चुनावी सीजन में एक लाख से अधिक कैश के साथ पकड़े जाने पर आईटी को देना होगा जवाब

ALLAHABAD: चुनाव आचार संहिता लागू हो चुकी है। इसका कड़ाई से पालन कराने के लिए पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने कमर कस ली है। ऐसे में आप किसी मुसीबत में न पड़ जाएं इसके लिए सतर्क रहना होगा। अगर आपको अधिक कैश लेकर चलने की आदत है तो चुनाव तक इससे बाज आएं। क्योंकि चुनावी सीजन में अगर एक लाख रुपए से अधिक का कैश के साथ पकड़े गए तो सीधे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से आपका पाला पड़ जाएगा। चुनावी सीजन में अधिक पैसा लेकर चलने वालों पर कार्रवाई करने के लिए सीडीओ आंद्रा वामसी के नेतृत्व में कमेटी का गठन किया गया है। भारी मात्रा में कैश पकड़े जाने पर इनकम टैक्स की टीम मामले की जांच करेगी। कैश, ब्लैक फिल्म, बैनर-पोस्टर, वाल पेंटिंग आदि को लेकर आचार संहिता का पालन कराने के लिए जिला प्रशासन ने पांच टीमों का गठन किया है। रूरल में एसडीएम तो इससे निचले स्तर पर तहसीलदार और नायब तहसीलदार टीमों का नेतृत्व करेंगे। राजनीतिक दलों द्वारा वाल पेंटिंग नहीं हटवाने पर यह काम प्रशासन करेगा और इसमे आने वाला खर्च संबंधित दल के सदस्य या उम्मीदवार को चुकाना होगा।

दलों के लिए सिंगल विंडो सिस्टम

चुनाव के दौरान रैली, सभा समेत अन्य कार्यक्रमों के लिए राजनीतिक दलों को परमीशन के लिए भटकना नहीं होगा। इसके लिए जिला प्रशासन ने सुविधा साफ्टवेयर बनाया है। जिसमें कार्यक्रम की पूरी डिटेल फीड कर उम्मीदवार को अनुमति प्रदान की जाएगी। इसके लिए सिंगल विंडो सिस्टम बनाया जा रहा है। डीएम संजय कुमार का कहना है कि किसी भी प्रत्याशी के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा। फ‌र्स्ट कम, फ‌र्स्ट सर्व की तर्ज पर अनुमति दी जाएगी।

मतदान में लगेंगे तीन सौ फोटोग्राफर

आयोग के निर्देश पर चुनाव के दौरान आचार संहिता का पालन कराने के लिए जिला प्रशासन 12 विधानसभाओं में तीन सौ फोटोग्राफर तैनात करेगा। राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों की रैलियों और सभाओं में प्रशासनिक वीडियोग्राफर भी मौजूद रहेगा। चुनाव में लगाए गए चालीस जोनल मजिस्ट्रेट के साथ फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर को लगाया जा रहा है।

फोरलेन पुल आचार संहिता से परे, चलता रहेगा निर्माण कार्य

आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद नए सरकारी निर्माण कार्यो पर रोक लगा दी गई है। जिन योजनाओं की टेंडर प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है, उन्हें आचार संहिता के दायरे में लाया गया है। इनका निर्माण कार्य फिलहाल बंद रहेगा। लेकिन इस सबके बीच खुशखबरी यह है कि फाफामऊ फोरलेन पहुंच मार्ग और संगम पुल का निर्माण इससे प्रभावित नहीं होगा। डीएम संजय कुमार का कहना है कि 1200 करोड़ की लागत के इस प्रोजेक्ट की शुरुआत सीएम अखिलेश यादव के शिलान्यास के साथ कर दी गई थी। अरैल क्षेत्र में निर्माण चल रहा है और शासन ने 210 करोड़ रुपए की किश्त जारी भी कर दी है। टेंडर प्रक्रिया आचार संहिता लागू होने से पहले पूरी करा दी गई थी।

ये भी आचार संहिता से बाहर

दैवीय आपदा, जन कल्याण योजनाएं, राहत वितरण, बीमारी अनुदान योजना