- आचार संहिता की धज्जियां उड़ा रहे हैं कई पॉलिटिकल लीडर्स

- वॉल राइटिंग के साथ ही गाडि़यों पर भी नजर आ रहे हैं झंडे और स्टीकर

- रोजाना हो रही है कार्रवाई, फिर भी नहीं मान रहे हैं बात

GORAKHPUR: विधानसभा इलेक्शन 2017 की घोषणा होने के बाद जिम्मेदार काफी एक्टिव हो चुके हैं। शहर में चारों ओर आचार संहिता का पालन कराने के लिए उड़न दस्ते और स्टैटिक टीम्स दौड़ लगाकर कार्रवाई करने में लगी है। रोजाना कार्रवाई भी हो रही है और नियम तोड़ने वालों के खिलाफ लगातार एफआईआर भी दर्ज कराई जा रही है। मगर एक हफ्ते बीत जाने के बाद भी अब तक पॉलिटिकल पार्टीज के नामों निशां नहीं मिट सकेहैं। कुछ इलाकों में अब भी दीवारों पर पॉलिटिकल पार्टीज के एड लोगों को अट्रैक्ट कर रहे हैं, वहीं गाडि़यों में भी स्टीकर्स और पार्टी के झंडे लगे नजर आ ही जा रहे हैं। ऐसा लगता है कि मानों इन पर कार्रवाई का डर रह ही नहीं गया है।

कलेक्ट्रेट के पास ही वॉल पेंटिंग

आचार संहिता का पालन कराने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी/डीएम संध्या तिवारी ने घोषणा के बाद ही टीम्स एक्टिव कर दी थी। सारे शहर में टीम्स दौड़-दौड़कर कार्रवाई करने में जुटी रही। रोजाना करीब एक दर्जन से ज्यादा लोगों पर कार्रवाई भी की जा रही है, लेकिन इसके बावजूद कलेक्ट्रेट कैंपस से महज 500 मीटर दूर ही कांग्रेस पार्टी की वॉल पेंटिंग पर पेंट की एक बूंद तक नहीं गिर सकी है। एक के बाद एक तीन वॉल राइटिंग कराने के बाद भी जिम्मेदारों की निगाह अब तक उस जगह नहीं पड़ सकी है।

शहर में भी काफी जगह

इतना ही नहीं शहर के कई इलाकों में भी कैंडिडेट्स के नामों-निशां मिटाने में प्रशासन नाकाम साबित हुआ है। पैडलेगंज में एक सपा के एक नेता ने अब तक पार्टी का झंडा अपनी छत पर तान रखा है। हैरानी की बात यह है कि यहां से महज 200 मीटर दूरी पर ही पैडलेगंज चौकी है, बावजूद इसके कोई भी जिम्मेदार अब तक झंडा उतरवाने में नाकाम रहा है। इतना ही नहीं गाडि़यों पर स्टीकर और झंडे अब भी नजर आ रहे हैं। लगातार कार्रवाई के बाद भी लोगों ने स्टीकर नहीं हटाए हैं।