गोदौलिया से दशाश्वमेध के बीच बैट्री कार सेवा का राज्यपाल ने किया शुभारंभ

विश्वनाथ मंदिर में प्रसाद काउंटर का भी कया उद्घाटन

VARANASI : काशी दुनिया के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। आस्था की नगरी के नाम से समूचे विश्व में फेमस बनारस में बाबा विश्वनाथ के सामने शीश झुकाने पूरी दुनिया से लोग आते हैं। यह बातें बुधवार को उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कहीं। उन्होंने भारत विकास परिषद काशी प्रांत की ओर से गोदौलिया-दशाश्वमेध मार्ग पर तीर्थ यात्रियों, पर्यटकों, वरिष्ठ नागरिकों और विकलांगों की सुविधा के लिए हरी झंडी दिखाकर बैट्री कार सेवा का शुभारंभ किया। चितरंजन पार्क में आयोजित किये गए उद्घाटन समारोह में चीफ गेस्ट ने कहा कि बैट्री चालित इस कार से पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होगा। उन्होंने गंगा को स्वच्छ करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प को पूरा करने पर भी विश्वास जताया।

मिलेगी काफी राहत

इस अवसर पर महापौर रामगोपाल मोहले, विधायक श्यामदेव राय चौधरी ने कार सेवा को फायदेमंद बताया। भारत विकास परिषद काशी प्रांत के अध्यक्ष अनिल जाजोदिया ने बैट्री कार के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने वाराणसी विकास समिति के प्रयासों की चर्चा की। उन्होंने बताया कि गोदौलिया से दशाश्वमेध तक दो कारों के संचालन के लिए गोदौलिया व चितरंजन पार्क के पास प्लेटफॉर्म बनाए गए हैं। किराए के नाम पर प्रत्येक यात्री से महज पांच रुपये लिये जाएंगे। कार्यक्रम में जगदीश झुनझुनवाला, रमेश लालवानी, श्रीनारायण खेमका, भोलानाथ बरनवाल, अनिल अग्रवाल, गोविंद भरानी, मनमोहन लोहिया, संजय अग्रवाल, सुभाष चंद्र, आरके चौधरी, प्रेम मिश्रा, पार्षद नरसिंह दास, विवेक सूद, अशोक गुप्ता आदि उपस्थित थे।

काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रसाद काउंटर

बैकुंठ चतुर्दशी पर राज्यपाल राम नाईक ने काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रसाद काउंटर का उद्घाटन किया। खुद ही प्रसाद का पहला पैकेट खरीदा। चारों वेदों के फ्म् विद्वानों को उत्तरीय व रूद्राक्ष प्रदान कर सम्मानित भी किया। राज्यपाल ने दोपहर क्ख्.ब्भ् बजे छत्ताद्वार से मंदिर में प्रवेश किया। बाबा का दर्शन-षोडशोपचार पूजन और अभिषेक किया। मुख्य कार्यपालक अधिकारी अजय अवस्थी ने स्मृति चिह्न प्रदान किया। राज्यपाल शाम को संतमत अनुयायी आश्रम मठ गड़वाघाट पहुंचे। पीठाधीश्वर स्वामी सरनानंद जी महाराज का दर्शन-पूजन और आशीर्वाद लिया।

सेंट्रल यूनिवर्सिटी की मांग

विधायकों के नेतृत्व में शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को सर्किट हाउस में राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात की। संस्कृत विवि को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने तथा महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के केंद्रीय महत्व का दर्जा देने की मांग की। मांगों के संबंध में राज्यपाल को पत्रक सौंपा। विश्वविद्यालयों का ऐतिहासिक महत्व बताया। प्रतिनिधिमंडल में विधायक रवींद्र जायसवाल, डॉ। ज्योत्सना श्रीवास्तव, कुलपति डॉ। पृथ्वीश नाग, पत्रकारिता संस्थान के निदेशक प्रो। ओमप्रकाश सिंह, डॉ। चतुर्भुज तिवारी, एमएलसी केदार सिंह, प्रो। पीएन सिंह, प्रो। व्यास मिश्रा, डॉ। सुशील तिवारी आदि शामिल थे।