-पीएसी की 29 बटालियनों में शुरू हुई टैलेंट हंट की कवायद

-प्रदेश भर से छांटे जाएंगे टॉप 10 एथलीट, दी जाएगी अंतर्राष्ट्रीय स्तर की ट्रेनिंग

-राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में लेंगे हिस्सा

pankaj.awasthi@inext.co.in

LUCKNOW: यूपी पुलिस अब अपने जवानों की बदौलत खेल के मैदान में भी झंडे गाड़ने की तैयारी में हैं। तमाम सुरक्षा एजेंसियों से प्रेरणा लेते हुए अब यूपी पुलिस ने भी अपने यहां छिपी खेल प्रतिभाओं को सामने लाने का फैसला किया है। प्रदेश की सभी पीएसी बटालियनों में उन पुलिसकर्मियों को चिन्हित किया जा रहा है जो भविष्य के अच्छे खिलाड़ी हो सकते हैं और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतकर प्रदेश व देश का मान बढ़ा सकते हैं। ऐसे 150 प्रतिभाशाली खिलाडि़यों को चिन्हित कर उन्हें राजधानी में लाकर स्पेशल ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिये अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कोच की सेवाएं ली जाएंगी।

बनाई गई नई योजना

आबादी के लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्य की सबसे बड़ी संख्या वाली पुलिस फोर्स यानी यूपी पुलिस खेल प्रतियोगिताओं में दूसरे राज्यों की पुलिस व अन्य पैरामिलिट्री फोर्सेज के सामने हमेशा ही फिसड्डी साबित होती आई है। लेकिन आने वाले सालों में यूपी पुलिस भी अपने खिलाडि़यों के दम पर अपना परचम फहराने की तैयारियों में जुट गई है। यूपी पुलिस में खिलाडि़यों की पहचान के लिए एक नई योजना शुरू की गई है। यूपी पुलिस स्पो‌र्ट्स कंट्रोल बोर्ड के सचिव और आईजी पीएसी मध्य जोन ए। सतीश गणेश ने इस नई योजना का खाका खींचा है।

सप्ताह में दो दिन होंगी प्रतियोगिता

इस योजना के तहत प्रदेश की पीएसी की 33 बटालियनों में से 29 बटालियनों में हर शनिवार और रविवार को खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। जिसमें 200, 400, 800 और 5000 मीटर की दौड़ आयोजित की जाएंगी। इन प्रतियोगिताओं में 2018 बैच के उन सिपाहियों को भी शामिल किया जा रहा है, जो खुद ही स्वेच्छा से इसमें भाग लेने को रजामंद हों। यूपी पुलिस की इस नई टैलेंट हंट योजना में शामिल होने के लिये अब तक प्रदेश भर के 7122 पुरुष सिपाही और 533 महिला सिपाही अपना नाम लिखा चुके हैं।

छांटे जाएंगे टॉप 10 खिलाड़ी

योजना की बात करें तो हर प्रतियोगिता में हर बटालियन से पहली, दूसरी और तीसरी पोजीशन पाने वाले खिलाड़ी का नाम, वाट्सएप नंबर और रेस की टाइमिंग आईजी ए। सतीश गणेश को भेजी जाएगी। इस तरह रेस में सबसे अच्छी टाइमिंग निकालने वाले टॉप 10 खिलाडि़यों को चुना जाएगा। चयनित किये गए इन टॉप 10 खिलाडि़यों को यूपी पुलिस में स्पो‌र्ट्स कोर्ट में नौकरी पाए एथलीटों के साथ रेस करवाई जाएगी। इससे न सिर्फ स्पो‌र्ट्स कोटे के जवानों के दमखम का पता चलेगा बल्कि, इन नौजवान सिपाहियों की क्षमता का भी आंकलन हो जाएगा।

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अंतर्राष्ट्रीय स्तर की ट्रेनिंग

आईजी ए। सतीश गणेश ने बताया कि बेहतर प्रदर्शन करने वाले सिपाहियों को महानगर स्थित 35वीं बटालियन पीएसी ग्राउंड में विशेष ट्रेनिंग कैंप लगाया जाएगा। जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर के कोच इन युवा प्रतिभाओं को ट्रेनिंग देंगे। उम्मीद की जा रही है कि बेहतर ट्रेनिंग की बदौलत अब यूपी पुलिस के खिलाड़ी भी राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपना परचम लहरा सकेंगे।

वर्जन

यूपी पुलिस में कई अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हैं, जिन्होंने समय-समय पर यूपी पुलिस का मान बढ़ाया है। अब समय आ गया है कि नए सिपाहियों में खेल प्रतिभा को तलाशा जाए और भविष्य के खिलाडि़यों को तैयार किया जाए। यह योजना यूपी पुलिस के बेहद लाभकारी साबित होगी।

- ए। सतीश गणेश

सचिव, यूपी पुलिस स्पो‌र्ट्स कंट्रोल बोर्ड