-टेक्नोक्रेट्स के दिमाग को किल कर रहा यूपी लोक सेवा आयोग

-2013 की भर्ती 2018 में भी पूरी नहीं, अभी बाकी है इंटरव्यू

-सम्मिलित राज्य अभियंत्रण सेवा परीक्षा एवं अवर अभियंता परीक्षा का है मामला

vikash.gupta@inext.co.in

ALLAHABAD: चार वर्ष तक इंजीनिय¨रग की मोटी-मोटी किताबों को पढ़कर स्नातक (बीटेक) बने युवाओं का सपना इंजीनियर बनकर देश सेवा का होता है। भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भी कई मौकों पर कह चुके हैं कि देश को अच्छे स्किल्ड इंजीनियरिंग प्रोफेशनल्स की जरुरत है और इससे भी ज्यादा जरुरी उन्हें सही मौका और अवसर देना है। लेकिन भारत के युवा सपनों को कैसे चोट पहुंचायी जा रही है? इसका जीवंत उदाहरण उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीपीएससी) पेश कर रहा है। मामला सम्मिलित राज्य अभियंत्रण सेवा परीक्षा 2013/सहायक अभियंता भर्ती परीक्षा और अवर अभियंता 2013 भर्ती परीक्षाओं से संबंधित है।

11 दिन से भूख हड़ताल

उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग द्वारा वर्ष 2013 की राज्य अभियंत्रण सेवा भर्ती परीक्षा का परिणाम अभी तक घोषित नहीं हुआ है। इसकी लिखित परीक्षा अप्रैल 2016 में ही ली जा चुकी है। इसी प्रकार अवर अभियंता 2013 की लिखित परीक्षा भी मई 2016 में करायी गयी थी। परिणाम न घोषित होने के कारण अभ्यर्थियों में काफी आक्रोश है। इसे लेकर कई बार छात्र प्रदर्शन कर चुके हैं। लेकिन आयोग मनमानी पर उतारू है। ऐसे में परीक्षा परिणाम के इंतजार में अभ्यर्थियों का समूह लोक सेवा आयोग कार्यालय पर पिछले 11 दिनों से भूख हड़ताल पर है। ये होली के त्यौहार पर भी घर नहीं गये।

ओवर एज हो गए, अब विकल्प नहीं

अभ्यर्थियों का कहना है कि किसी भी परीक्षा का परिणाम यदि चार से छह वर्ष के अंतराल पर निकलता है तो हताशा का स्तर बढ़ता ही है। आयोग के अधिकारी भी देरी पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे रहे। परीक्षा में शामिल विनय सिंह बताते हैं कि सहायक अभियंता के लिये उम्र सीमा 21 से 40 वर्ष निर्धारित थी। अवर अभियंता के लिये 18 से 40 वर्ष उम्र सीमा थी। सहायक अभियंता के लिये दूसरी जगहों पर उम्र सीमा 30 वर्ष ही है। ऐसे में इस परीक्षा में शामिल होने वाले करीब 50 फीसदी परीक्षार्थी पहले ही ओवरएज हो चुके हैं। उन्हें इसी परिणाम से नौकरी मिलने की आस है।

इंजीनियरिंग सेवा का अजब हाल

आयोग द्वारा घोषित परीक्षाओं के परिणाम पर नजर डालें तो मामला सिर्फ 2013 परीक्षा तक ही नहीं ठहरता। राज्य अभियंत्रण सेवा परीक्षा 2007 का परिणाम अगस्त 2011 में घोषित किया गया। इसके लिए लिखित परीक्षा फरवरी 2008 में ली गई थी। वर्ष 2011 परीक्षा का परिणाम मई 2016 में आया। इसकी लिखित परीक्षा जनवरी 2012 में कराई गई थी। इसी प्रकार वर्ष 2008 का परिणाम वर्ष 2012-13 में घोषित किया गया। इसकी लिखित परीक्षा अगस्त 2008 में ली गई थी। इसी तरह अवर अभियंता परीक्षा के परिणाम में भी निरंतर विलंब हुआ। 1998 की भर्ती परीक्षा का परिणाम 2004 में घोषित किया गया। वर्ष 2000 की भर्ती परीक्षा का परिणाम 2015 में घोषित किया गया। 2004 की भर्ती परीक्षा का परिणाम 2008 में घोषित किया गया। 2005 की भर्ती परीक्षा का परिणाम 2010 में घोषित किया गया। 2008 की भर्ती परीक्षा का परिणाम 2015 में घोषित किया गया।

बॉक्स

महत्वपूर्ण तथ्य

- सहायक अभियंता परीक्षा का विज्ञापन 24 दिसम्बर 2013 को आया।

- करीब 07 हजार परीक्षार्थी हुए शामिल।

- इसमें पदों की संख्या लगभग 936 है।

- अवर अभियंता परीक्षा का विज्ञापन भी 24 दिसम्बर 2013 में आया था।

- इसमें करीब 08 हजार परीक्षार्थी हुए थे शामिल।

- तकरीबन 2400 पदों के लिये करवाई गई थी परीक्षा

कॉलिंग

2013 की भर्ती परीक्षा का परिणाम अभी तक घोषित नहीं किया गया। जबकि सहायक अभियंता के लिए परीक्षा देने वालों में एनआईटी और आईआईटी जैसी जगहों से सिविल और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक करने वाले शामिल हैं।

-विवेक

2013 के अभ्यर्थियों के परिणाम के लिए निरंतर इंक्वायरी ऑफिस में कॉल करते रहे। हर बार जवाब में बताते हैं कि परिणाम घोषित करने की प्रक्रिया चल रही है। अवर अभियंता की नियुक्ति सिंचाई विभाग में होनी है।

-मयंक त्रिपाठी

सहायक अभियंता के तहत सिंचाई, पीडब्ल्यूडी, ग्रामीण अभियंत्रण सेवा, लघु सिंचाई आदि विभागों में नियुक्ति होनी है। इसके बाद इंटरव्यू भी होना है। हमें तो कुछ समझ ही नहीं आ रहा क्या करें, क्या न करें ?

-हिमांशु सिंह