विधानसभा चुनाव में दिव्यांगों को अधिकतम भागीदारी देने की आयोग ने बनाई रणनीति

चिंहित कर शामिल किया जाएगा सूची में नाम, लोगों से सहयोग की अपील

ALLAHABAD: अठारह वर्ष से अधिक आयु के दिव्यांगों को इस बार प्राथमिकता से अपनी सरकार चुनने का मौका मिलने जा रहा है। विधानसभा चुनाव से पहले उनका नाम मतदाता सूची में शामिल कराने की मुहिम चुनाव आयोग द्वारा चलाई जा रही है, जिसका कार्यान्वयन खुद जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। अधिकारियों ने आम जनता से अधिक से अधिक दिव्यांगों को मतदान के लिए प्रेरित करने की अपील की है।

पोलिंग बूथ पर दी जा रही है सुविधा

पिछले तमाम चुनावों के मुकाबले इस बार दिव्यांगों को मतदान में अधिक से अधिक सुविधाएं मुहैया कराई जानी हैं। उनकी सुविधा के लिए जिले की बारह विधानसभाओं के 4327 बूथों पर रैंप बनवाए जा रहे हैं। जिससे कि उनको बूथ के भीतर जाने में दिक्कत का सामना न करना पड़े। इतना ही नही, आयोग की ओर से जिला प्रशासन ने पुलिस प्रशासन से दिव्यांगों के प्रति संवेदनशीलता बरतने की अपील की है। उनको प्राथमिकता के साथ वोट दिलाए जाने की बात कही गई है। इसके अलावा बूथों पर उनको व्हील चेयर और हेल्पर भी मुहैया कराए जाएंगे। नेत्रहीनों को पोलिंग बूथों पर ब्रेल लिपि के जरिए मतदान करने की सहूलियत दी जाएगी।

प्रशासन करेगा हर संभव मदद

प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि अगर किसी इंस्टीट्यूशन या रिहैबिलिटेशन सेंटर में 18 या इससे अधिक आयु का दिव्यांग है और उसका नाम मतदाता सूची में दर्ज नही है तो वह विशेष तौर पर सूची में नाम शामिल कराने का आवेदन कर सकता है। इसके लिए प्रशासन हरसंभव मदद करेगा। बता दें कि पहली बार मतदाता सूची में 18 हजार दिव्यांगों के नाम शामिल कराए गए हैं और उनकी अलग से सूची तैयार की जा रही है। प्रशासन का दावा है कि चुनाव में 70 फीसदी से अधिक दिव्यांगों की वोटिंग कराई जाएगी। इसके लिए उन्हें लगातार प्रेरित किया जा रहा है।

कोशिश की जा रही है कि किसी भी दिव्यांग का नाम मतदाता सूची में शेष न रह जाए। सभी का नाम प्राथमिकता से दर्ज किया जाएगा। अगर कोई रह गया है तो इसकी जानकारी प्रशासन को दे सकता है।

संजय कुमार, डीएम