- सिटी के छह फीडर पर सबसे अधिक लाइन लॉस

- यूपी पावर कॉर्पोरेशन के आदेश पर चल रह बिजली चोरी रोकने का अभियान

GORAKHPUR : अगर आप कटिया, कम लोड का कनेक्शन, मीटर में छेड़छाड़ कर बिजली चोरी कर रहे हैं तो जरा सावधान। महानगर विद्युत वितरण निगम के ऑफिसर्स आपके घर कभी भी चेकिंग कर सकते हैं। यूपी पावर कॉर्पोरेशन के आदेश पर निगम बिजली चोरी रोकने के लिए सघन अभियान चलाने जा रहा है। इस अभियान के पहले चरण में लाइनलॉस रोकने के साथ ही साथ कंज्यूमर्स के कनेक्शन की जांच की जाएगी। कैंपेन में कंज्यूमर्स की ओर से दी गई जानकारी और जांच के समय हो रही एक्चुअल खपत की जांच की जाएगी। अगर किसी तरह की कोई बिजली चोरी पकड़ी जाती है तो फौरन एफआईआर लॉज कराई जाएगी।

यहां सबसे ज्यादा होता है लाइन लॉस

दस दिन की मशक्कत के बाद महानगर विद्युत वितरण निगम के अफसर सिटी के म् सबसे अधिक लाइनलॉस वाले फीडर को प्वाइंट आउट करने में कामयाब हुए हैं। इसके अकॉर्डिग सिटी के सबसे अधिक लाइन लॉस वाली फीडर्स में डिवीजन वन में लालडिग्गी सब स्टेशन का हिन्दी बाजार फीडर और तारामंडल सब स्टेशन का जीडीए पूर्वी फीडर, डिवीजन सेकेंड में गोरखनाथ फीडर और राजेंद्र नगर फीडर और डिवीजन थर्ड में गीतावाटिका और शिवपुर साहबाजगंज फीडर शामिल हैं।

बारीकी से होगी हर फीडर की जांच

इलेक्ट्रिसिटी कॉर्पोरेशन की ओर से यह अभियान लाइन लॉस कंट्रोल करने के लिए किया जा रहा है। गोरखपुर जोन के चीफ इंजीनियर एसपी पांडेय के मुताबिक किसी भी प्रकार की बिजली चोरी विभागीय भाषा में लाइन लॉस के तहत आती है। अभियान के तहत हर फीडर की बारीकी से जांच कर जाएगी। इस दौरान जहां भी लाइन लॉस मिलेगा, उसे तत्काल सही किया जाएगा।

चोरी पकड़े जाने पर होगी एफआईआर

एक्सईएन एके सिंह ने बताया कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए रणनीति तैयार है। जिस फीडर पर लाइन लॉस मिला है, उसकी जांच डिवीजन के सभी जेई और मेट्रो के टेक्नीशियन करेंगे। पहले चरण में तारों और ट्रांसफॉर्मर पर होने वाले लाइनलॉस को समाप्त किया जाएगा। उसके बाद पब्लिक के घरों की जांच की जाएगी। अगर किसी ने एक किलोवाट का कनेक्शन लिया है और जांच में उसके घर में एक किलोवाट से ज्यादा की खपत पाई गई तो उस पर तत्काल बिजली चोरी को लेकर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।

बिजली चोरी रोकने के इस अभियान के दौरान अगर किसी के यहां बिजली चोरी पकड़ी गई या मीटर में छेड़छाड़ पाई गई तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।

एके सिंह, एक्सईएन गोलघर