- यूपीएससी की सिविल सेवा वर्ष 2013 की परीक्षा में मिली 67वीं रैंक

- छात्राओं में सौम्या मिश्रा 201वीं रैंक सिटी में टॉप पर

LUCKNOW: यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीएससी) ने सिविल सर्विसेज एग्जाम ख्0क्फ् का रिजल्ट गुरुवार को घोषित कर दिया। पहला स्थान राजस्थान के गौरव अग्रवाल ने हासिल किया। इस बार के एग्जाम में कुल क्क्ख्ख् कैंडिडेट्स को सफलता मिली है, जिसमें से भ्क्7 कैंडिडेंट्स जनरल कैटेगरी, फ्ख्म् ओबीसी, क्87 अनुसूचित जाति और 9ख् अनुसूचित जनजाति से हैं। सभी सफल कैंडिडेंट्स को आईएएस, आईएफएस, आईपीएस और सेंट्रल सर्विसेस ग्रुप ए में नियुक्त किया जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार गवर्नमेंट के पास इन पदों के लिए कुल क्ख्ख्8 वैकेंसीज हैं।

सिटी में रितुराज रहे आगे

यूपीएससी की ओर से जारी किए गए रिजल्ट में सिटी के रितुराज सिंह ने म्7वीं रैंक हासिल किया है। वहीं, लड़कियों में सिटी की सौम्या मिश्रा पहले स्थान पर रही हैं। सौम्या को ख्0क्वीं रैंक हासिल हुई है। रितुराज ने यहीं सिटी के सीएमएस गोमतीनगर से क्ख्वीं करने के बाद सिम्बायोसिस पुणे लॉ कॉलेज से एलएलबी ऑनर्स किया है। नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी, बंगलुरू से एलएलएम करने के दौरान ही पिछले वर्ष रितुराज को भ्भ्भ्वीं रैंक हासिल हुई थी और चयन आईआरटीएस में हो गया था। ट्रेनिंग के दौरान के दौरान ही उन्होंने एक बार फिर से एग्जाम दिया इस बार वे म्7वीं रैंक हासिल करने में कामयाब रहे।

अपने ऊपर था पूरा भरोसा

सौम्या ने बताया कि उन्होंने बिना किसी कोचिंग की मदद लिए तैयारी की थी। वह श्रीराम कॉलेज दिल्ली से बीए और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पीजी पढ़ीं हुई हैं। सौम्या बताती हैं कि कुछ अलग और खुलकर करने की चाह ने आईएएस की मंजिल तक पहुंचाया है। ऑल इंडिया ख्फ्फ्वीं रैंक हासिल करने वाले आशुतोष और क्097वीं रैंक हासिल करने वाले अमनदीप ने सफलता का श्रेय अपने गुरु अनमोल और माता-पिता को दिया है। आशुतोष ने दूसरे प्रयास में यह सफलता अर्जित की है। वहीं, ब्70 रैंक हासिल करने वाली सुप्रिया यादव के लिए यह रिजल्ट दोहरी खुशियां लेकर आया है। ख्0क्क् में पीसीएस क्लियर करने वाली सुप्रिया ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार को दिया है। 89भ् रैंक लाने वाले सौरभ बनोथा ने आखिरकार सिविल में सेलेक्ट होने का अपना सपना पूरा कर लिया है। छह बार कोशिश करने के बाद आखिर में प्राप्त अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता स्वर्गवासी विख्यात बांसुरी वादक पंडित निरंजन प्रसाद को दिया है।