ऐसे भ्रम में पड़ गए students

कमीशन के आफिस में हंगामा कर रहे स्टूडेंट्स का कहना था कि एप्लीकेशन से पहले रजिस्ट्रेशन के समय फार्म पर क्वालीफिकेशन ग्रेजुएशन दर्शाया गया था। इसका आशय सभी के लिए ग्रेजुएशन था। लेकिन बाद में एप्लीकेशन के वक्त दी गई गाइडलाइन के कालम संख्या 13 और 14 में दर्शाए गए क्वालीफिकेशन के तौर तरीके से लाखों स्टूडेंट्स भ्रम में पड़ गए। और किसी ने अपनी समझ के अनुसार एप्लीकेशन में यस तो किसी ने नो का विकल्प भर दिया। कोमल पांडेय, सुधीर सिंह, अविनाश दुबे, जाकिर हुसैन, अनुराग त्रिपाठी, विमल सिंह आदि ने आरोप लगाया कि हजारों की संख्या में फार्म रिजेक्ट कर दिए गए हैं. 

उम्मीद कम ही है

उल्लेखनीय है कि लोअर सबआर्डिनेट का रजिस्ट्रेशन 19 अगस्त से स्टार्ट हुआ था। 16 सितम्बर फीस जमा करने की लास्ट डेट थी। 21 सितम्बर को फार्म सब्मिट करने की लास्ट डेट है। ऐसे में रजिस्ट्रेशन की डेट निकल जाने से स्टूडेंट्स की सांसें अटक गई हैं। अब उनके पास एक ही विकल्प बचा है या तो वे दोबारा से पूरा प्रासेस करें या कमीशन रजिस्ट्रेशन में दर्शाए गए विकल्प के अनुसार ही सभी के एप्लीकेशन को एक्सेप्ट कर ले। फिलहाल तो मंडे को कमीशन के आफिसर्स के रवैये से नाराज स्टूडेंट्स को उम्मीद कम ही है और वे बड़े प्रदर्शन की रणनीति तैयार कर रहे हैं। स्टूडेंट्स का कहना है कि बड़ी मुश्किल से उन्हें लोअर सबऑर्डिनेट एग्जाम में बैठने का मौका मिला था। इस मौके को वे यूं ही नहीं जाने देंगे।   UPPSC again in limelight

फिर विवादों में घिरा यूपी पब्लिक सर्विस कमीशन

Allahabad: उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीपीएससी), इलाहाबाद एक बार फिर विवादों में फंसता नजर आ रहा है। अभी कमीशन की रिजर्वेशन पॉलिसी पर हंगामा थमा भी नहीं था कि नया बखेड़ा स्टार्ट होने को है। मंडे को सैकड़ों स्टूडेंट्स ने कमीशन के आफिस पर जमकर हं्रगामा काटा। हंगामे के पीछे बड़ी संख्या में एप्लीकेंट्स के एप्लीकेशंस को रिजेक्ट करना बताया जा रहा है। स्टूडेंट्स का आरोप है कि जिस रीजन के चलते कमीशन एप्लीकेशंस को रिजेक्ट कर रहा है। वह कमीशन की ही चूक के चलते हुई है। फिलहाल तो कोई हल न निकलता देख स्टूडेंट्स का पारा चढ़ा हुआ है. 

ऐसे भ्रम में पड़ गए students

कमीशन के आफिस में हंगामा कर रहे स्टूडेंट्स का कहना था कि एप्लीकेशन से पहले रजिस्ट्रेशन के समय फार्म पर क्वालीफिकेशन ग्रेजुएशन दर्शाया गया था। इसका आशय सभी के लिए ग्रेजुएशन था। लेकिन बाद में एप्लीकेशन के वक्त दी गई गाइडलाइन के कालम संख्या 13 और 14 में दर्शाए गए क्वालीफिकेशन के तौर तरीके से लाखों स्टूडेंट्स भ्रम में पड़ गए। और किसी ने अपनी समझ के अनुसार एप्लीकेशन में यस तो किसी ने नो का विकल्प भर दिया। कोमल पांडेय, सुधीर सिंह, अविनाश दुबे, जाकिर हुसैन, अनुराग त्रिपाठी, विमल सिंह आदि ने आरोप लगाया कि हजारों की संख्या में फार्म रिजेक्ट कर दिए गए हैं. 

