगा रहा। सेटरडे को नियंत्रण कक्ष में अधिकारी सभी केंद्रों में फोन से सूचना एकत्रित करते रहे। जिला अधिकारी भी पल-पल की रिपोर्ट लेते रहे। परीक्षा के 44 केंद्रों पर कोई कमी नहीं है। 84 केंद्र में कमी रही और 35 केन्द्र ऐसे हैं, जिन्होंने फोन नहीं उठाया। फोन नहीं उठाने वाले केंद्र व्यवस्थापकों से नोटिस भेजकर संडे तक सूचना मांगी है। सूचना न देने पर कड़ी कार्रवाई होगी

 

हिंदी के पेपर में आएंगे ज्यादा परीक्षार्थी

दरअसल यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की पहली दो परीक्षा ऑप्शनल होने से परीक्षार्थियों की संख्या कम रही, जिससे केन्द्र व्यवस्थापकों की कमी का खास असर नहीं पड़ा। वहीं कई कक्ष निरीक्षकों ने भी कार्यभार ग्रहण नहीं किया। स्टेटिक मजिस्ट्रेट भी ड्यूटी करने से बचते नजर आए, लेकिन 12 फरवरी को हिंदी विषय का पेपर है जिसमें ज्यादा परीक्षार्थी शामिल होंगे। बेसिक शिक्षा विभाग शिक्षकों को बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी जॉइन कराने में जुटे रहे। बोर्ड परीक्षा नियंत्रण कक्ष ने 128 केंद्रों पर फोन करके के

ड्यूटी लगाने में खेल

बोर्ड परीक्षा डयूटी लगाने व हटवाने में वसूली का खेल भी चल रहा है। क्यारा ब्लॉक के कई विद्यालयों से शिक्षामित्र व अनुदेशकों को नजदीक स्थित शांतिकुंज ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज बोर्ड परीक्षा केंद्र पर भेजने की बजाय दूर के केंद्रों पर भेजा गया है। इसी प्रकार अन्य केंद्रों पर भी स्थिति देखने को मिली है। जिससे बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों की भूमिका पर सवाल उठे हैं।

वर्जन-

यूपी बोर्ड परीक्षा के दौरान नियंत्रण कक्ष का फोन सभी केंद्रों को उठना अनिवार्य है। जिसमें लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शनिवार को जिन केंद्रों ने फोन नहीं उठाया उन्हें चेतावनी के साथ नोटिस भेजा है।

डॉ। अवनीश यादव, यूपी बोर्ड परीक्षा नियंत्रक।