प्रोफेशन कोर्स में मेडिकल की प्राथमिक पढ़ाई को शामिल कर रहा यूपी बोर्ड

मार्केट की डिमांड को देखते हुए प्रोफेशनल कोर्स को अपडेट करने की है तैयारी

ALLAHABAD: यूपी बोर्ड खुद को लगातार अपडेट करने में जुटा है। एनसीईआरटी पैटर्न को अपनाने का मामला हो या सीसीटीवी की निगरानी में बोर्ड परीक्षाएं कराने का। बोर्ड ने पिछले एक साल के अंदर दोनों प्रक्रियाओं को अपना लिया है। बोर्ड अब कोर्स में भी अपडेशन की तैयारी में जुटा है। यूपी बोर्ड द्वारा कोर्स में हेल्थ केयर की पढ़ाई को शामिल करना भी इसी दिशा में उठाया गया कदम है। इससे मेडिकल की फील्ड में जाने के इच्छुक स्टूडेंट्स नाइंथ क्लास से ही इसकी तैयारी कर सकेंगे। इसके लिए बोर्ड ने पाठ्यक्रम को तैयार कर लिया है। बोर्ड हेल्थ केयर को पढ़ाने के लिए शिक्षक और उनकी योग्यता को तय करने की तैयारी में जुटा है। पूरी तैयारी कर शासन को भेजा जाएगा। शासन की मंजूरी मिलने के बाद लागू किया जाएगा।

डिमांड पर उठाया कदम

रिवाइज्ड प्रोफेशनल कोर्स के अन्तर्गत पांच नए प्रोफेशनल कोर्स को शामिल करने के लिए बोर्ड को शासन से मंजूरी मिली थी। जिसमें हेल्थ केयर, आटोमोबाइल, आईटी/आईटीईएस, रिटेल ट्रेडिंग व सुरक्षा कोड शामिल थे। इन कोर्स में से चार कई स्कूलों में संचालित भी हो गए थे। सिर्फ हेल्थ केयर कोर्स ही शामिल करना बचा था। मार्केट में मेडिकल व नर्सिग कोर्स की बढ़ती डिमांड को देखते हुए यूपी बोर्ड ने सब्जेक्ट को प्रोफेशनल कोर्स की सूची में शामिल किया था, लेकिन उसके लिए पाठ्यक्रम और शिक्षक की नियुक्ति व उनकी योग्यता को लेकर फाइनल डिसीजन नहीं हो सका था। जिसे बोर्ड ने तैयार कर लिया है। सिर्फ पढ़ाने वाले शिक्षकों की नियुक्ति और उनकी योग्यता को लेकर फैसला होना है। सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि नाइंथ व टेंथ के साथ ही इसे 11वीं व 12वीं में भी शामिल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मार्केट की डिमांड ऐसे ही प्रोफेशनल कोर्स की है, जिससे स्टूडेंट्स का करियर बनाया जा सके। हेल्थ केयर के लिए शिक्षकों की योग्यता और नियुक्ति को लेकर डिसीजन इसी सप्ताह में करके उसे शासन को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। जिससे उसे नए सत्र से लागू किया जा सके।

प्रोफेशनल कोर्स में मेडिकल व नर्सिग के कोर्स को भी शामिल करने की तैयारी है। इसके लिए पाठ्यक्रम तैयार है। उसे भी शासन को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। इसके बाद नए सत्र से प्रोफेशनल कोर्स में इसे शामिल कर लिया जाएगा।

नीना श्रीवास्तव

सचिव, यूपी बोर्ड