उम्मीद कम ही है

उल्लेखनीय है कि लोअर सबआर्डिनेट का रजिस्ट्रेशन 19 अगस्त से स्टार्ट हुआ था। 16 सितम्बर फीस जमा करने की लास्ट डेट थी। 21 सितम्बर को फार्म सब्मिट करने की लास्ट डेट है। ऐसे में रजिस्ट्रेशन की डेट निकल जाने से स्टूडेंट्स की सांसें अटक गई हैं। अब उनके पास एक ही विकल्प बचा है या तो वे दोबारा से पूरा प्रासेस करें या कमीशन रजिस्ट्रेशन में दर्शाए गए विकल्प के अनुसार ही सभी के एप्लीकेशन को एक्सेप्ट कर ले। फिलहाल तो मंडे को कमीशन के आफिसर्स के रवैये से नाराज स्टूडेंट्स को उम्मीद कम ही है और वे बड़े प्रदर्शन की रणनीति तैयार कर रहे हैं। स्टूडेंट्स का कहना है कि बड़ी मुश्किल से उन्हें लोअर सबऑर्डिनेट एग्जाम में बैठने का मौका मिला था। इस मौके को वे यूं ही नहीं जाने देंगे।   UPPSC again in limelight

फिर विवादों में घिरा यूपी पब्लिक सर्विस कमीशन

Allahabad: उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीपीएससी), इलाहाबाद एक बार फिर विवादों में फंसता नजर आ रहा है। अभी कमीशन की रिजर्वेशन पॉलिसी पर हंगामा थमा भी नहीं था कि नया बखेड़ा स्टार्ट होने को है। मंडे को सैकड़ों स्टूडेंट्स ने कमीशन के आफिस पर जमकर हं्रगामा काटा। हंगामे के पीछे बड़ी संख्या में एप्लीकेंट्स के एप्लीकेशंस को रिजेक्ट करना बताया जा रहा है। स्टूडेंट्स का आरोप है कि जिस रीजन के चलते कमीशन एप्लीकेशंस को रिजेक्ट कर रहा है। वह कमीशन की ही चूक के चलते हुई है। फिलहाल तो कोई हल न निकलता देख स्टूडेंट्स का पारा चढ़ा हुआ है. 

ऐसे भ्रम में पड़ गए students

कमीशन के आफिस में हंगामा कर रहे स्टूडेंट्स का कहना था कि एप्लीकेशन से पहले रजिस्ट्रेशन के समय फार्म पर क्वालीफिकेशन ग्रेजुएशन दर्शाया गया था। इसका आशय सभी के लिए ग्रेजुएशन था। लेकिन बाद में एप्लीकेशन के वक्त दी गई गाइडलाइन के कालम संख्या 13 और 14 में दर्शाए गए क्वालीफिकेशन के तौर तरीके से लाखों स्टूडेंट्स भ्रम में पड़ गए। और किसी ने अपनी समझ के अनुसार एप्लीकेशन में यस तो किसी ने नो का विकल्प भर दिया। कोमल पांडेय, सुधीर सिंह, अविनाश दुबे, जाकिर हुसैन, अनुराग त्रिपाठी, विमल सिंह आदि ने आरोप लगाया कि हजारों की संख्या में फार्म रिजेक्ट कर दिए गए हैं. 

उम्मीद कम ही है

उल्लेखनीय है कि लोअर सबआर्डिनेट का रजिस्ट्रेशन 19 अगस्त से स्टार्ट हुआ था। 16 सितम्बर फीस जमा करने की लास्ट डेट थी। 21 सितम्बर को फार्म सब्मिट करने की लास्ट डेट है। ऐसे में रजिस्ट्रेशन की डेट निकल जाने से स्टूडेंट्स की सांसें अटक गई हैं। अब उनके पास एक ही विकल्प बचा है या तो वे दोबारा से पूरा प्रासेस करें या कमीशन रजिस्ट्रेशन में दर्शाए गए विकल्प के अनुसार ही सभी के एप्लीकेशन को एक्सेप्ट कर ले। फिलहाल तो मंडे को कमीशन के आफिसर्स के रवैये से नाराज स्टूडेंट्स को उम्मीद कम ही है और वे बड़े प्रदर्शन की रणनीति तैयार कर रहे हैं। स्टूडेंट्स का कहना है कि बड़ी मुश्किल से उन्हें लोअर सबऑर्डिनेट एग्जाम में बैठने का मौका मिला था। इस मौके को वे यूं ही नहीं जाने देंगे।