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दोपहर करीब एक बजे पूर्व उच्चतर माध्यमिक बालिका विद्यालय फाफामऊ में बनाये गये मतदान केन्द्र पर मतदाताओं की भारी भीड़ नजर आई। यहां स्पेस कम होने के बावजूद चार बूथों पर महिलाओं और पुरूषों को अच्छी तरह एडजस्ट किया गया था। ग्रामीण और शहरी इलाके के मिले जुले इस केन्द्र पर गांव और शहर की चाल ढाल और रहन सहन में रहने वाले दोनों तरह के लोगों की भीड़ दिखी।

केन्द्र पर वोट देने पहुंचे लोगों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सुबह के समय काफी सन्नाटा था। लेकिन दिन में 11 बजे के बाद भीड़ अचानक बढ़ना शुरू हुई। कई बार ऐसा हुआ जब लाइन मतदान केन्द्र से बाहर तक लगी। इसके बावजूद लोग धैर्य से लाइन में लगे रहे और वोट देने के बाद ही लौटे। वोट देने आये आईआईटी नैनी के रिटायर्ड इंप्लाई माता प्रसाद शर्मा ने कहा कि जीत और हार का फैसला तो गांव एरिया में बसे इलाके से ही होता है। उन्होंने कहा कि जीते हारे कोई भी उन्हें अपने मताधिकार का प्रयोग कर अच्छा लग रहा है। उन्होंने कभी वोट मिस नहीं किया और न परिवार वालों को करने दिया। पूर्व उच्चतर माध्यमिक बालिका फाफामऊ के चारों बूथों में पहले में 1405, दूसरे में 1327, तीसरे में 1310 एवं चौथे में मतदाताओं की कुल संख्या 1404 थी। यहां दोपहर के एक बजे तक 30 फीसदी वोटिंग हो चुकी थी। शाम तक यह ग्राफ और बढ़ा और विधानसभा के मतदाताओं ने पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। इस बार यहां .24 फीसदी ज्यादा वोट डाले गए।

लोकतंत्र की मजबूती के लिये अधिकाधिक मतदान जरूरी है। यही कारण है कि हम वोट देने आये हैं। हमें सवाल पूछने का हक तभी बनता है, जब हम खुद मतदान करें।

विनय कुमार

प्रदेश में मजबूत सरकार बनना जरूरी है। तभी सूबे का विकास हो पायेगा। इसके लिये लोगों ने मतदान किया है। हमें ऐसा नेता चाहिये जो लोगों के लिये काम करे। उनका सुख दु:ख बांटे।

माता प्रसाद शर्मा