617 पदों की सापेक्ष सफल हुए 2539 अभ्यर्थी

ALLAHABAD: एक तरफ परिणाम, दूसरी तरफ विरोध। उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीपीएससी) के लिए अब यह कोई नई बात नहीं रह गई है। प्रतियोगियों ने यूपीपीएससी की ओर से राजस्व निरीक्षक परीक्षा का परिणाम जारी होते ही विरोध के स्वर बुलंद कर दिए हैं। प्रतियोगियों ने परीक्षा परिणाम में धांधली का आरोप लगाया है।

23 मई से इंटरव्यू

यूपीपीएससी ने राजस्व निरीक्षक परीक्षा 2014 के रिजल्ट में 2539 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया है। यह परीक्षा 25 जनवरी को हुई थी। जिसमें 3,88,164 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इस परीक्षा परिणाम के तहत 617 पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूरी होनी है। आयोग ने परीक्षा परिणाम के तुरंत बाद इंटरव्यू की भी घोषणा कर दी है। सफल अभ्यर्थियों का साक्षात्कार 23 मई से शुरू होगा। विस्तृत परिणाम आयोग की वेबसाइट पर देखा जा सकता है। आयोग ने कहा है कि वह प्राप्तांक/श्रेणीवार कट ऑफ अंक अंतिम परिणाम जारी करने के बाद जारी करेगा। इस संदर्भ में कोई भी आरटीआई स्वीकार नहीं की जाएगी।

आंसर की के बगैर ही रिजल्ट

उधर, राजस्व निरीक्षक के परिणाम पर प्रतियोगियों ने तगड़ी आपत्ति दर्ज करवाई है। प्रतियोगियों ने बगैर आंसर की जारी किए, उस पर आपत्ति लिए और फिर संशोधित आंसर की के परीक्षा परिणाम जारी करने पर रोष प्रकट किया है। न्यायालय में आयोग के खिलाफ लड़ाई लड़ रही प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति से जुड़े पदाधिकारियों का कहना है कि ऐसा धांधली के मद्देनजर किया गया है। जबकि इससे पहले आयोग द्वारा जारी प्रत्येक आंसर की में ख्0 से ख्भ् प्रश्न गलत पाए गए हैं।

दावा, सफल होते लेकिन हो गए असफल

समिति के मीडिया प्रभारी अवनीश पांडेय का कहना है कि इस विषय से जुड़े आरओ व एआरओ ख्0क्फ् परीक्षा का विवाद सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। हाईकोर्ट भी आंसर के मसले पर यूपीपीएससी के अध्यक्ष अनिल यादव को कोर्ट में तलब कर चुका है। राजस्व निरीक्षक परीक्षा में असफल संदीप यादव, जटाशंकर, शालिग्राम बिंद, धमेन्द्र उपाध्याय, सतीस उपाध्याय, रवि सिंह आदि का कहना है कि उनका पेपर अच्छा हुआ था। बावजूद इसके उन्हें असफल घोषित कर दिया गया है। समिति के अध्यक्ष अयोध्या सिंह का कहना है कि वे इस पूरे मामले को कोर्ट में ले जाने के अलावा राज्यपाल के सम्मुख भी ले जाएंगे।

क्0 मई के बाद सड़क पर उतरेंगे छात्र

भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा ने क्0 मई के बाद आयोग के खिलाफ सड़क पर उतरकर आन्दोलन खड़ा करने का निर्णय लिया है। मोर्चा से जुड़े प्रतियोगियों की बैठक सैटरडे को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी छात्रसंघ भवन पर हुई। जिसमें आयोग के उस निर्णय का विरोध किया गया। जिसमें कहा गया है कि आगे से जारी होने वाले परिणाम में अभ्यर्थियों का नाम नहीं घोषित किया जाएगा, बल्कि रोल नम्बर या रजिस्ट्रेशन नम्बर ही जारी किया जाएगा। मोर्चा ने इसे आगामी परिणाम में जाति विशेष के चयन को गोपनीय बनाए रखने के लिए लिया गया निर्णय बताया है। बैठक में कौशल सिंह, अनिल उपाध्याय, कुंवर साहब सिंह, नीरज पांडेय, विक्की खान, आलोक वर्मा, अमरेन्दु सिंह, अमित सिंह राणा, अरुण सिंह सोनू आदि मौजूद रहे।