महज 14 परसेंट प्रत्याशी, 82 प्रत्याशियों पर गंभीर आपराधिक मामले

-इलेक्शन वॉच और एडीआर ने जारी की कैंडीडेट्स की कुंडली

813 उम्मीदवार

110 पर क्रिमिनल केस

82 पर गंभीर केस

कम हुई दागियों की संख्या
एडीआर के यूपी समन्वयक संजय सिंह ने मंगलवार को बताया कि यदि पिछले विधानसभा चुनावों से तुलना करें तो दागी प्रत्याशियों की संख्या काफी कम है। 2012 के विधानसभा चुनाव में 34 फीसदी प्रत्याशी ऐसे थे जिन पर आपराधिक मामले दर्ज थे। उन्होंने कहा है कि चुनाव सुधारों की दिशा में हो रहे कामों को इससे बल मिलेगा। साफ है कि पार्टियां बाहुबली और दागी प्रत्याशियों को टिकट देने में पीछे हट रही हैं। तीसरे चरण में 110 प्रत्याशी आपराधिक बैकग्राउंड वाले हैं। इनमें भी 10 परसेंट यानी 82 पर हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण और महिलाओं के ऊपर अत्याचार से संबंधित अपराध शामिल हैं। जबकि सात ने अपने ऊपर हत्या (आईपीसी 302)से संबंधित मामले घोषित किए हैं। 11 पर हत्या का प्रयास के मामले दर्ज हैं।

 

कांग्रेस के 36 परसेंट उम्मीदवारों पर आपराधिक केस
दलगत आंकड़ों पर नजर डालें तो कांग्रेस के 14 में से 5 (36 परसेंट) पर आपराधिक मामले हैं। इसके अलावा बीजेपी के 68 में से 21 (31 परसेंट), बीएसपी के 67 में से 21 (31 परसेंट), आरएलडी के 40 में से 5 (13 परसेंट), सपा के 59 में से 13 (22 परसेंट) ने अपराधिक मामलों की जानकारी दी है। इसके अलावा 225 में से 12 (6 परसेंट) निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं।

 

बसपा के 24 परसेंट पर गंभीर मामले
गंभीर आपराधिक मामलों में सबसे अधिक बसपा के 67 में से 16 (24 परसेंट) उम्मीदवार हैं। जबकि बीजेपी के 68 में से 15 (22 परसेंट), आरएलडी के 40 में से 4 (10 परसेंट), सपा के 59 में से 9 (15 परसेंट), कांग्रेस के 14 में से 3 (21 परसेंट) और 225 में से 12 (5 परसेंट) निर्दलीयों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। गंभीर आपराधिक मामलों का मतलत पांच साल या उससे अधिक सजा वाले अपराध, गैर जमानती अपराध, चुनाव से संबंधित अपराध, सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने से संबंधित अपराध, हमला, हत्या,

 

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प। यूपी के प्रत्याशी ज्यादा धनी
तीसरे चरण में 1.61 करोड़ प्रत्याशियों की औसत संपत्ति है। जबकि 251 (251 परसेंट) करोड़पति हैं। जबकि पहले चरण में प्रत्याशियों की औसत संपत्ति पौने तीन करोड़ थी। पहले चरण में दिल्ली एनसीआर के आस पास वाले जिलों में चुनाव था। इस प्रकार से कह सकते हैं अवध प्रांत की अपेक्षा पश्चिमी यूपी के प्रत्याशी ज्यादा अमीर हैं।

भाजपा के 90 फीसद करोड़पति
813 प्रत्याशियों में 250 प्रत्याशी करोड़पति है। इस चरण में सबसे ज्यादा प्रत्याशी करोड़पति प्रत्याशी भाजपा के है। भाजपा के 90 फीसद प्रत्याशी करोड़पति है। भाजपा ने 68 सीटों पर 61 करोड़पति प्रत्याशी को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा है। दूसरे नम्बर पर बसपा ने 84 फीसद करोड़पति प्रत्याशियों को टिकट दिया है। बसपा के 67 सीटों पर 56 करोड़पति प्रत्याशी है। सपा के 59 में से 51 (86 परसेंट) कांग्रेस के 14 में से सात (50 परसेंट), रालोद के 40 में से 13 (33 परसेंट) और 255 निर्दलीय प्रत्याशियों में 24 प्रत्याशी (11 परसेंट) करोड़पति प्रत्याशी है।

 

कांग्रेस कैंडीडेट औसतन 6 करोड़ के ऊपर
दलवार औसत संपत्ति देखें तो कांग्रेस के 14 प्रत्याशियों की औसतन संपत्ति 6.20 करोड़, भाजपा के प्रत्याशियों की औसतन संपत्ति 3.73 करोड़, बसपा के 67 प्रत्याशियों की औसतन संपत्ति 4.18, रालोद के प्रत्याशियों की 73.56 लाख और सपा के प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 5.70 करोड़ और निर्दलीय प्रत्याशियों की औसतन संपत्ति 72.25 लाख है।

 

सीतापुर के अनूप गुप्ता सबसे रईस
सपा के सीतापुर सीट से महोली के प्रत्याशी अनूप कुमार गुप्ता 42.07 करोड़ के साथ सबसे अमीर प्रत्याशी है। दूसरे नंबर पर 32.39 करोड़ के साथ कानपुर में कांग्रेस की टिकट पर किदवई नगर सीट से लड़ रहे अजय कपूर है। तीसरे नंबर पर कानपुर देहात के सिकंदरा सीट से सीमा सचान ने 29.14 करोड़ की चल चल संपत्ति पेश की है।

