परीक्षा केंद्र बनाते वक्त दिए गए निर्देश नजर आए हवा में

जसराना एवं शिकोहाबाद के कई परीक्षा केंद्रों पर बुरा हाल

फीरोजाबाद : प्रशासन ने पहले ही स्पष्ट निर्देश दिए थे परीक्षा कक्षों में रोशनी की व्यवस्था होनी चाहिए। फर्नीचर पर्याप्त होने चाहिए, लेकिन पहले दिन की परीक्षा में ही यह निर्देश हवा में नजर आए। कई परीक्षा केंद्रों पर नौ बजे धूप निकलने के बाद भी अंधेरे के हालत रहे। वहीं परीक्षार्थी जमीन पर बैठकर परीक्षा देते हुए नजर आए। एक परीक्षा केंद्र पर इस मामले में जिविनि ने केंद्र व्यवस्थापक एवं कॉलेज प्रशासन को भी सख्ती से निर्देश दिए।

आदर्शश्री नरोत्तम सिंह इंटर कॉलेज झपारा में ऊपर के कक्षों में परीक्षा दे रही हाईस्कूल की छात्राओं के लिए बैंच तक नहीं थी। छात्राओं को जमीन पर तिरपाल बिछा कर बैठाया गया था। ऐसी स्थिति मिलने पर जिविन रवींद्र सिंह ने केंद्र व्यवस्थापक को डांटते हुए कहा जब पहले ही कहा था तो फर्नीचर की मांग क्यों नहीं की। ¨प्रसीपल द्वारा मात्र 30 छात्राएं होने की बात कही तो जिविनि ने डांटते हुए कहा आज ही हमें पत्र लिखें, हम फर्नीचर की व्यवस्था कराएंगे। वहीं यहां पर कई कक्षों में अंधेरा होने पर भी उन्होने बिजली की व्यवस्था करने संबंध में निर्देश दिए। वहीं राजकुमार कर्पूरी देवी इंटर कॉलेज में कक्ष संख्या 13 में खासा अंधेरा था। छात्राओं को प्रश्न पत्र देखने में भी परेशानी हो रही थी। शहर के भी कई परीक्षा केंद्रों पर अंदर के कक्षों में बिजली व्यवस्था नहीं दिखी।

जल्दी परीक्षाओं से बढ़ी रोशनी की समस्या :

इस वर्ष परीक्षाएं फरवरी माह से शुरु हो गई हैं। पहले मार्च माह से परीक्षाएं शुरु होती थी तो उस वक्त तक सुबह भी जल्दी हो जाती थी। गुरुवार को सुबह साढ़े छह बजे तक अंधेरा छाया रहा। सुबह स्कूल जाने के लिए छात्र एवं छात्राएं अंधेरे में स्कूल की राह पर नजर आए। वहीं परीक्षा केंद्रों पर भी बिजली की व्यवस्था न होने से परीक्षार्थी खासे परेशान रहे।