ठंड हाड़ कंपा देने वाली हो चली है। इससे चाय की दुकानों पर वैसे तो सन्नाटा होता है। लेकिन, कुछ दुकानें ऐसी भी है जहां यह मजमा हर वक्त रहता है। ऐसी ही पीपी टी स्टॉल। हिंदू हॉस्टल चौराहे पर स्थित इस शॉप को चलाने वाले प्यारे दुकान सजा ही रहे थे। इक्का-दुक्का लोग ही पहुंचे थे। वक्त बीतने के साथ आने वाले बढ़ गए। किसी ने चाय का आर्डर दिया तो किसी ने बंद मक्खन का।

dhruva.shankar@inext.co.in

रिसर्च स्कॉलर पंकज अपने तीन चार फ्रेंडस के साथ पहुचे। चाय का आर्डर दिया और वेट कर रहे थे। दोस्तों की बात शुरू हुई सपा में चल रहे घमासान से। पहले से मौजूद लोग बोल पड़े पार्टियन को लड़य देयो, न बाप बेटा का कुछ बुझ रहा है और न बेटा बाप को। पंकज ने इसमें लोक सेवा आयोग की नियुक्तियों में भ्रष्टाचार का तड़का लगाया। बोले, पांच साल में सिर्फ एके बिरादरी का भला हुआ है। अंकित सिंह को यह बात नागवार लगी। उन्होंने पंकज को रोका और बोले, इतनय खराब पार्टी है तो काहे ना भाजपा के प्रचार करत हो। इ सरकार में खूब काम भवा है लेकिन इकरे पहले की सरकार में तो सिर्फ मूर्तियां लगाय के औउर पंडितन के काम होत रहा। बीच बहस में आ धमके डॉ। सुशील भागवत ने दोनों को टोका और बताया कि काहे लड़ रहे हो भाई। दुइनो पार्टी एके थैली के चट्टे बट्टै के हैं। बस जितने लोग इहां खड़े होकर चाय पिय रहे हो बकैती बंद कर देयो। इ बताओ कि कौन पार्टी सरकार बनाय रही है।

चकल्लस का शवाब जब चरम पर था तभी डॉ। प्रमोद शर्मा ने बोल पड़े अभी मौका है, सब लोग खूब बकैती कर लो। 11 मार्च के पता चली गुरु कि कौन सरकार बनाय रहा है। अभी से काहे परेशान हो रहे हो। इस पर अभिषेक यादव बोल पड़े अखिलेश यादव का समर्थन किया तो अन्य युवा ने मोदी-मोदी का नारा लगाकर उन पर चढ़ बैठे। यह सुनकर अभिषेक आवेश में आ गए और कहा दिल्ली में तो भाजपा सरकार बनाय ले गई। इ उत्तर प्रदेश है अब जनता गलती न करी। कहा गवा खाते के 15 लाख रुपइया। काहे न दिलाय दे तो। विधि छात्र विवेक जायसवाल और अनुज सिंह से नहीं रहा गया तो दोनों ने एक साथ नोटबंदी की वकालत की। कहा कि नोटबंदी से ही तुम्हार पार्टी और बसपा वाले परेशान हुई गए हैं। तभै अनाप शनाप बोल रहे हैं।

नोटबंदी ही सरकार बनाई

नोटबंदी की बात क्या उठी सूर्य प्रकाश गुप्ता, सुरेश यादव और विकास शर्मा ने तो आव देखा ना ताव। शुरू कर दिए मोदी का गुणगान। तुम लोग देखो आंधी चल रही है। आम आदमी तो कहीं न दिखाई दिया नोटबंदी के विरोध में। यही नोटबंदी भाजपा की सरकार बनाई। तुम लोग कुछ न कर सकते हो। इ बात लिख कर ले लो। जब परिणाम आई तो सपा और बसपा तो पता ही नहीं कि कहां गुमाय गई। औउर कांग्रेस के तो कौनो नाम ले वाला नहीं मिली।

आई कनेक्ट

आयोग की एक भी नियुक्ति अइसन नहीं रही जेमे बवाल न हुआ होय। कभी सड़क पर बवाल, कभी हाईकोर्ट से फटकार। सपा सरकार में सिर्फ बवालय तो हुआ है।

पंकज कुमार

जब देखो कांग्रेसियन के एकै नारा सुनाई देत है 27 साल यूपी बेहाल। यही लक्षण रहा तो अगले 27 साल भी पार्टी सदमे में ही रही। युवराज को मौज मस्ती से ही फुरर्सत नहीं मिलती। जब देखो बांह चढ़ाकर कूद पड़त हैं। ऐसे का होई। जब अखिलेश के सामने गठबंधन करने का ढिढोरा लेकर पीट रहे हो।

अंकित सिंह

दिल्ली में तो भाजपा सरकार बनाय ले गई। इ उत्तर प्रदेश है अब जनता गलती न करी। कहा गवा खाते के 15 लाख रुपइया। काहे न दिलाय दे तो।

अभिषेक

नोटबंदी से कांग्रेस और बसपा वाले ही परेशान दिखाई दे रहे हैं। अनाश शनाप बोल रहे हैं। ऐमे उनका अच्छाई काहे न दिखाई दे रही है।

विवेक जायसवाल