-छपेड़ा पुलिया में तुलसी नगर में रहते थे, साथी वकील की डेयरी में करते थे काम

-डेयरी में तबियत बिगड़ने से हुई मौत, परिजनों ने साथी वकील पर हत्या का आरोप लगाया

-पोस्टमार्टम में हार्टअटैक से मौत की पुष्टि के बाद भी परिजन संतुष्ट नहीं

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KANPUR : कल्याणपुर के छपेड़ा पुलिया में रविवार की सुबह कार में वकील का शव मिलने से हड़कंप मच गया। वकील की तिरवां में संदिग्ध परिस्थिति में मौत हुई थी। वकील के साथी और उनकी पत्नी शव को लेकर घर पहुंचे थे कि परिजनों ने उन पर हत्या का आरोप लगाकर हंगामा कर दिया। जिसे देख आरोपी पत्नी और साथी समेत भागने लगे तो परिजनों ने उनको पकड़ लिया। इसी बीच पुलिस भी मौके पर पहुंची तो परिजन पुलिस वालों से भिड़ गए। सूचना पर सर्किल की फोर्स समेत आला अफसर वहां पहुंच गए। उन्होंने आरोपी को हिरासत में लेकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने परिजनों की मांग पर डॉक्टर के पैनल से पोस्टमॉर्टम कराया, जिसमें हार्टअटैक से मौत की पुष्टि होने से पुलिस और आरोपी पक्ष ने राहत की सांस ली।

कर्मियों ने कराया एडमिट

कल्याणपुर के तुलसी नगर में रहने वाले प्रवीन कटियार वकील तो थे, लेकिन प्रैक्टिस नहीं करते थे। उनके परिवार में पत्नी रीता और बेटे प्रखर व अंकित हैं। उनकी यशोदानगर निवासी कृष्णपाल से करीबी दोस्ती थी। कृष्णपाल ने तिरवां में डेयरी खोली थी, जिसमें प्रवीन सुपरवाइजर थे। कृष्णपाल कभी-कभी डेयरी पर जाते थे, जबकि प्रवीन डेयरी पर रहकर कामकाज संभालते थे। शनिवार की रात को प्रवीन की तबियत खराब हो गई। उनको साथी कर्मचारी गिरजा शंकर और यदुनंदन सिंह ने हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया।

पत्नी को ले गए थे साथ

इसके बाद कर्मचारियों ने कृष्णपाल को मोबाइल पर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रवीन की हालत और बिगड़ गई है। डॉक्टर ने उन्हें हैलट के लिए रेफर कर दिया है। इसलिए वे उनको लेकर हैलट आ रहे हैं। कृष्णपाल ने कर्मचारियों से कहा कि तुम लोग उधर से आओ और मैं इधर से आ रहा हूं। रास्ते में जहां उनकी मुलाकात होगी। वहां पर वो प्रवीन को अपनी कार में बैठाकर हैलट ले जाएंगे। इसके बाद वो पत्नी निर्मला के साथ कार से प्रवीन के घर पहुंच गए। उन्होंने प्रवीन की तबियत खराब होने के बारे में बताया तो रीता भी उनके साथ चल दी। कृष्णपाल ने सुविधा के लिए रावतुपर से वैन को बुक कर लिया। इसके बाद वे तिरवां के लिए रवाना हो गए। उनकी मंधना में आपस में मुलाकात हुई। वहां पर कृष्णपाल ने जैसे ही प्रवीन को अपनी कार में बैठाने के लिए उठाया तो पता चला कि उनकी मौत हो गई। इसके बाद वे उनकी लाश को कार में रखकर घर के लिए रवाना हो गए।

परिजनों ने पकड़ लिया

दूसरी कार से कृष्णपाल और प्रवीन की पत्नी रवाना हुई। इसी बीच रीता ने फोन कर परिजनों को प्रवीन की मौत की जानकारी दे दी। वे छपेड़ा पुलिया पर प्रवीन के घर पहुंचे तो परिजनों ने कृष्णपाल पर हत्या का आरोप लगाकर हंगामा कर दिया। परिजनों के गुस्से को देख कृष्णपाल पत्नी निर्मला और साथी राजेश के साथ वहां से जाने लगे तो परिजनों ने उन्हें पकड़ लिया। पुलिस मौके पर पहुंची तो परिजन पुलिस से ि1भड़ गए।

तीन घंटे तक िकया हंगामा

प्रवीन के दो भाई रमनचंद्र और विपिन हैं। जिसमें रमन डॉक्टर हैं। प्रवीन की मौत से घर पर कोहराम मच गया। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाकर हंगामा कर दिया। पुलिस शव को पोस्टमार्टम भेजने के लिए पंचनामा भर रही थी कि परिजन पुलिस से भिड़ गए। उन्होंने शव को रोड पर रखकर हंगामा शुरू कर दिया। जिसका पता चलने पर सीओ संजीव दीक्षित, विशाल पाण्डेय और एसपी वेस्ट सचिन पटेल फोर्स समेत मौके पर पहुंच गए। उन्होंने परिजनों को समझाया, लेकिन वे हत्या की रिपोर्ट दर्ज करने की जिद पर अड़ गए। एसपी ने उनकी तहरीर लेकर रिपोर्ट दर्ज का आश्वासन दिया तो उन्होंने शव को पुलिस के सुपुर्द किया, जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम भेजा जा सका। परिजनों की मांग पर पुलिस ने डॉक्टर के पैनल से पोस्टमार्टम भी करवाया, जिसमें उनकी हार्ट अटैक से मौत की पुष्टि तो हो गई, लेकिन परिजन इससे संतुष्ट नहीं है। वे अब भी प्रवीन के साथियों पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं।