-एक प्रश्नपत्र में प्रश्नों को लेकर स्टूडेंट्स के साथ टीचर्स में भी रही क्यूरियॉसिटी

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PRAYAGRAJ: यूपी बोर्ड परीक्षा में एनसीईआरटी पैटर्न लागू होने के बाद पहली बार हो रही बोर्ड परीक्षा को लेकर स्टूडेंट्स के साथ टीचर्स में भी क्यूरियॉसिटी बनी हुई है। शुक्रवार को इंटरमीडिएट के केमिस्ट्री का पेपर हुआ। केमेस्ट्री के पेपर की मिस्ट्री में स्टूडेंट्स ऐसा उलझे की आखिर तक प्रश्नों से जुझते रहे। प्रश्नपत्र के स्टैंडर्ड को लेकर विभिन्न स्कूलों के केमिस्ट्री टीचर्स से बात करने पर उन्होंने बताया कि इस बार दो पेपर को एक कर दिया गया था। ऐसे में तीन घंटे के लिहाज से पेपर काफी लम्बा था।

इन आर्गेनिक रिएक्शन पर फोकस

केमिस्ट्री के पेपर को लेकर एक्सपर्ट और केमिस्ट्री लेक्चरर संजय कुमार मिश्रा ने बताया कि दो पेपर को एक कर देने के बाद स्टैंडर्ड काफी हावी हो गया था। प्रश्नों की बात करें तो पेपर में इन-ऑर्गेनिक रिएक्शन से जुड़े प्रश्न अधिक पूछे गए थे। इन-ऑर्गेनिक के रिएक्शन काफी लंबे होते हैं, ऐसे में स्टूडेंट्स को अधिक समय इनको सॉल्व करने में लगा। प्रश्नपत्र के शुरू में पूछे गए न्यूमेरिकल्स भी काफी टफ थे। इस बार क्वेश्चन पेपर में गैस बनाने की विधि नहीं पूछी गई।

अब तक 30 के खिलाफ एफआईआर

यूपी बोर्ड परीक्षा में अब तक बड़ी संख्या में अनुचित साधनों का प्रयोग करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी गई है। शुक्रवार को भी दो छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी गई। इसके बाद एफआईआर दर्ज कराने वालों की संख्या 30 तक पहुंच गई।