यूपीएससी ने घोषित किया परीक्षा परिणाम

हिन्दी पट्टी का परिणाम पहले से सुधरा

ALLAHABAD: यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीएससी) नई दिल्ली ने ट्यूजडे को सिविल सर्विसेस 2015 का फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिया है। परीक्षा परिणाम में इलाहाबाद की स्थिति इस बार भी नहीं सुधर सकी है। इलाहाबाद से हर बार की तरह इस बार भी उंगलियों पर गिनने लायक अभ्यर्थियों का ही चयन हुआ है। इसके पीछे कई अहम वजहें हैं। बता दें कि सिविल सर्विसेस 2015 से ही पहली बार सीसैट पैटर्न को क्वालीफाइंग किया गया था। जिससे हिन्दी पट्टी के छात्रों की सफलता का प्रतिशत पहले से कुछ बेहतर बताया जा रहा है।

1078 को मिली है सफलता

सिविल सर्विसेस के परीक्षा परिणाम में कुल 1078 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। इनका चयन इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस, इंडियन फोर्स सर्विस, इंडियन पोलिस सर्विस एवं सेंट्रल सर्विस ग्रुप ए एंड बी में हुआ है। इसकी लिखित परीक्षा दिसम्बर हुई थी। इंटरव्यू मार्च में हुआ था। यूपीएससी की ओर से जारी की गई सूचना में कहा गया है कि परीक्षार्थियों को उनके मा‌र्क्स वेबसाइट पर पन्द्रह दिनों में बता दिए जाएंगे।

इंजीनियरिंग व मेडिकल वालों का बोलबाला

इलाहाबाद का परीक्षा परिणाम बेहतर न होने की मुख्य वजह यूपीपीएससी एवं यूपीएससी के अलग अलग परीक्षा पैटर्न को बताया जा रहा है। प्रतियोगियों का कहना है कि उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन की पीसीएस और यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन की सिविल सेवा परीक्षा का पैटर्न जब तक समकक्ष नहीं होगा। जब तक इलाहाबाद की स्थिति नहीं सुधर सकती। प्रतियोगियों का यह भी कहना है कि हर बार की तरह इस बार भी सिविल सर्विसेस के रिजल्ट में मेडिकल और इंजीनियरिंग बैकग्राउंड के अभ्यर्थियों का बोलबाला है। हालांकि, उनका मानना है कि सीसैट के क्वालीफाइंग होने से हिन्दी बेल्ट के छात्रों का नुकसान कम हुआ है। लेकिन परीक्षा से ठीक पहले हुए बदलाव से परीक्षार्थियों को प्रिपेयर होने में दिक्कत आई।

नैनी के अश्वनी को मिली 34वीं रैंक

नैनी एरिया के अश्वनी पांडेय ने सिविल सेवा परीक्षा परिणाम में 34वीं रैंक हासिल करके प्रयाग का नाम रोशन किया है। इससे पहले उनका चयन 2011 एवं 2013 में आईआरएस में हुआ था। मूल रुप से प्रेमधर पट्टी प्रतापगढ़ के निवासी अश्वनी ने केन्द्रीय विद्यालय नैनी से शिक्षा ग्रहण की। जिसके बाद उन्होंने उच्च शिक्षा ओक्लाहोमा यूनिवर्सिटी यूएसए से हासिल की। उन्होंने यूएसए में रहकर नौकरी भी की। उनके पिता द्वारका प्रसाद पांडेय जीएचएस स्कूल के सेवानिर्वृत्त लेखाकार हैं। माता कमला पांडेय केन्द्रीय विद्यालय की सेवानिवर्ृत्त प्रिंसिपल रहीं। उनके भाई पवन पांडेय हाईकोर्ट के अधिवक्ता एवं दूसरे भाई अंजनी कुमार आईआरएस अफसर हैं। अश्वनी ने ट्रिपलआईटी इलाहाबाद से एमटेक भी किया है।

अल्लापुर के मनीष देव को 357वीं रैंक

तिलकनगर अल्लापुर के रहने वाले मनीष देव मिश्रा पुत्र देवनाथ मिश्रा को 357वीं रैंक हासिल हुई है। मनीष को 2003 में यूपी बोर्ड के इंटरमीडिएट एग्जाम में 17वीं रैंक हासिल हुई थी। वे जीआईसी के छात्र रहे हैं। उस समय जीआईसी के प्रिंसिपल वर्तमान में डीआईओएस कोमल यादव थे। मनीष ने 2010 में कानपुर आईआईटी से बीटेक किया था। उनके पिता पेशे से चिकित्सक हैं। उन्होंने बताया कि 2011 से 2015 तक मनीष ने लगातार पांच इंटरव्यू दिए। जिसमें 2012 में उन्हें सिविल सिर्विसेस एग्जाम में 614वीं रैंक हासिल हुई थी।