-कदम-कदम पर फोर्स, नहीं दिखा सके एकजुटता

-दिनभर जायजा लेते रहे पुलिस, पीएसी व आरएएफ के जवान

ALLAHABAD: यूपीपीएससी के खिलाफ वेडनसडे को हुए प्रदर्शन के बाद थर्सडे को भी हंगामे के पूरे चांसेस थे। लेकिन बुधवार को पुलिस के डंडे का शिकार हुए प्रतियोगी दूसरे दिन बड़े विरोध प्रदर्शन का साहस नहीं जुटा सके। चप्पे-चप्पे पर तैनात भारी पुलिस बल की पैनी निगाहें लगातार प्रतियोगियों पर बनीं रही। इससे युवाओं की टोली कहीं पर भी एकजुट नहीं हो सकी।

पुलिस ने किया था लाठीचार्ज

गौरतलब है कि वेडनसडे को यूपीपीएससी की पीसीएस प्री का पर्चा आउट होने के खिलाफ प्रतियोगियों ने उग्र विरोध प्रदर्शन किया था। प्रतियोगियों की मांग थी कि पीसीएस की पूरी परीक्षा को निरस्त किया जाए और आयोग अध्यक्ष के खिलाफ सीबीआई इन्क्वायरी करवाई जाए। इस दौरान छात्रों के प्रदर्शन को कुचलने के लिए पुलिस बल ने उनपर लाठीचार्ज किया था। पुलिस ने हिन्दू हास्टल में घुसकर आन्दोलनकारियों की पिटाई की थी, जिसके बाद आधे शहर में आगजनी, फायरिंग और तोड़फोड़ की घटना हुई।

जहां देखा खड़े वहीं से खदेड़ा

उधर, छात्रों की पिटाई के बाद इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि गुरुवार को इसके खिलाफ छात्र फिर से उग्र हो सकते हैं। ऐसा होता भी नजर आया। डायमंड जुबिली छात्रावास, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी छात्रसंघ भवन, आनन्द भवन, हिन्दू हास्टल आदि जगहों पर छात्र जुटे भी, लेकिन पुलिस की बेहद सक्रियता ने उन्हें एकजुट होने का मौका नहीं दिया। छात्रों को जहां भी खड़ा पाया गया, पुलिस ने उन्हें बलपूर्वक हटा दिया।

घूम-घूमकर लिया जायजा

एक ओर जहां पुलिस, पीएसी और आरएएफ के जवान पूरे दिन लड़कों पर हावी दिखे। वहीं लोक सेवा आयोग परिसर के इर्द-गिर्द भारी पैमाने पर फोर्स का पहरा बिठाया गया था। इसके अलावा संवेदनशील जगहों में शामिल हालैंड हाल छात्रावास, केपीयूसी हास्टल चौराहा, डायमंड जुबिली छात्रावास, हिन्दू हास्टल, आनंद भवन, छात्रसंघ भवन, यूनिवर्सिटी सेंट्रल लाइब्रेरी, लल्ला चुंगी, बैंक रोड पर भी फोर्स तैनात रही। पीएसी और आरएएफ के जवान घूम-घूमकर पूरी स्थिति का जायजा लेते दिखे।

घर का भेदी कौन

पुलिस की सक्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि छात्रों ने छात्रसंघ भवन और अल्लापुर स्थित दुर्गापूजा मैदान पर सभा करने की योजना बना रखी थी। लेकिन फोर्स ने दोनों ही जगह पर सभा नहीं होने दी। इसमें अल्लापुर की सभा को प्रतियोगी गोपनीय बैठक बता रहे थे। उनमें इस बात को लेकर आक्रोश रहा कि उनके बीच इसकी जानकारी देने वाला भेदिया कौन है।

दूसरे दिन भी नहीं हटी बैरिकेडिंग

छात्र और पुलिस के बीच चलने वाली लुकाछिपी के बीच सबसे ज्यादा परेशानी अगर किसी को हुई तो वो आम राहगीर ही थे। बता दें कि लोक सेवा आयोग, बैंक रोड, यूनिवर्सिटी रोड, बालसन चौराहा शहर के प्रमुख मार्गो में एक हैं। जहां से हर रोज लाखों लोगों का आवागमन होता है। लेकिन इन सभी मार्गो पर लगातार दूसरे दिन पूरे समय बैरिकेडिंग लगाकर रखी गई थी, जिससे लोगों को आने जाने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।