मनपसंद प्रत्याशी को मिला वोट या हो गयी गड़बड़, तुरंत चलेगा पता

जिले की तीन विधानसभाओं में होगा वीवी पैट मशीन का उपयोग

चुनाव आयोग ने पहली बार तकनीक का किया है इस्तेमाल

vineet.tiwari@inext.co.in

ALLAHABAD: विधानसभा चुनाव को पारदर्शी बनाने के लिए निर्वाचन आयोग इस बार कई तकनीकों का इस्तेमाल कर रहा है। इसमें वीवी पैट मशीन का उपयोग शामिल है जिसका इलाहाबाद की तीन विधानसभाओं में पहली बार उपयोग होगा। इसमें मतदाता को दिए गए वोट की डिटेल पता चल जाएगी, जिससे वह संतुष्ट हो जाएगा कि उसका वोट शत-प्रतिशत पड़ा है। इसके पहले वोट डालने के बाद मतदाता ऊहापोह की स्थिति में रहता था।

यहां होगा इस्तेमाल

23 फरवरी को होने वाले मतदान में मेजा, शहर उत्तरी और शहर दक्षिणी विधानसभा में वीवी पैट का मशीन का उपयोग किया जाएगा। जिसकी तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं। वीवी पैट को अंग्रेजी में वोटर वेरीफाइड पेपर ऑडिट ट्रायल कहा जाता है। इसमें कम्प्यूटराइज्ड डिवाइस का इस्तेमाल किया जाता है। एडीएम इलेक्शन महेंद्र कुमार ने बताया कि इस मशीन को ईवीएम के साथ अटैच कर मतदान केंद्र के भीतर उपयोग किया जाएगा। जिसके तहत वोटिंग के सात सेकंड तक एक बीप की आवाज बजेगी और सामने डिस्प्ले पर सिंबल नजर आएगा जिस पर उसने वोट दिया है। इसका उददेश्य सिर्फ इतना ही है कि मतदाता पूरी तरह निश्चिंत हो जाए कि उसने जिस पार्टी या प्रत्याशी को वोट दिया है, वोट उसी को मिला है।

तत्काल दे सकेगा सूचना

अगर मतदान और मशीन से निकले परिणाम में अंतर नजर आता है तो इसकी सूचना मतदाता तत्काल पीठासीन अधिकारी को दे सकेगा। अक्सर ईवीएम मशीन को खराब बताकर वोटिंग के आंकड़ों पर सवाल उठाया जाता है, इससे निजात पाने के लिए आयोग वीवी पैट मशीन का उपयोग करने जा रहा है। बताया गया कि मतदान के इस मशीन का पूरा डाटा सेव कर लिया जाएगा और डाटा के आधार पर डाले गए मतों का आंकड़ा मिलाया जाता है। इससे मतदान में पारदर्शिता आएगी और किसी भी तरह की गड़बड़ी कोई चाह कर भी नही कर पाएगा।

तीनों विधानसभाओं पर एक नजर

विधानसभा बूथ मतदाता

मेजा 317 309426

शहर उत्तरी 425 411491

शहर दक्षिणी 366 391667

शहर उत्तरी और दक्षिणी में पहले से वीवी पैट मशीन लगाए जाने के निर्देश भी आयोग से मिल चुके हैं। मशीनों की चेकिंग भी हो चुकी है। अब इसमें मेजा विधानसभा को शामिल कर लिया गया है। इससे मतदाता को वोटिंग में अधिक आसानी होगी।

आंद्रा वामसी, मुख्य विकास अधिकारी