 

और इनके पास कुछ भी नहीं
दो प्रत्याशियों ने अपनी संपत्ति शून्य घोषित की है। इनमें लखनऊ पश्चिम से सीपीआई के मोहम्मद अकरम खान, सीतापुर लहरपुर सीट से अवामी समता पार्टी के सुरेश चंद्र हैं। सबसे कम संपत्ति के मामले में घाटमपुर सीट से ओजस्वी पार्टी के विजय गौतम हैं जिनके पास सिर्फ एक हजार रुपए की संपत्ति है। जबकि फर्रुखाबाद के भोजपुर से निर्दलीय अवनीत कुमार, सीतापुर से नारायण उर्फ राम नारायण ने तीन-तीन हजार रुपए की चल संपत्ति पेश की है।

 

अपर्णा यादव ने दाखिल किया सबसे ज्यादा रिटर्न
लखनऊ कैंट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही अपर्णा यादव ने सबसे अधिक 1.97 करोड़ का आयकर रिटर्न दाखिल किया है। सपा से लखनऊ कैंट से चुनाव लड़ रही अपर्णा ने अपने नामांकन पत्र के साथ दाखिल शपथ पत्र में स्वयं की आय 50 लाख समेत आश्रित की कुल चल.अचल संपत्ति 22.96 करोड़ दर्शायी है। लेकिन उन पर 8.15 करोड़ की देनदारी है। फर्रुखाबाद सीट से निर्दलीय प्रत्याशी पर 13.18 करोड़ की देनदारी है। कानपुर के किदवई नगर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के पास चल.अचल संपत्ति 32ण्39 करोड़ हैए लेकिन वे नौ करोड़ के देनदार भी है।

 

51 परसेंट प्रत्याशी ग्रेजुएट
तीसरे चरण में प्रत्याशियों का शैक्षिक स्तर पर बढ़ा है। 481 (51 परसेंट) प्रत्याशी स्नातक या इससे अधिक योग्यता वाले हैं। 320 (39परसेंट ) 5वीं से 12वीं क्लास तक की योग्यता रखते हैं और 43 प्रत्याशी साक्षर हैं। जबकि 10 प्रत्याशी अनपढ़ हैं।

 

बसपा के 20 प्रत्याशी स्नातक
तीसरे चरण में बसपा ने 20 स्नातक, 9 प्रोफेशनल, 22 परास्नातक, 4 पीएचडी प्रत्याशियों को टिकट दिया है। बीजेपी ने 16 ग्रेजुएट, 24 पोस्ट ग्रेजुएट , 14 ग्रेजुएट प्रोफेशनल और एक पीएचडी होल्डर को टिकट दिया है। सपा ने 16 ग्रेजुएट, 15 पोस्ट ग्रेजुएट, 12 ग्रेजुएट प्रोफेशनल, एक पीएचडी होल्डर को टिकट दिया है। कांग्रेस ने पांच ग्रेजुएट, तीन पोस्ट ग्रेजुएट, तीन ग्रेजुएट प्रोफेशनल, एक पीएचडी धार को मैदान में उतारा है।

 

महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ी
तीसरे चरण की 67 सीटों पर 96 (12 परसेंट) महिला प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। कुल प्रत्याशियों में इनकी हिस्सेदारी 12 फीसद है। पहले और दूसरे चरण में ये हिस्सेदारी आठ और 10 परसेट थी।

 

25 वर्ष से कम का प्रत्याशी भी
तीसरे चरण में एक प्रत्याशी 23 वर्ष का भी चुनाव मैदान में है। मैनपुरी की किशनी सीट से लड़ रहे निर्दलीय प्रत्याशी आशीष निगम ने अपने नामांकन शपथ पत्र में अपनी उम्र 23 वर्ष दर्शायी है। जबकि चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक 25 से कम उम्र का कोई चुनाव नहीं लड़ सकता। इसके अलावा 68 परसेंट यानी 551 प्रत्याशियों की उम्र 25 से 50 वर्ष है। 31 परसेंट (254) प्रत्याशियों की उम्र 51 से 80 वर्ष के बीच है। दो प्रत्याशियों की उम्र 80 वर्ष से ज्यादा है। सात प्रत्याशियों ने अपनी उम्र ही घोषित नहीं की है।

 

लखनऊ की तीन सीट सेंसटिव
तीसरे चरण की 21 सीट सवेंदनशील है। इन सीटों पर तीन से चार आपराधिक मामले वाले प्रत्याशी मैंदान में हैं। सबसे ज्यादा राजधानी लखनऊ की तीन विधानसभा सीटें लखनऊ पश्चिम, मध्य और सरोजनी नगर शामिल है। उन्नाव की बांगरमऊ, पुरवा, बाराबंकी की कुर्सी और रामनगर, मैनपुरी, सीतापुर की महोली, सीतापुर और मोहम्मदाबाद, हरदोई की बालामऊ और बिलग्राम, फर्रुखाबाद की भोजपुर, कानुपर की देहात की भोगनीपुर, कानपुर नगर की महराजपुर, किदवई नगर और बिठूर, इटावा और मैनपुरी और भोगांव सीट पर तीन-तीन दागी छवि के प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।