- बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट सुधारने केलिए कवायद शुरू

-प्री-बोर्ड न कराने वाले स्कूलों को अब देना होगा स्पष्टीकरण

- प्रधानाचार्य परिषद ने लिया है एक अहम निर्णय

MEERUT - यूपी बोर्ड के स्कूलों को अब सीबीएसई की तर्ज पर हर हाल में प्री-बोर्ड करवाना होगा। केवल यहीं नहीं स्कूलों ने प्री-बोर्ड नहीं करवाया तो उसके बुरे परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। क्योंकि जो स्कूल प्री-बोर्ड एग्जाम नहीं कराएंगे उनसे लिखित रूप में स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। यह फैसला प्रधानाचार्य परिषद् द्वारा बोर्ड परीक्षा में स्कूलों केरिजल्ट सुधारने और बच्चों की तैयारी कराने क लिए लिया गया। साथ ही यदि कोई स्कूल प्री-बोर्ड परीक्षा नहीं कराएगा तो उससे लिखित रुप में स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।

स्कूलों ने कर ली है तैयारी

प्रधानाचार्य परिषद् के इस फैसले से बच्चों को बहुत ही फायदा होने वाला है। वैसे तो स्कूलों में हाईस्कूल व बारहवीं बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर दी गई है। स्कूलों ने भी प्री-बोर्ड परीक्षा कराने की तैयारी भी कर ली है। कुछ स्कूलों में परीक्षा चल रही है, लेकिन काफी स्कूलों में नहीं हो पाई है। सूत्रों की माने तो प्रधानाचार्य परिषद् ने इस वर्ष प्री-बोर्ड परीक्षा कराने के लिए सख्ती दिखाई है। क्योंकि गत वर्ष अधिकांश स्कूलों में प्री-बोर्ड परीक्षा नहीं कराई गई थी। सभी स्कूलों को जनवरी के प्रथम सप्ताह तक यह परीक्षाएं सपंन करानी होगी। अधिकारियों के अनुसार परीक्षा से विद्यार्थियों और स्कूल को 12वीं की तैयारी की जांच हो पाती है। खालसा इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य मनु भारद्वाज बताती है कि प्री-बोर्ड से विद्यार्थियों को अपनी तैयारी का अंदाजा लग जाता है। कमियों के बारे में पता चल जाता है। इससे बचे हुए समय में विद्यार्थी और बेहतर तरीके से अपनी तैयारी कर पाते हैं। एसडी ब्वॉयज इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य बीबी बंसल के अनुसार वैसे भी इस वर्ष शिक्षकों को शासन के अधिकांश कार्यो में अपनी भागेदारी करनी पड़ी है। इसलिए स्कूलों में सिलेबस भी पिछड़ गया है। इन प्री-बोर्ड परीक्षाओं से विद्यार्थियों का सिलेबस भी जल्द पूरा हो जाएगा और उन्हें तैयारी करने के लिए समय भी मिल जाएगा।

प्रश्नपत्र स्कूल का पैटर्न बोर्ड का

सीबीएसई बोर्ड की तर्ज पर माध्यमिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में आयोजित कराई जाने वाली प्री-बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी वैसे तो सभी स्कूलों में शुरु कर दी गई है। सूत्रों की माने तो प्रश्नपत्र स्कूलों को प्रत्येक वर्ष की भांति खुद ही तैयार करना होगा । ताकि बच्चे बोर्ड परीक्षा के लिए तैयार हो सकें। जिला विद्यालय निरीक्षक श्रवण कुमार यादव का कहना है कि गत वर्ष सत्र जल्दी शुरु कराने की वजह से अधिकांश स्कूलों में प्री-बोर्ड परीक्षा नहीं हो पाई थी। मगर इस वर्ष ऐसा नहीं होगा सभी स्कूलों को अपने यहां प्री बोर्ड परीक्षा आयोजित करानी होगी।