- शहर में 84 से ज्यादा कैमरे कर रहे हैं निगहबानी, इलेक्शन के दिन सैकड़ों कैमरों की जरूरत

- इस बार रजिस्टर्ड स्टूडियो से नहीं बल्कि ठेकेदार के जरिए आ रहा है कैमरा

GORAKHPUR: यूपी विधानसभा इलेक्शन का मैदान तैयार हो चुका है। चार मार्च को कैंडिडेट्स की किस्मत इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में कैद हो जाएगी। वोटर्स उनके पक्ष में वोट करें, इसके लिए कैंडिडेट्स सभी जोड़-तोड़ और जुगाड़ में लग गए हैं। वहीं कैंडिडेट्स के ऐसे आरमानों पर पानी फेरने के लिए निर्वाचन अयोग भी अपनी तैयारी कर चुका है। इसके लिए सभी विधानसभाओं में वीडियो कैमरामैन लगाकर रिकॉर्डिग कराई जा रही है। इसमें सभी ऑब्जर्वर के साथ ही सर्विलांस टीम और रिटर्निग ऑफिसर्स के पास भी कैमरामैन भेजे गए हैं, जिससे इलेक्शन के दौरान कोई भी गड़बड़ी न हो।

टीम्स शुरू कर चुकी है निगरानी

इलेक्शन के लिए कैमरों का इस्तेमाल आचार संहिता लागू होने के बाद ही शुरू हो चुका है। फ्लाइंग स्क्वॉयड के साथ ही वीडियो सर्विलांस टीम और स्टैटिक सर्विलांस टीम एक्टिव हो चुकी हैं। वहीं नॉमिनेशन प्रॉसेस शुरू होने से पहले ही ऑब्जर्वर ने भी शहर में डेरा डालकर अपने लेवल पर निगरानी का काम शुरू कर दिया है। सभी जिम्मेदारों के पास वीडियो कैमरे से लैस फोटोग्राफर पहुंच चुके हैं, जिन्होंने अपना काम शुरू कर दिया है।

प्रशासन मुहैया करा रहा कैमरा

प्रशासन के जिम्मेदारों ने इस बार यह व्यवस्था की है कि उन्होंने डेली वेजेज पर एंप्लाइज हायर कर रखे हैं। इन सभी को वीडियो कैमरे के साथ सीडी और रिकॉर्डिग से जुड़े जरूरी सामान मुहैया कराए जा रहे हैं। बस उन्हें टीम के साथ रहकर रिकॉर्डिग करनी है और डेली बेसिस पर रिकॉर्डेड डाटा को जिम्मेदारों को मुहैया कराना है। इसमें जांच के साथ ही विजिट और मीटिंग्स की भी विडियोग्राफी करनी है।

कहां कितने कैमरे

फ्लाइंग स्क्वॉयड - 27

वीडियो सर्विलांस टीम - 9

स्टैटिक सर्विलांस टीम - 27

एआरओ - 9

ऑब्जर्वर - 12

चुनाव के दिन बूथ पर जरूरत - 500

वर्जन

वीडियोकैमरा चलाने के लिए जरूरी मैन पॉवर को डेली वेजेज के हिसाब से हायर किया गया है। इसके अलावा बाकी सभी चीजें प्रशासन की ओर से मुहैया कराई जा रहीं हैं।

- अजय कुमार सोनकर, चीफ ट्रेजरी ऑफिसर