प्राथमिक विद्यालय भैसहाई, बारा में बिजली न होने से दो घंटे तक रूका रहा मतदान

फर्जी मैसेज ने कर दिया बेहाल, अधिकारी रहे परेशान

प्रशासन के कंट्रोल रूम में दिनभर मिलती रही शिकायतें

ALLAHABAD: सुबह 6.30 बजे अपर जिला मजिस्ट्रेट शिवांगी ने अधीनस्थ कर्मचारी को चाय का आर्डर देकर अपनी कुर्सी पर बैठती हैं। यह कोई आम मतदान केन्द्र नहीं बल्कि पूरे जिले के मतदान केन्द्रों यानि चुनाव कंट्रोल रूम था। जहां विधानसभावार 12 कम्प्यूटर लगाए गए थे और हर कम्प्यूटर पर दो कर्मचारी मौजूद। चाय पीने के बाद स्क्रीन खोलकर कर्मचारियों ने वोट शेयरिंग का रुझान लेना शुरू कर दिया। 8.45 बजे पहली शिकायत जोनल मजिस्ट्रेट राज बहादुर त्रिपाठी की रही। बारा विधानसभा के प्राथमिक विद्यालय, भैसहाई के पास से श्री त्रिपाठी ने कंट्रोल रूम को बताया कि हेलो सर भैसहाई गांव के लोगों ने बिजली न होने की वजह से मतदान का बहिष्कार कर दिया है। तब जिला सूचना अधिकारी ने मजिस्ट्रेट को एसडीएम बारा राजकुमार द्विवेदी की लोकेशन लेकर बताया कि साहब रास्ते में हैं 15 मिनट में पहुंच जाएंगे। श्री द्विवेदी की तरफ से ओके हो जाता है कि ग्रामीणों को समझा दिया गया है। फिर बताया कि 11 बजे उस मतदान केन्द्र पर ग्रामीण वोट डालने के लिए पहुंच गए हैं।

सर्वाधिक खराब EVM शहर दक्षिणी में

कंट्रोल रूम में मतदान शुरू होते ही मतदान केन्द्रों पर ईवीएम खराब होने की सूचना आने लगी। सुबह आठ बजे तक सबसे ज्यादा शहर दक्षिणी में 14 ईवीएम खराब होने का संदेश प्रसारित होता रहा। इसके बाद कंट्रोल रूम से संबंधित जोनल मजिस्ट्रेटों को फोन करके मशीन की बैट्री बदलवाने का निर्देश दिया गया। फाफामऊ विधानसभा में तीन, उत्तरी में पांच, सोरांव व मेजा में क्रमश: एक-एक व शहर पश्चिमी विधानसभा में दोपहर 12 बजे तक तीन ईवीएम खराब होने की सूचना कंट्रोल रूम में दी गई। इसके साथ ही पहली बार लगाई गई वोटर वेरीफाइड पेपर आडिट ट्रायल मशीन यानि वीवीपैट शहर उत्तरी में तीन मतदान केन्द्रों पर बैट्ररी बदली गई।

फर्जी मैसेज ने किया परेशान

जनहित में जारी एक मैसेज ने गुरुवार को कंट्रोल रूम की नींद उड़ा दी। कम्प्यूटर पर मुस्तैद कर्मचारियों की मानें तो दिनभर में पांच सौ से अधिक फर्जी मैसेज की सूचना संबंधित विधानसभा से बीएलओ ने कंट्रोल रूम में दी। हालात यह रहे कि कई मतदान केंद्रों पर लोगों और बीएलओ के बीच झड़प तक हो गई। सोशल मीडिया पर वायरल हुए मैसेज में कहा गया था कि अगर आपका नाम वोटर लिस्ट में नही है तो बीएलओ से दो रुपए का फार्म लेकर वोट डाल सकते हैं। इसमें आपको एक बैलेट पेपर मिलेगा। बस पीठासीन अधिकारी को अपना पहचान पत्र दिखाना होगा। इसी मैसेज ने कंट्रोल रूम और बीएलओ को खूब परेशान किया।