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हम त मोदी के वोट देइब यादव जी, त हमसे का कहत बाड़ा, हमने त अखिलेश के साथ बानी अरे यादव जी पहले ई तय करा कि तू अखिलेश के साथे बाड़ा की मुलायम केआप लोग ई चक्कर में न पडि़एअखिलेश और मुलायम के सब साथ हैं। कुछ ऐसी ही बहस चली चाय पे चर्चा की तीसरी कड़ी में गोरखनाथ मंदिर के पास 80 साल से मौजूद राजदेव सैनी की प्रसिद्ध दुकान परजब आई नेक्स्ट रिपोर्टर यहां पहुंचा तो पहले तो लोग कैमरा देखकर थोड़ा सकुचाए। लेकिन जब हम भी बहस में शामिल हुए तो लोग पूरी रौ में आ गए

स्थान- गोरखनाथ, राजदेव सैनी, राजदेव सैनी की चाय स्टाल

समय- ढाई बजे

विधानसभा क्षेत्र- गोरखपुर शहर विधान सभा

आई नेक्स्ट रिपोर्टर: अरे यहां क्या हाल है। किसका माहौल बन रहा है?

मुन्ना कुरैशी: कुछ नहीं भाई साहब, मोदी जी के साथ हैं हम लोग। यहां कोई बदलाव नहीं होने वाला है। मोदी-मोदी है।

गोविंद यादव (बीच में रोकते हुए): अरे नोटबंदी एक अच्छी योजना ला दिए, उससे क्या होने वाला है। अखिलेश यादव ने जो काम किया है। जनता उसे फिर से बुला रही है।

महेंद्र सैनी : ये भाई साहब गोविंद जी हमारी भी बात सुनिए। पहले आप लोग तय कीजिए कि समाजवादी पार्टी कौन सही है। फिर बताइए कि किसको वोट देंगे।

गोविंद यादव: हम लोग तो अखिलेश यादव के साथ हैं। उन्हीं के साथ रहेंगे और किसी को इसकी चिंता नहीं होनी चाहिए।

घनश्याम पांडेय: अरे भाई देश बदल रहा है, हम लोगों को भी बदलने की जरूरत है। कुछ अलग सोचिए और विकास की तरफ बढि़ए। ऐसा नहीं होगा हम उसी को देंगे जो लोकल विकास की बात को सोच रहा है। जो यहां के मुद्दों पर बजट जारी करेगा।

अनित तिवारी (बीच में रोकते हुए): अभी तक नेता के नाम पर वोट दे रहे थे क्या?

घनश्याम पांडेय: हर बार विकास के नाम पर वोट दिए हैं और आगे भी देते रहेंगे। विकास और अच्छा नेता हमारी प्राथमिकता पर रहता है।

विनय चतुर्वेदी: तो भाई ऐसे ही बोलिए कि अगर नेता जी विकास से दूर हैं तो हम बाहर का रास्ता दिखाने के लिए तैयार हैं। और अगर विकास होता है तो वोट उसी को देंगे।

(अचानक बहस बहन मायावती और कांग्रेस की तरफ रुख कर जाती है.)

विनय चतुर्वेदी : बसपा के मायावती को क्यों छोड़ दे रहे हैं? उनके वोट बैंक का क्या होगा। अगर वहां से कोई अपना ध्यान भटकाया तो 2007 वाली हालत बन सकती है।

महेंद्र सैनी (अचानक उत्तेजित होकर): अरे वह कुछ नहीं कर पाएंगी। लोकसभा की तरह हाथी वहीं एक ही जगह पर बैठा रह जाएगाग। इस बार तीसरे स्थान पर उसे जाने से कोई रोक नहीं सकता है।

अनिल तिवारी: रहने दीजिए भाई साहब कहीं इसी गलतफहमी में वह इतनी तेज न दौड़े कि विधान सभा हाथी के चिंघाड़ से गूंज उठे।

गोविंद यादव: भाई आप लोग हल्ला बंद करिए, इस बार अखिलेश यादव की सरकार दौड़कर आ रही है।

बॉक्स में

टी प्वाइंट

पुरानी दुकान है हमारी। यहां से लोगों को नेता चुनते देखा हूं। खुद भी चुनता रहा हूं। बहस-मुबाहिसे की बात और है। लेकिन नेता चुनना अंदर की बात है। कई बार ऐसे लोगों को देखा है जो यहां बैठकर किसी और पार्टी की दुहाई देते हैं और नेता घर जाकर चुनते हैं। नेता चुनना अपनी पसंद है और इस पसंद को इस बार के चुनाव में दिखाया जाएगा। बात इलाके के विकास की बात होनी चाहिए। वही सब तय करेगा।

-राजदेव सैनी

(चाय के दुकान के मालिक, यह दुकान 1965 से यहां मौजूद है.)