-डीएलसी ने बुलाई बिजली अफसरों की बैठक

-कहा दो दिन में सभी रिकार्ड्स कराए उपलब्ध

-विभाग में हड़कंप, कर्मचारियों का कराया रजिस्ट्रेशन

Meerut: बिजली विभाग में कार्यरत संविदा कर्मियों के ईपीएफ घोटाले के खुलासे से लेबर डिपार्टमेंट हरकत में आ गया है। प्रकरण का संज्ञान लेते हुए डिप्टी लेबर कमिश्नर ने बिजली विभाग के संबंधित अफसरों की बैठक बुलाई।

ईपीएफ व वेतन का मांगा रिकार्ड

सोमवार को मेरठ मंडल के डिप्टी लेबर कमिश्नर मधुर सिंह ने बिजली विभाग के कार्मिक अफसर समेत मेरठ व बागपत के डिवीजन अफसरों की बैठक बुलाई। इस दौरान डीएलसी ने अफसरों से संविदा कर्मियों के ईपीएफ व वेतन संबंधी पूरा ब्यौरा मांगा।

दो दिन की मोहलत

डीएलसी के सख्ती पर बिजली विभाग के अफसरों ने उनसे दो दिन का समय मांगा। विभाग के कार्मिक अफसर प्रदीप कुमार ने कहा कि मेरठ व बागपत के सभी डिवीजनों से बिजली घरों पर काम कर रहे संविदा कर्मियों का पूरा ब्यौरा मंगाया जाएगा।

गड़बड़ मिली तो कार्रवाई

लेबर डिपार्टमेंट की मानें तो संविदा कर्मचारियों के ईपीएफ व वेतन संबंधी मामले में विशेष जांच कराई जाएगी। जांच में यदि किसी भी तरह के गड़बड़ी पाई जाती है तो कांट्रेक्टर लेबर एक्ट के तहत संबंधित कांट्रेक्टर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जबकि दोषी अफसरों के खिलाफ भी शासन को लिखा जाएगा।

बिजली विभाग में खलबली

ईपीएफ घोटाले के खुलासे के बाद बिजली विभाग में हड़कंप मच गया है। विभागीय अफसरों व कांट्रेक्टर्स ने पूरे मामले पर परदा डालने के लिए लेबर डिपार्टमेंट में जहां संविदा कर्मियों के रजिस्ट्रेशन कराने शुरू करा दिए हैं, वहीं कुछ कांट्रेक्टर्स ने भी वहां से लाइसेंस प्राप्ति के प्रक्रिया शुरू कर दी है।

आईनेक्स्ट ने किया था खुलासा

बिजली विभाग में कार्यरत संविदा कर्मियों के ईपीएफ भुगतान में गड़बड़ी का खुलासा आईनेक्स्ट ने एक जनवरी के अंक में किया था। इसके बाद पीवीवीएनएल के एमडी वीवी पंत ने मामले की जांच की जांच के लिए चीफ इंजीनियर एके कोहली के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया था।

संविदा कर्मियों के वेतन में कटौती व ईपीएफ भुगतान में गड़बड़ी का मामला गंभीर है। प्रकरण में कार्रवाई के लिए बिजली विभाग से रिकार्ड्स प्रस्तुत करने को कहा गया है।

-मधुर सिंह

डिप्टी लेबर कमिश्नर, मेरठ मंडल