आपरेशन की नई तकनीकों पर किया गया मंथन, सर्जरी का हुआ लाइव प्रसारण

ALLAHABAD: देखकर सभी हतप्रभ थे। इंग्लैंड के डॉ। माइकल क्रोनिन ने अपनी नई तकनीक सुपर पैथ के बारे में खुलकर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस प्रकार महज तीन से चार सेमी का चीरा लगाकर कूल्हे का प्रत्यारोपण किया जाता है। शनिवार को उन्होंने इस सर्जरी का वीडियो आर्थोकान 2018 में आए डॉक्टर्स को दिखाया। उप्र आर्थोपेडिक सोसायटी की ओर से एमएलएन मेडिकल कॉलेज में तीन दिवसीय समारोह का आयोजन किया जा रहा है।

अब तक हुई 250 सर्जरी

उन्होंने बताया कि इस तकनीक से मांसपेशियों को बिना किसी तरह की चोट पहुंचाए प्रत्यारोपण किया जाता है। यूरोप के वह पहले ऐसा करने वाले डॉक्टर और अभी तक 250 मरीजों का उन्होंने इस तरह से सर्जरी की है। शनिवार को मेडिकल कॉलेज के गंगा, जमुना और सरस्वती हाल में अस्थि विशेषज्ञों को टिप्स दिए गए। इस दौरान तमाम डॉक्टरों ने सर्जरी की नवीन तकनीकों को वीडिया प्रसारण किया। जिसे देखने के लिए देश विदेश से आए 700 डॉक्टर्स मौजूद थे।

50 डॉक्टरों ने साझा किया अनुभव

समारोह में 50 डॉक्टरों ने अपने अनुभवों के बारे में बताया। यह यूपी आर्थोपेडिक एसोसिएशन का 42वां सम्मेलन है। वर्कशॉप के साथ मेडिकल कॉलेज में रंगारंग कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम के चेयरमैन डॉ.केडी त्रिपाठी ने डॉक्टरों का स्वागत किया। इस मौके पर डॉ। एस प्रसाद, डॉ। पीएम गदरे, डॉ। एसी कौशिक, डॉ। शरद जैन, डॉ। राजबहादुर, डॉ। सुभाष सिंह, डॉ। पीसी दुबे, डॉ। मनोज गुप्ता, डॉ। अनुज गुप्ता, डॉ। कपिल कुलश्रेष्ठ, डॉ। मनीषि बंसल, डॉ। एपी सिंह आदि उपस्थित रहे। रविवार को इस समारोह का समापन होना है।