चुनावी सरगर्मी राजनेताओं और पार्टी प्रत्याशियों पर ही नहीं, बल्कि आम पब्लिक पर भी सिर चढ़ कर बोल रही है। आज कल तो दिन की शुरुआत ही इससे होती है। टहलने के बाद चाय की दुकानों पर जुटने वाले लोग चुनाव की नाम लेते ही शुरू हो जाते हैं। बहस में लोकल से लेकर प्रदेश स्तर की राजनीति का अपडेट भी हो जाता है। क्या चल रहा है चर्चाओं में यह जानने के लिए सोमवार को आईनेक्स्ट रिपोर्टर पुराने शहर के मुट्ठीगंज बड़ा चौराहा पर लगने वाली अड़ी में मौजूद लोगों के बीच पहुंचा।

विधानसभा: शहर दक्षिणी

चुनाव की घोषणा के साथ ही चाय की दुकानों पर सजने लगी अड़ी

राजनीति होती है चर्चा का केन्द्र

balaji.kesarwani@inext.co.in

चर्चा शुरू हुई मुट्ठीगंज व्यापारी के अनिल केसरवानी से पूछे गए सवाल से। सवाल था, अनिल भाई, तोहरे हिसाब से ई बार केकर राज आवै चाही? इतने पर अनिल शुरू हो गए। यादव राज आवै चाही। चारों तरफ यादव के बैठाई देवै चाही। अनिल ने यादव राज की गाथा बतानी श्ाुरू की जो बीच में राजेंद्र केसरवानी आ गए और बोले नाहीं गुरुभाजपा आइगा। यह सुनकर राजेश ठाकुर बोल पड़े, तुम लोग चिल्लात रहो सपा राज और मोदी राज। ईहां बुआ अलगै चाल चलत हईन। कहीं अइसन न होई जाए कि बाप-बेटवा लड़त रहैं और बुआ मैदान मार लई जायं।

यहां से मुद्दा सपा में चल रही उठा-पटक पर फोकस्ड हो गया। विकास केसरवानी कहने लगे इ लड़ाई समझै में ना आवत है। इमे त बसपा के फायदा होइबै करी। पप्पू ने बीच में बात काटी और कहा, बाप-बेटवा एक होई गएन त। अब बारी कल्लू माली की थी। बोले एही लिए त बसपा मुस्लिम कार्ड खेले है। ज्यादा दिन इ कुल चलल त पासा पलट जाई। इस पर राजेन्द्र केसरवानी ने वफादारी का पाठ पढ़ाते हुए कहा, केहू कवनो कार्ड खेलै, हम तो नेता जी के साथ रहब। इस पर कल्लू बोल पड़े, अच्छा तुम नेता जी के साथ रहबो? त फिर विधायक जी क का होई?

बातचीत को पलटते हुए िवष्णु जायसवाल बोले 56 इंच का सीना है, झूठ बोल कर जीना हैभाजपा केवल बकैती कर रही है। काला-धन काला, धन चिल्ला रहे हैं। कांग्रेस वाले पूछ रहे हैं कि 14 लाख 91 हजार करोड़ रुपिया कहां से आई गवा तो बताय नहीं रहे हैं। लल्लू अमरोज ने कहा कि कांग्रेस के जऊन काम पर विरोध रहा, आज वही लागू होई रहा है मनमोहन सिंह ने 2014 में नोटबंदी की बात कही थी, तब सबसे बड़ा विरोध मोदी ने दर्ज कराया था। तो सचिन जायसवाल बोल पड़े मोदी जी कहते हैं कि हम ईमानदार और बाकी सब चोर हएन। तो हम कही थ कि जेल भेजो न सबका। काहे छोड़ दिए हो

नीरज गुप्ता ने सवाल किया कि व्यापारियों के हित की पार्टी कौन सी है। जवाब राजेश कुमार ने दिया और कहा सपा ने साथ दिया और देगी। बीजेपी बनियों की पार्टी कही जाती है, लेकिन बीजेपी ने बनियों का साथ नहीं दिया। तुम ग बोलौ। पप्पू ने कहा कि सांसद व्यापारी हैं, उनसे आशा नहीं है कि वे व्यापारी के हित में कुछ करेंगे। विधानसभा चुनाव में बाबा सर्व वैश्य काम करी आउर आपन जलवा देखाई. रह गई बात मनोज कुमार गुप्ता के तो ये मुंह देखी और गबात बोलता है। ये पुराने जयचंद हैं।

ाजेश ठाकुर ने कहा कि व्यापारियों के लिए काम मुलायम सिंह ने किया। तीन बटा सात मुलायम सिंह ने स्थगित किया। चुंगी को मुलायम सिंह ने हटाया। मार्केटिंग विभाग को उन्होंने खतम किया। मुलायम सिंह का व्यापारियों ने भले ही साथ नहीं दिया। मुलायम सिंह का गुणगान होने पर राजेंद्र केसरवानी ने कहा आज बेचारू को बोलना पड़ रहा है। इतना बड़ा नेता कहता है कि मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष हूं तो ये बड़ी बात है। तभी पप्पू ने कहा सही कह रहे होफटै, लेकिन पॉवर न घटै। का बाबा.लास्ट में यही होएगा, जवन लोग कह रहे हैं कि बेटे के नाम से बाप जाना जाई। लल्लू अमरोज चुटकी लेते हुए बोल पड़े, हम तो साढ़े तीन सौ पर रहे। अब लागता कि अखिलेश के 403 सीट देवै पड़ी। का गुरु केका देबो? अखिलेश के। मुलायम के न देब।

कल्लू भाई आप तो अध्यक्ष हो, उपाध्यक्ष जी को समझाओ। अरदब देना बंद करें। उपाध्यक्ष अरदब दे थ तो अध्यक्ष की सहमति से दे थ। एइसे तो उपाध्यक्षै रही जइहैं जिंदगी भर राहुल गांधी। इतना धमकी दईहैं तो। धमकी देना बंद करो। अभी उ दिन केशव मौर्या बोलेन सपा-भाजपा सफा। बोल गएन झटके में। लोग देखै लगने कि ई का बोल गएन। लेकिन कल पप्पू भईया चाचा बहुत दुखी होई गएन। आप क जब फोन नाही उठा तो कहेन पप्पू भईया काट दिएन। के राहुल गांधी।

टी प्वाइंट

नोटबंदी भी बनेगी चुनाव में मुद्दा

व्यापार जगत अपने चश्मे से परखेगा पार्टी और प्रत्याशी को

समाजवादी पार्टी की कलह भी बनेगी फैक्टर

मायावती का दांव पब्लिक की जुबान पर चढ़ा

मोदी मैजिक बनेगा चुनाव में टर्निग प्वाइंट

समझौते से ही होगा कांग्रेस का भला