-रोडवेज बसेज में यात्रा के दौरान यात्रियों संग दु‌र्व्यवहार की मिल रही शिकायतों पर हेडक्वार्टर गंभीर

- बनारस रीजन के आरएम बसों में लेंगे जायजा, ड्राइवर व कंडक्टर के बिहैवियर समेत अन्य सुविधाओं की करेंगे मॉनिटरिंग

रोडवेज बसों में यात्रा के दौरान यात्रियों संग दु‌र्व्यवहार की मिल रही शिकायतों को लेकर हेडक्वार्टर काफी गंभीर है। ऐसे में रोडवेज बस में सफर करने वाले यात्रियों को समुचित सुविधाएं मिल रही हैं या नहीं, कंडक्टर टिकट बना रहे हैं या नहीं, के अलावा ड्राइवर स्टापेज पर बस रोकने के दौरान सावधानी बरत रहा है कि नहीं, इन सबकी मॉनिटरिंग अब खुद आरएम करेंगे। गुपचुप तरीके से सामान्य बसों से लेकर एसी बसों में टिकट लेकर सफर करेंगे। यात्रियों से सुविधाओं के बाबत फीडबैक लेने के अलावा चालकों-परिचालकों के बिहेवियर की भी पड़ताल करेंगे। रोडवेज हेडक्वार्टर के आदेश पर बनारस रीजन के रीजनल मैनेजर बसों में टिकट लेकर यात्रा करेंगे। यात्रा के दौरान आरएम कंडक्टर और ड्राइवर के कार्यप्रणाली की मॉनिटरिंग के बाद उसकी रिपोर्ट बनाएंगे।

हेडक्वार्टर में जमा करेंगे टिकट कापी

हेडक्वार्टर से यह आदेश पहुंचते ही बनारस रीजन में हड़कंप की स्थिति है। चालकों-परिचालकों के अलावा अन्य स्टाफ में भी हलचल शुरू हो गई है। क्योंकि बनारस डिविजन के आठों डिपो की बसों में आरएम की यात्रा होगी। यात्रा के दौरान आरएम खुद टिकट खरीदेंगे और उसकी कापी हेडक्वार्टर में जमा भी करेंगे। हेडक्वार्टर में तमाम ऐसी शिकायतें थीं, जिनमें सबसे ज्यादा यात्रियों के साथ दु‌र्व्यवहार के अलावा बीमार यात्रियों को मदद नहीं दिए जाने की शिकायत मिली थी। इससे परिवहन निगम की काफी छीछालेदर हो रही है।

WT पर कंडक्टर्स होंगे सेवामुक्त

ऐसा नहीं है कि सिर्फ दिन में ही आरएफ सफर करेंगे। बल्कि रात में भी बसों में यात्रा करेंगे और यात्री सुविधाओं को परखेंगे। यही नहीं, सबसे अधिक तो डब्ल्यूटी की शिकायतों पर गंभीर होकर काम भी करना है। मुख्यालय के आदेश के मुताबिक पांच डब्ल्यूटी मिलने पर कंडक्टर्स को सेवा मुक्त करने का भी पूरा हक दिया गया है।

एक नजर

8

डिपो बनारस डिवीजन में

546

बसों का होता है संचालन

35

एसी बस

86

अनुबंधित बस

130

सिटी ट्रांसपोर्ट की बसेज

20

हजार से अधिक यात्रियों की होती है कैंट बस स्टेशन से डेली आवाजाही

01

हजार से अधिक दिव्यांग, नेत्रहीन यात्रियों की होती है गैदरिंग

यात्री सुविधाओं को लेकर मुख्यालय काफी गंभीर है। तय किया गया है कि बस में सफर के दौरान खामियों की पड़ताल की जाए। शिकायतों के निस्तारण पर अधिक फोकस रहेगा।

केके शर्मा, आरएम

बनारस रीजन रोडवेज विभाग