-घाटे में चल रही रोडवेज बसों की आय बढ़ाने को एमडी का सख्त आदेश, स्थिति सुधारने के लिए तीन दिन का दिया मौका

घाटे में दौड़ रही बसों के चलते रोडवेज बनारस डिवीजन के अधिकारियों की सांस भी अब ऊपर नीचे होने लगी है। परिवहन निगम के एमडी ने घाटे पर चिंता व्यक्त करते हुए आरएम सहित सभी एआरएम को स्थिति सुधारने के लिए 72 घंटे का मौका दिया है। यह भी चेतावनी दी है कि काम में ढिलाई बरतने वाले अधिकारी अपना खुद व्यवस्था भी कर लें। एआरएम कैंट, एआरएम काशी और एआरएम ग्रामीण डिपो को तीन दिन के अंदर समीक्षा कर खामियों पर रिपोर्ट मांगी है। एमडी का सख्त लेटर रोडवेज बनारस डिवीजन में पहुंचते ही अधिकारियों में हड़कंप की स्थिति है। बता दें कि कैंट फ्लाईओवर हादसे और कांवरियों के चलते रोडवेज को घाटे पर घाटा हो रहा है।

एआरएम की छुट्टी पर चर्चा

खास बात यह है कि सबसे अधिक सौ बसों के बेड़े वाले कैंट डिपो का व्यू भी बहुत घाटे में गया है। कभी 300 पार व्यू देने वाला कैंट डिपो 229 पर सिमट गया था। इस पर लखनऊ मुख्यालय से लेकर बनारस डिविजन में काफी चर्चाएं हुई। परफॉर्मेस खराब होने पर कैंट डिपो के एआरएम अनिल सिंह छुट्टी पर चले गए। हालांकि आरएम केके शर्मा का कहना है कि बीमारी की वजह से छुट्टी पर हैं। काशी डिपो के एआरएम स्वामीनाथ पाठक को कैंट डिपो की कमान सौंपी गई है। लगभग तीन दिन में व्यू 281 पहुंचाया गया है। बसों का फेरा बढ़ाने के लेकर अधिकारियों में होड़ मची है।