सीएम योगी को दी बधाई

राष्ट्रपति ने समिट के शानदार आयोजन और उसकी सफलता के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी पूरी टीम को बधाई दी। कहा कि पूरी दुनिया में यूपी से ताल्लुक रखने वाले लोगों की नजरें इस समिट पर थी। किसी भी समिट का आयोजन करना बड़ी बात नहीं बल्कि उसका सफल होना महत्वपूर्ण होता है। यूपी में उपलब्ध जमीन, प्राकृतिक संसाधन, युवा ऊर्जा से यह असीम संभावनाओं वाला प्रदेश है। यहां के युवा देश के निर्माण में अपना योगदान दे रहे हैं। मेरा भी सौभाग्य है कि यहां मेरा जन्म हुआ। यह समिट यूपी के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। दुनिया का सबसे बड़ा हृयूमन रिसोर्स और बाजार यूपी में है। मैं भरोसा दिलाता हूं कि मॉरीशस की यूपी के साथ भागीदारी उनके देश के लिए भी लाभदायक सिद्ध होगी। मैं मॉरीशस की आजादी के पचास साल पूरे होने के अवसर पर वहां जा रहा हूं जहां मैं यूपी मूल के गिरमिटिया समुदाय के लोगों से भी मिलूंगा।

यूपी में असीम क्षमता

राष्ट्रपति ने कहा कि यूपी में देश की सबसे बड़ी राज्य अर्थव्यवस्था बनने की क्षमता है। निवेश मित्र से उद्यमियों को यूपी में निवेश करने में आसानी होगी। यूपी सरकार की नई नीतियों से निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। सड़क, मेट्रो जैसी तमाम बुनियादी सुविधाओं पर तेजी से काम करने की आवश्यकता हैै। बिजली की आपूर्ति बढ़ाने पर भी यह राज्य काम कर रहा है। हमें किसान भाईयों के लिए ऐसी वैल्यू चेन को विकसित करना है जिसका फायदा छोटे से लेकर बड़े किसान को मिले। हमें इटली और फ्रांस से सीखना चाहिए कि किस तरह हाथ के बने सामान की इंटरनेशनल लेवल की पैकैजिंग, मार्केटिंग और ब्रांडिंग की जाती है। यूपी सरकार ने अपने बजट में शिक्षा को बड़ा हिस्सा दिया है। इसके दूरगामी परिणाम सामने आएंगे जिसकी मैं विशेष रूप से सराहना करता हूं। अपने राज्य में अवसर मिलने पर आप अपनी क्षमता का उपयोग यहीं पर कर सकते हैं। यूपी में सांस्कृतिक और धार्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। मुझे खुशी है कि यूपी सरकार इस दिशा में काम कर रही है। मुझे बताया गया है कि हर साल ऐसी ही इंवेस्टर्स समिट का आयोजन किया जाएगा।  

एमओयू प्रभावी होने से मिलेंगे 35 लाख रोजगार : योगी

समापन समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समिट में हुए 4.28 लाख करोड़ के 1045 एमओयू प्रभावी होने पर सूबे के 35 लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा। में निवेशकों को आश्वस्त करता हूं कि यूपी की कानून-व्यवस्था बेहतरीन है, यह उनके निवेश करने की मुफीद जगह है। सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम देश का पहला ऐसा पोर्टल है जो निवेशकों को लालफीताशाही और नौकरशाही की चपेट में आने से रोकेगा। यह हमारे लिए नये युग की शुरुआत है। यहां आया हर निवेशक हमारे लिए अतिथि है। दरअसल पहले यहां कोई अभियान नहीं चला जो यूपी को पहचान दिला सके। यह समिट उन उद्यमियों के लिए है जिन्हें कभी यूपी सरकार की योजनाओं का लाभ ही नहीं मिला। यह समिट अंतरराष्ट्रीय मंच पर यूपी को नई पहचान दिलाएगी। हमें समिट में यूपी में पहली बार डिफेंस, एयरोस्पेस, लॉजिस्टिक और इलेक्ट्रिक वेहिकल सेक्टर में निवेश के प्रस्ताव मिले हैं। यूपी राष्ट्रपति की जन्मभूमि और कर्मभूमि है। उनका यूपी से गहरा लगाव है। हमें राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से यूपी के विकास से जुड़े सुझाव मिलते रहते हैं। उनके सहयोग से यूपी को अनलिमिटेड पोटेंशियल वाला प्रदेश बनाना है।

सामाजिक जोड़तोड़ से चल रहा था यूपी : जेटली

वहीं केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने संबोधन में कहा कि अभी तक यूपी सामाजिक जोड़तोड़ से चल रहा था जो इस प्रांत का दुर्भाग्य था। इससे यहां की जनता को सरकारों की योजनाओं का स्वाभाविक लाभ नहीं मिला। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में कड़े निर्णय लेने की क्षमता है। निवेशक नेतृत्व के निर्णय लेने की क्षमता को देखता है। वह उसी जगह जाता है जहां का नेतृत्व राज्य को भ्रष्टाचार से मुक्त रखता है। केंद्र के साथ चर्चा करके यूपी में रेलवे के मॉर्डनाइजेशन से तस्वीर बदल सकती है। यूपी में पांच साल के भीतर नोएडा जैसे पांच शहर बनने चाहिए। पर्यटन में कम निवेश से ज्यादा अर्थव्यवस्था बनाई जा सकती है। डिफेंस इंडस्ट्री के लिए टेक्निकल स्टाफ भी जरूरी है लिहाजा डिफेंस कॉरीडोर के आसपास शिक्षण संस्थानों की स्थापना करनी होगी। यूपी को निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनाना होगा।

प्रधानमंत्री ने दिया सफलता का सर्टिफिकेट : नाईक

वहीं राज्यपाल राम नाईक ने अपने संबोधन में खुलासा किया कि बुधवार को जब वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एयरपोर्ट छोडऩे जा रहे थे तो उन्होंने पूछा कि आपको गुजरात और यूपी की इंवेस्टर्स समिट में क्या अंतर नजर आता है। इस पर पीएम मोदी ने कहा कि यह समिट गुजरात से बड़ी और शानदार है। नाईक ने कहा कि पीएम मोदी का यह कहना समिट की सफलता का प्रमाण पत्र है। इतना ही नहीं, कल मेरे पास लंदन से एक ई-मेल आया था जिसे यूपी मूल के लोगों ने टीवी पर समिट की कवरेज देखने के बाद किया था। उन्होंने मेल में लिखा कि हम लोग भी यूपी में कुछ करना चाहते हैं। बोले कि मैं मुंबई का रहने वाला हूं। वहां 65 फीसद लोग स्लम में रहते हैं। दरअसल उन्हें पेट की भूख वहां तक खींचकर ले गयी है। जब उन्हें अपने प्रदेश में ही रोजगार मिलेगा तो मुंबई में कौन आना चाहेगा। नाईक ने निवेशकों से यहां के लोगों को रोजगार देने का अनुरोध भी किया। कहा कि मुझे विश्वास है कि यह समिट यूपी के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखी जाएगी।

National News inextlive from India News Desk