-शहर में आये DGP ने दूसरे दिन नहीं की अधिकारियों संग मीटिंग, थी तैयारी लेकिन आराम में ही बीता समय

-सुबह दर्शन पूजन के बाद अपने पुराने स्कूल पहुंचे, शाम को लखनऊ रवाना

VARANASI : पूरे प्रदेश में सख्त तेवर में मातहतों को कड़ी नसीहत देने वाले डीजीपी आनंदी लाल बनर्जी बुधवार को जब अचानक बनारस पहुंचे और उसके ठीक बाद विश्वनाथ मंदिर की सुरक्षा परखी तो सबको लगा कि अब बनारस की पुलिस भी टाइट होगी। डीजीपी यहां के पुलिस वालों को भी कड़ाई से सुशासन का पाठ सिखाएंगे लेकिन उनका ये दौरा पूरी तरह से निजी ही बनकर रह गया। दूसरे दिन गुरुवार को बनारस के पुलिस अधिकारियों संग मीटिंग करने की बात कहने वाले डीजीपी सर्किट हाउस के स्पेशल सुईट में आराम ही करते रह गए और शाम को लखनऊ के लिए उड़ गए।

तेवर तो ऐसे कि पूछो मत

बुधवार को जब डीजीपी आनंदी लाल बनर्जी बनारस आये तो मातहतों के हाथ पांव फूल गए थे। इसी बीच डीजीपी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे और वहां ज्ञानवापी कंट्रोल रूम में ब्भ् मिनट बीताया। यहां से दोपहर एक बजे पत्‍‌नी संग दर्शन को निकले डीजीपी ने मंदिर में भी पूजन में लगभग एक घंटा समय दिया। जिसके बाद ये सरकारी दौरा न होकर प्राइवेट लगने लगा। शाम को वह लक्सा में एक शादी समारोह में भी पत्‍‌नी संग शामिल हुए। जबकि बुधवार को डीजीपी ने मीडिया से कहा था कि गुरुवार को वो मातहतों के पेंच कसेंगे लेकिन ऐसा हो न सका। इस दिन भी डीजीपी ने कालभैरव, मां अन्नपूर्णा का दर्शन किया। फिर राजघाट स्थित कृष्णमूर्ति फाउण्डेशन स्थित अपने बचपन के स्कूल में पहुंचकर वहां स्टूडेंट लाइफ की यादें ताजा कीं। इसके बाद सर्किट हाउस लौटे। जबकि यहां मातहत इस डर में थे कि डीजीपी बढ़े क्राइम को लेकर उनकी क्लास लेंगे लेकिन वे यहां भी बच गए। डीजीपी ने सर्किट हाउस पहुंचकर सिर्फ आराम ही किया और पांच बजे लखनऊ के लिए रवाना हो गए।