-राज्यपाल बोले, हर-हर महादेव का उद्घोष बनारस की सभ्यता

-द बुक ऑफ बनारस (कॉफी टेबल बुक) का किया विमोचन

VARANASI

संस्कृति की कद्र करना बहुत आवश्यक है। आज हमारे संस्कृति की विदेशों में चर्चा हो रही है। इसलिए हमें अपनी संस्कृति से लगाव रखना चाहिए। योग को पूरे विश्व ने मान्यता दी। कुछ समय पहले अमेरिका ने तुलसी, हल्दी आदि कई गुणकारी वस्तुओं को पेटेंट करा लिया। तब हमें इसका महत्व समझ में आया। ये विचार गुरुवार को रोटरी क्लब बनारस की ओर से आयोजित द बुक ऑफ बनारस (कॉफी टेबल बुक) के विमोचन के मौके पर गवर्नर राम नाईक ने व्यक्त किये। गवर्नर ने योग पर चर्चा करते हुए कहा कि योग से भारतीय संस्कृति व सभ्यता को एक खास मुकाम इन दिनों मिला है। पांच हजार साल पुरानी पद्धति को हम नजरअंदाज कर रहे थे लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी ने इसे यूएनओ के जरिए विश्व के सभी देशों तक पहुंचाया। आज के युग में योग के महत्व को सभी ने समझा और इसका लाभ उठा रहे हैं।

रोटरी का बताया महत्व

रोटरी क्लब के महत्व पर कहा कि यह एक ऐसा संगठन है जो सेवा के लिए है राजनीति व वोट के लिए नहीं। रोटरी ने समाज को बहुत कुछ दिया है। मानव सेवा के लिए क्लब की पहचान बनी हुई है। रोटरी क्लब भी एक सभ्यता व संस्कृति के तौर जाना जाता है। बनारस के बारे में कहा कि इस शहर की परम्परा प्राचीन है। कई नामों से इसे जाना जाता है। इतने नामों से किसी और स्थान को नहीं जाना जाता। हर स्टेट से लोग बनारस आना चाहते हैं। हर-हर महादेव का उद्घोष सभी आयु वर्ग के लोग करते हैं। यही सभ्यता व संस्कृति है।

नाम बदलने की सलाह

गवर्नर ने अपने संबोधन में देश के विभिन्न शहरों के नाम बदले जाने की चर्चा की। उन्होंने कहा कि बॉम्बे को मुंबई करने के बाद कलकत्ता को कोलकाता फिर मद्रास को चेन्नई किया गया। इसी तरह कई जगहों के नाम बदले गए। इसी क्रम में गर्वनर ने रोटरी क्लब बनारस का नाम बदल कर बनारस करने की सलाह क्लब मेंबर्स को दी। कहा कि अंग्रेजों के समय का दिया गया नाम अब बदल देना चाहिए।

एक किताब मांग लेता हूं

गवर्नर राम नाईक ने उपस्थित जनों के समक्ष ही कहा कि मैं जब किसी किताब के विमोचन में जाता हूं तो पहले ही एक पुस्तक मांग लेता हूं। इससे पुस्तक के बारे में जानकारी हो जाती है और फिर पुस्तक को अपने पास रख लेता हूं। विमोचन के दौरान जो पुस्तक मिलती है उसे राजभवन की लाइब्रेरी में भेजवा देता हूं। इस आयोजन में एक ही पुस्तक मिलने पर कहा कि मुझे आप लोग दो पुस्तक दीजिए जो मेरी लाइब्रेरी में होगी।