- एडीआर की रिपोर्ट में खुलासा, दागियों की शरणगाह बनी भाजपा और सपा

- 28 फीसद उम्मीदवार हैं करोड़पति, बसपा बनी अमीर प्रत्याशियों की पार्टी

- सबसे ज्यादा युवा प्रत्याशी चौथे चरण में, छह अनपढ़ भी लड़ रहे चुनाव

 

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116 ने हलफनामे में स्वीकारा
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म की रिपोर्ट के मुताबिक चौथे चरण में चुनाव मैदान में उतरे 680 प्रत्याशियों में से 116 ने अपने ऊपर आपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी दी है। इनमें से 14 फीसदी यानी 95 प्रत्याशियों पर हत्या, हत्या के प्रयास अपहरण व महिलाओं पर अत्याचार जैसे गंभीर मामले दर्ज है। गौरतलब है कि गंभीर आपराधिक मामलों वाले प्रत्याशियों में सपा पहले तथा भाजपा दूसरे स्थान पर है। एडीआर ने चौथे चरण में बुंदेलखंड के सातों जिलों समेत 11 जिलों के 21 संवेदनशील क्षेत्रों को इंगित किया है जहां कम से कम तीन उम्मीदवारों पर आपराधिक मुकदमे दर्ज है। भाजपा के 48 में से 19, सपा के 33 में से 13, बसपा के 53 में से 12 तथा कांग्रेस के 25 में से आठ प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।

सुभाष चंद्र और नंदी सबसे अमीर
अमीर प्रत्याशियों की बात करें तो सबसे ज्यादा संपत्ति कौशांबी की चायल सीट से निर्दलीय प्रत्याशी सुभाष चंद्र (70 करोड़) घोषित की है। इसके बाद इलाहाबाद के भाजपा प्रत्याशी नंदगोपाल नंदी (57 करोड़) हैं। इलाहाबाद के ही फूलपुर के प्रत्याशी मोहम्मद मसरूर शेख ने 32 करोड़ की संपत्ति घोषित की है। एडीआर के मुताबिक चौथे चरण के 680 प्रत्याशियों में 189 करोड़पति हैं। बसपा के 53 में 45, भाजपा के 48 में 36, सपा के 33 में 26, कांग्रेस के 15 में 17, रालोद के 39 में छह उम्मीदवार करोड़पति हैं। चौथे चरण के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 1.90 करोड़ रुपये है। औसत संपत्ति के मामले में कांग्रेस उम्मीदवार पहले पायदान पर हैं। वहीं प्रतापगढ़ से सपा उम्मीदवार इंद्राकर मिश्र ने अपनी संपत्ति शून्य घोषित की है। वहीं 25 फीसद उम्मीदवारों ने अपने पैन विवरण घोषित नहीं किए हैं।

संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्र
एडीआर ने जिन 21 निर्वाचन क्षेत्रों को संवेदनशील करार दिया है उनमें तीन या इससे ज्यादा दागी प्रत्याशी चुनाव मैदान में आमने-सामने हैं। इनमें इलाहाबाद वेस्ट, मानिकपुर, हमीरपुर, मेहरौनी, जहानाबाद, रामपुर खास, प्रतापगढ़, अयाहशाह, इलाहाबाद दक्षिण, चित्रकूट, ऊंचाहार, तिंदवारी, झांसी नगर, बिंदकी, हंडिया, कालपी, फतेहपुर, फूलपुर, मेजा, सलोन व गरौठा शामिल हैं।

दो सौ वोट की कीमत बीस हजार रुपये
एडीआर ने चुनाव के दौरान बड़े पैमाने पर पैसे, शराब, साड़ी, कंबल आदि बांटने की कवायद को देखते हुए चुनाव आयोग की सक्रियता पर भी सवाल उठाया है। यह भी सामने आया है कि बाहुबली नेता दो सौ वोट बीस हजार रुपये देकर खरीदने में जुटे हैं। कई जगहों पर ऐसे मामले सामने आने पर भी पर्यवेक्षकों की भूमिका भी शिथिल पाई गयी है। एडीआर यूपी के मुख्य समन्वयक संजय सिंह ने कहा कि वर्तमान चुनाव में आयोग उनकी सजगता और संजीदगी से काम नहीं कर रहा जितना पहले के चुनाव में देखने को मिला था। कई प्रत्याशियों ने तो बाकायदा वोटर्स के लिए खाने के लंगर तक खोल रखे है। करोड़ों रुपये की शराब बरामद होने के बाद भी यह पता नहीं लगाया जा सका है कि इसे किसने मंगवाया था।

फैक्ट फाइल
-  39 फीसद उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता कक्षा पांच से बारहवीं तक घोषित की है। वहीं 367 ने स्नातक और इससे ज्यादा जबकि 36 ने खुद को साक्षर और छह ने खुद को अनपढ़ बताया है।

493 उम्मीदवारों ने अपनी आयु 25 से 50 वर्ष के बीच घोषित की है। 180 उम्मीदवारों ने अपनी आयु 51 से 80 वर्ष के बीच तथा सात ने अपनी उम्र को बताने से परहेज किया है या उन्हें इसका पता नहीं है।

चौथे चरण में 60 (9 फीसदद) महिलाओं को टिकट दिया गया है। अभी तक यह आंकड़ा दस फीसद के करीब था।