- सीएम अखिलेश ने दिया था 24 घंटे का अल्टीमेटम, 5 लोग हिरासत में

- भटिंडा, फरीदाबाद और बुलंदशहर के आरोपियों को परिवार ने पहचाना

LUCKNOW: बुलंदशहर में गाजियाबाद-कानपुर हाईवे पर हुई हैवानियत की खबर मीडिया में आने के बाद प्रदेश सरकार हिल गई। जिसके बाद सीएम ने तुरंत 24 घंटे के भीतर एसएसपी को मामले के खुलासे के निर्देश दिए और करीब पांच घंटे के भीतर ही पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में ले लिया। इनमें से 3 की शिनाख्त पीडि़तों ने की है, 2 की तलाश जारी है। उधर, पुलिस ने बुलंदशहर के एसएसपी से लेकर इंस्पेक्टर सबको सस्पेंड कर दिया है।

सीएम के निर्देश पर अफसर एक्टिव

सीएम के अल्टीमेटम देने के बाद बाद डीजीपी सैयद जावीद अहमद खुद पीएस होम देबाशीष पंडा के साथ मौके पर पहुंचे। हाईवे पर हैवानियत के मामले में अलग-अलग जिलों के साथ प्रदेश के बाहर भी टीमें भेजी गई और तीन सौ पुलिस कर्मियों को खुलासे के लिए लगाया गया। कुल 15 टीमें बनाई गईं। पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की।

तीन की परिवार ने की पहचान

पांच लोगों में से तीन की शिनाख्त नोएडा के उस परिवार ने की है, जिसके साथ दरिंदगी की घटना हुई है। जिनकी शिनाख्त की गयी है, उसमें एक नरेश पंजाब के भटिंडा का रहने वाला है। दूसरे का नाम बबलू है, यह फरीदाबाद का रहने वाला है और तीसरा रईस है, जो बुलंदशहर का ही निवासी है। इनमें से एक सूत्रों की मानें तो हरियाणा के घुमंतू गिरोह के 15 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया था। इसमें से तीन की शिनाख्त की गई है। वहीं डीआईजी मेरठ लक्ष्मी सिंह ने बताया कि इस गिरोह के खिलाफ पुलिस पहले से काम कर रही थी। दो सौ लोगों की लिस्ट तैयार की गयी थी। उसी आधार पर पुलिस ने टीमें बनाकर भेजी थीं और पांच लोगों को हिरासत में लिया गया था।

सीएम ने लगाई अफसरों को फटकार

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पहले प्रिंसिपल सेक्रेटरी होम देबाशीष पंडा और डीजीपी जावीद अहमद को घटना स्थल पर जाने के निर्देश दिए। एडीजी एलओ दलजीत सिंह चौधरी को पहले ही घटना स्थल के लिए रवाना किया जा चुका था। सीएम ने चीफ सेक्रेटरी को तलब कर जमकर क्लास ली। मुख्यमंत्री ने एसएसपी बुलंदशहर को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए आज भर का टाइम दिया था।

ऐसी सजा दो कि नजीर बन जाए-सीएम

मुख्यमंत्री ने पीडि़त परिवार के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करके कड़ी से कड़ी सजा दिलवाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि दोषियों को गिरफ्तार करके उन्हें ऐसी सजा दिलायी जाए, जो एक नजीर बन जाए और भविष्य में कोई भी ऐसा दु:साहस करने के बारे में सोच न सके। मुख्यमंत्री ने डीजीपी को यह भी निर्देश दिए हैं कि दोषियों पर कार्रवाई के साथ-साथ लापरवाह पुलिस कर्मियों पर भी सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।

300 पुलिसकर्मी, 15 टीमें लगी थीं

200 लोगों की लिस्ट बनाई थी

सीएम ने दिए तत्काल निर्देश

- 10.00 AM डीजीपी और पीएस होम तलब

- 12.000 PM सीएम ने दिया अल्टीमेटम

- 5.00 PM 3 आरोपियों की गिरफ्तारी

- 7.30 PM एसएसपी समेत कई सस्पेंड