- एक पैसे बढ़ेगा रोडवेज का किराया

- राज्य परिवहन प्राधिकरण ने दी मंजूरी

LUCKNOW: यूपी रोडवेज के यात्रियों का सफर अब महंगा हो जाएगा। सोमवार को हुई राज्य परिवहन प्राधिकरण की बैठक में किराया बढ़ाए जाने की मंजूरी मिल गई है। नए किराए की अधिसूचना मंगलवार को जारी कर दी जाएगी, जबकि किराये की नई दरें बुधवार रात से लागू हो जाएंगी। निगम के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते के साथ वेतन में हुई बढ़ोतरी के खर्च निकालने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने रोडवेज बसों का किराया एक पैसे प्रति किलोमीटर बढ़ाए जाने का प्रस्ताव बैठक में रखा था। विशेष सचिव (न्याय) और अपर विधि परामर्शी एके ओझा की अध्यक्षता में हुई बैठक में किराया बढ़ाए जाने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया। प्राधिकरण के सचिव एके मिश्र ने बताया कि अब सामान्य बसों में 82 पैसे और वातानुकूलित बसों में 1.26 रुपये प्रति किलोमीटर प्रति यात्री किराया लिया जाएगा। अब तक सामान्य बसों को 82 पैसा प्रति किमी किराया निर्धारित था तो वातानुकूलित बसों को 1.25 रुपए। बैठक में चार दर्जन बसों के परमिटों के नवीनीकरण को मंजूरी दे गई है जिसमें अधिकतर बसें रोडवेज की हैं। इसके अलावा परमिट हस्तांतरण के मामले भी निस्तारित किए गए।

दो माह पहले ही बढे़ हैं दाम

परिवहन निगम की बसों में किराया बढ़े अभी दो माह ही बीते हैं। परिवहन निगम ने बीती फरवरी में दुर्घटना में यात्री की मौत होने पर पांच लाख रुपये की राशि का भुगतान परिवारीजन को करने का फैसला लिया था। उस दौरान भी किराया बढ़ाया गया था। ऐसे में 85 किलोमीटर तक एक रुपये, 86 से 100 किलोमीटर तक दो रुपये, 101 से 200 किलोमीटर तक तीन रुपये, 201 से 300 किलोमीटर तक पांच रुपये और 301 किलोमीटर या उससे अधिक यात्रा पर आठ रुपये प्रति यात्री किराया बढ़ाया गया था।

अगली बैठक 16 मई को

राज्य परिवहन प्राधिकरण की अगली बैठक 16 मई को होगी, जिसमें नए मार्गो पर परमिट स्वीकृत करने, पुरानी व जर्जर गाडि़यों के परमिट निलंबित या निरस्त करने पर चर्चा होगी। सोमवार इन मुद्दों पर चर्चा नहीं हो सकी।

दूसरे राज्यों का विरोध

बैठक में मध्य प्रदेश और राजस्थान रोडवेज की बसों की मनमानी का विरोध किया गया। सदस्यों योगेंद्र यादव और हाजी अनवर के अनुसार मध्य प्रदेश परिवहन की बसें मनमाने ढंग से यूपी की सीमा में आ जा रही है। इन पर अंकुश लगाया जाना चाहिए। राजस्थान से भी बिना परमिट के चल बसों को रोकने की मांग की गई।