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विधान सभा चुनाव को लेकर सुबह से ही करछना विधान सभा क्षेत्र में बूथों के बाहर लोगों का हुजूम जुटने लगा। नौ बजे तक बूथ के बाहर लोगों की लंबी कतार दिखाई देने लगी। इस दौरान हर कोई पूरे उत्साह के साथ अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए बूथ पर पहुंच रहा था। करछना विधान सभा के कई बूथ बेहद संवेदनशील थे। ऐसे में बूथों पर पैरामेलेट्री के साथ ही बीएसएफ के जवानों को भी खास तौर पर तैनात किया गया। बूथ के पास -पास भी किसी को पोलिंग बूथ के आस-पास भटकने की इजाजत नहीं थी। इस दौरान लवायन कला गांव में स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय लवायन कलॉं में भी सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए थे। गांव में स्थित पोलिंग बूथ अतिसंवेदनशील बूथ था। ऐसे में पुलिस के जवानों को पोलिंग बूथ के पहले ही तैनात किया गया। जबकि बूथ पर सुरक्षा की जिम्मेदारी बीएसएफ के जवानों को सौंपी गई थी।

लवायन कलां गांव में पोलिंग के लिए बनाए गए बूथ के आस पास स्थित घरों के बाहर भी लोगों को एकत्र होने की इजाजत नहीं थी। जिसके कारण तफरी करने वाले बूथ के आस पास रुकने की इजाजत नहीं थी। उधर वोटिंग के लिए युवाओं के साथ ही बुजुर्गो में भी उत्साह दिखा। इस दौरान महिलाओं ने भी जनतंत्र के उत्सव में अपनी पूरी भागीदारी निभाई। हालांकि बातचीत के दौरान महिलाओं ने बताया कि सबसे पहले उन्होंने घर का काम निपटाया। उसके बाद वोटिंग के लिए परिवार के मेंबर्स के साथ पोलिंग स्टेशन पहुंची। पोलिंग बूथ पर बुजुर्ग हाथों में लाठी डंडे लेकर वोट डालने पहुंचे। महिलाएं भी अपने परिवार के मेंबर्स के साथ वोट डालने पहुंचे। हालांकि बूथ से थोड़ी दूर पर बीएलओ भी बैठे हुए थे। जिससे वोटिंग के लिए आने वाले मतदाताओं को सूची में अपना नाम खोजने और वोटिंग पर्ची लेने में किसी भी प्रकार की समस्या ना हो सके। इसके साथ ही मतदान केन्द्र पर लगातार प्रशासनिक अधिकारियों के आने का सिलसिला पूरे समय जारी रहा।